मध्य प्रदेश में कोरोनावायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रदेश सरकार ने गुरुवार को शहरों (केवल नगरीय क्षेत्रों) में शुक्रवार शाम छह बजे से सोमवार सुबह छह बजे तक 60 घंटे का संपूर्ण लॉकडाउन लगाने की घोषणा की है। दमोह में लॉकडाउन लगाने का निर्णय जिला निर्वाचन अधिकारी के विवेक पर छोड़ा गया है। वहां आगामी 17 अप्रैल को विधानसभा उपचुनाव के लिए मतदान होना है।
प्रदेश के बड़े शहरों में कंटेनमेंट एरिया बनाने की घोषणा भी की गई है। प्रदेश के मु यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण एक अभूतपूर्व संकट है जिसे रोकने के लिए लॉकडाउन जैसे उपाय अंतिम विकल्प हैं।
भोपाल शहर के कोलार इलाके में अगले नौ दिनों के लिए लॉकडाउन लगाया गया है वहां कोविड के मामले ज्यादा सामने आ रहे हैं। रतलाम जिले में नौ दिन का लॉकडाउन होगा। वहां 9 अप्रैल शुक्रवार की शाम 6 बजे से 19 अप्रैल की सुबह 6 बजे तक लॉकडाउन रहेगा। खरगोन, कटनी और बैतूल जिलों में सात दिन का लॉकडाउन लगाया गया है जो 17 अप्रैल तक लागू रहेगा।
प्रदेश के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी की खबरें मीडिया में आने के बाद मु यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन आपूर्ति का कोई संकट नहीं है। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन की उपलब्धता को लेकर केंद्र सरकार तथा गुजरात सरकार से भी बात हुई है।
प्रदेश सरकार ने कोरोना मरीजों के इलाज के लिए अस्पतालों में बिस्तरों की तादाद 36,000 से बढ़ाकर एक लाख करने की दिशा में पहल की है। साथ ही प्रत्येक जिले में कोविड केयर सेंटर स्थापित किया जा रहा है। राज्य सरकार की ओर से निजी अस्पतालों में भी कोरोना संक्रमित मरीजों के निशुल्क उपचार की व्यवस्था कर रही है।
प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की तादाद तेजी से बढ़ रही है। यहां बुधवार को 4,324 संक्रमण के मामले सामने आए थे। इस अवधि में इंदौर में 898 और भोपाल में 657 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई।
