facebookmetapixel
27% मार्केट वैल्यू गायब! आखिर TCS को क्या हो गया?कृषि को लाभदायक बिजनेस बनाने के लिए ज्यादा ऑटोमेशन की आवश्यकताQ2 Results: टाटा स्टील के मुनाफे में 272% की उछाल, जानें स्पाइसजेट और अशोक लीलैंड समेत अन्य कंपनियों का कैसा रहा रिजल्टसेबी में बड़े बदलाव की तैयारी: हितों के टकराव और खुलासे के नियम होंगे कड़े, अधिकारियों को बतानी होगी संप​त्ति!Editorial: आरबीआई बॉन्ड यील्ड को लेकर सतर्कनिर्यातकों को मिली बड़ी राहत, कैबिनेट ने ₹45,060 करोड़ की दो योजनाओं को दी मंजूरीसीतारमण का आठवां बजट राजकोषीय अनुशासन से समझौता नहीं कर सकताटाटा मोटर्स की कमर्शियल व्हीकल कंपनी की बीएसई पर हुई लिस्टिंग, न्यू एनर्जी और इलेक्ट्रिफिकेशन पर फोकसग्लोबल एआई और सेमीकंडक्टर शेयरों में बुलबुले का खतरा, निवेशकों की नजर अब भारत परसेबी की चेतावनी का असर: डिजिटल गोल्ड बेचने वाले प्लेटफॉर्मों से निवेशकों की बड़ी निकासी, 3 गुना बढ़ी रिडेम्पशन रेट

बंगाल में होगा नैनो का सफर सुहाना

Last Updated- December 07, 2022 | 4:42 PM IST

पश्चिम बंगाल में टाटा मोटर्स की लखटकिया कार नैनो का सफर सुहाना हो सकता है। राज्य सरकार ने नैनो को बहुत कम प्रदूषण फैलाने वाले वाहन का दर्जा दिया है।


उम्मीद है कि सिंगुर से इस साल के अंत तक नैनो का उत्पादन शुरू हो जाएगा। सरकार का मानना है कि नैनो के आने के बाद दुपहिया और तिपहिया वाहनों के प्रदूषण से निजात मिल सकेगी। राज्य सरकार पर्यावरण के अनुकूल और कम उत्सर्जन करने वाली कारों को सड़क कर के भुगतान से छूट देने पर विचार कर रही है।

पश्चिम बंगाल के परिवहन मंत्री सुभाष चक्रवर्ती ने कोलकाता कैब की शुरूआत के मौके पर हाल में इस योजना का खुलासा किया। कोलकाता कैब एक वातानुकूलित रेडियो कैब सेवा है जिसके लिए टाटा इंडिगो कार का इस्तेमाल किया जाएगा। इस मौके पर टाटा मोटर्स के उपाध्यक्ष (वाणिज्य) एस कृष्णन मौजूद थे।

पश्चिम बंगाल सरकार ने भले ही नैनो को पर्यावरण के अनुकूल बताया हो लेकिन पर्यावरणविद् सुनीता नारायण और आर के पचौरी जैसे लोग प्रदूषण को बढ़ावा देने की आशंका के चलते नैनों की आलोचना कर चुके हैं। टाटा मोटर्स ने कहा है कि ‘आम आदमी की गाड़ी का प्रदर्शन नियामक अनिवार्यताओं के मुकाबले बेहतर है।

यदि कुल प्रदूषण की बात करें तो आज भारत में तैयार किए जाने वाले स्कूटर के मुकाबले नैनो कम प्रदूषण करती है। ईधन प्रभावी होने के कारण इससे कार्बन डाई ऑक्साइड का उत्सर्जन कम होता है।’ चक्रवर्ती ने कोलकाता में सड़कों को बेहतर बनाने पर भी जोर दिया।

उन्होंने कहा कि 50 किलोमीटर लंबी छह लेन सड़क बनाने के लिए जल्द ही निविदा जारी की जाएगी। इस परियोजना की अनुमानित लागत 8,000 करोड़ रुपये है। राज्य सरकार के पास उन लोगों के लिए भी अच्छी खबर है जो अपनी गाड़ी खरीदने नहीं जा रहे हैं। राज्य परिवहन ने 1,000 नई बसों के लिए आर्डर दिया है। इन बसों की कीमत 18 से 20 लाख रुपये तक है। इनमें से 400 बसें सड़क पर आ चुकी हैं।

First Published - August 12, 2008 | 10:45 PM IST

संबंधित पोस्ट