उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड इलाके में बन रहे रक्षा गलियारे में उद्योग लगाने के लिए अब तक 32 करार किए जा चुके हैं। रक्षा गलियारे के तहत झांसी में टाइटन एविएशन और एयरोस्पेस इंडिया 32000 करोड़ रुपये का निवेश करेंगे, जबकि इंडियन आर्डिनेंस, हिंदुस्तान एयरोनाटिक्स लिमिटेड (एचएएल), बीईएल, पीटीसी और एमकेयू की परियोजनाओं पर काम शुरू हो चुका है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को उत्तर प्रदेश सरकार के अधिकारियों के साथ रक्षा गलियारों के लिए हो रहे जमीन अधिग्रहण और निवेश की समीक्षा की। सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से रक्षा उत्पादन को लेकर नई नीति तैयार हो चुकी है जो अगले महीने आ जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को निवेशकों के लगातार संपर्क में रहना होगा और लखनऊ व आगरा में रक्षा गलियारे के जमीन अधिग्रहण के काम को तेजी से पूरा करना होगा।
प्रदेश के मुख्य सचिव आरके तिवारी ने रक्षा मंत्री को बताया कि अब तक रक्षा गलियारे में 3732 करोड़ रुपये का निवेश आ चुका है। इसमें इंडियन आर्डिनेंस का 1077 करोड़ रुपये, एचएएल का 1200 करोड़ रुपये, बीईएल का 240 करोड़ रुपये, पीटीसी 11 करोड़ रुपये और एमकेयू का 900 करोड़ रुपये शामिल है। इन सभी परियोजनाओं पर काम भी शुरू हो चुका है, छह नोड में बन रहे रक्षा गलियारे के लिए अब तक 90 फीसदी जमीन का अधिग्रहण किया जा चुका है।
