मुंबई में कोरोना की दूसरी लहर आने की बढ़ती आशंकाओं के मद्देनजर स्कूलों को फिलहाल नहीं खोलने का निर्णय किया गया है। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने मुंबई में स्कूल 31 दिसंबर तक बंद रखने का निर्णय लिया है। दिल्ली और मुंबई के बीच कुछ समय के लिए हवाई उड़ानें और रेल सेवा बंद करने पर भी विचार किया जा रहा है।
बीएमसी ने शुक्रवार को 31 दिसंबर तक स्कूल बंद रखने की घोषणा की है। इससे पहले स्कूलों को 23 नवंबर से खोलने का फैसला किया गया था। महानगर में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि दर्ज किए जाने के मद्देनजर स्कूलों को फिलहाल नहीं खोलने का निर्णय लिया गया है। मुंबई की मेयर किशोरी पेडणेकर ने कहा कि कोविड-19 के मामले शहर में बढ़ रहे हैं। कुछ स्कूलों को महामारी के बीच जांच और पृथकवास सुविधाओं के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। गत 16 नवंबर को कोविड-19 के 409 नए मामले सामने आए थे, जो अप्रैल के बाद एक दिन में सबसे कम मामले थे। उसके बाद शहर में 17, 18 और 19 नवंबर को क्रमश: 541, 871 और 924 नए मामले सामने आए हैं।
मंत्रालय अधिकारियों के मुताबिक महाराष्ट्र के अन्य शहरों में स्कूल स्थानीय परिस्थितियों और मौजूदा महामारी की स्थिति को ध्यान में रखते हुए तय कार्यक्रम के अनुसार खोले जा सकते हैं। राज्य के सभी स्कूल मार्च से बंद हैं। स्कूलों को दीवाली के बाद 23 नवंबर से 9वीं से 12वीं कक्षा के लिए खोलने की तैयारी की गई थी।
शिक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अगर स्थानीय स्थितियां अनुकूल रहीं तो, राज्य के अन्य हिस्सों में 23 नवंबर से स्कूल खोले जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि अगर कोई मामला नहीं है या संक्रमण के बहुत कम मामले हैं, तो स्थानीय अधिकारियों जैसे नगरपालिका आयुक्त या जिला कलेक्टरों को स्कूलों को खोलने का अधिकार दिया गया है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये अधिकारियों से संक्रमण पर चर्चा की। इस दौरान रेल और हवाई सेवाओं को रोकने का प्रस्ताव आया है। मुख्यमंत्री इस मामले पर कैबिनेट की बैठक बुला सकते हैं। अभी मुंबई और दिल्ली के बीच मध्य रेलवे की एक और पश्चिम रेलवे की पांच ट्रेनें चल रही हैं। राज्य में अब तक 17 लाख 63 हजार लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 79 हजार से ज्यादा मरीजों का इलाज चल रहा है, जबकि 16 लाख 35 हजार लोग ठीक हो चुके हैं। वहीं 46 हजार लोगों की मौत हो चुकी है।
