facebookmetapixel
GST कटौती से 4 मीटर से छोटी एसयूवी की मांग में तेजी, स्कोडा इंडिया ने जताई निरंतर वृद्धि की उम्मीदभारत में Apple का बड़ा दांव: वित्त वर्ष 2026 में 28 अरब डॉलर के उत्पादन का लक्ष्य, निर्यात से मिलेगी बढ़तQ2 Results: अपोलो हॉस्पिटल्स का लाभ 26 % बढ़ा, जानें कैसे रहें अन्य कंपनियों के रिजल्टभारती एयरटेल में हिस्सेदारी बेचेगी सिंगटेल की सहायक कंंपनी, ₹10,300 करोड़ के शेयर बेचेगीBihar Election Phase-1 Voting: बिहार में मतदाताओं ने दिखाया उत्साह, हुआ 64.66% मतदानवित्त मंत्री ने दिए संकेत: बड़े बैंकों के निर्माण के लिए सरकारी बैंकों के विलय के दूसरे चरण पर शुरू हुई चर्चाSBI MF का आईपीओ जल्द, 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा वैल्यूएशन की उम्मीदआज की दुनिया में ट्रंप का जी2 सपना महज कागजी, वैश्विक प्रभाव से रहितEditorial: बिलासपुर रेल दुर्घटना ने फिर उठाए सुरक्षा पर सवालPhysicsWallah को कोर्स की कीमतें बढ़वाने वाले निवेशक नहीं चाहिए, आईपीओ 11 नवंबर को खुलेगा

सीआईडी ने हिरासत में बोगतुई हिंसा के आरोपी की मौत में सात सीबीआई अफसरों पर मामला दर्ज किया

Last Updated- December 14, 2022 | 3:33 PM IST

सीआईडी ने हिरासत में बोगतुई हिंसा के आरोपी की मौत में सात सीबीआई अफसरों पर मामला दर्ज किया
PTI / कोलकाता  December 14, 2022

14 दिसंबर (भाषा) पश्चिम बंगाल के अपराध अन्वेषण विभाग (सीआईडी) ने बोगतुई हिंसा के मुख्य आरोपी ललन शेख की हिरासत में मौत की जांच के सिलसिले में उप महानिरीक्षक और पुलिस अधीक्षक समेत केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के सात अधिकारियों के विरूद्ध बुधवार को मामला दर्ज किया।

सीआईडी के एक अधिकारी ने बताया कि इन सातों के विरूद्ध हत्या एवं भारतीय दंड संहिता (भादंसं) की अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

उनके अनुसार राज्य एजेंसी ने शेख की पत्नी रेशमा बीबी की शिकायत के आधार पर मंगलवार को उनके खिलाफ मामला दर्ज किया और इस प्राथमिकी को रामपुरहाट जिले के अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया।

सीआईडी अधिकारी ने बताया कि भादंसं की धाराओं 302 (हत्या), 323 (चोट पहुंचाना), 325 (हमला और गंभीर जख्म), 120 बी (आपराधिक साजिश) व अन्य धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है।

बीरभूम जिले के बोगतुई में तृणमूल कांग्रेस के नेता भादू शेख के घर के समीप उसकी मौत हो जाने के बाद 21 मार्च, 2022 को हिंसा भड़क गयी थी। अनेक मकानों को आग लगा दी गयी थी और दस लोगों की कथित रूप से इस हिंसा में जान चली गयी थी।

जब सीआईडी के कदम के बारे में पूछा गया तब सीबीआई के एक अधिकारी ने दावा किया कि सीआईडी की प्राथमिकी में नामजद सात अधिकारियों में कुछ का बोगतुई नरसंहार की जांच से कुछ संबंध नहीं है।

उन्होंने पीटीआई -भाषा से कहा, ‘‘ यह बड़ा रहस्यजनक है कि हमारे जिन कुछ वरिष्ठ अधिकारियों का संबंध बोगतुई हिंसा से है भी नहीं, उन्हें सीआईडी की प्राथमिकी में नामजद किया गया है। हम इस कदम को कानूनी रूप से चुनौती देने का प्रयास कर रहे हैं।’’

रेशमा बीबी ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि सीबीआई अधिकारी अपनी जांच के तहत जब शेख को बोगतुई में उसके घर से ले गये थे, तब उन्होंने उनकी जान लेने की धमकी दी थी। उसने यह भी दावा किया था कि इस दौरान सीबीआई अधिकारियों ने शेख के साथ मारपीट की थी।

महिला ने यह भी दावा किया कि सोमवार दोपहर को सीबीआई अधिकारियों ने उसे फोन किया था और शेख की मौत की जानकारी दी थी। रेशमा बीबी के अनुसार इस दौरान उन्होंने उसे और उसके बेटे की जान लेने की धमकी दी थी।

सीबीआई ने इन आरोपों को ‘बेबुनियाद और सच्चाई से परे’ बताया।

सीबीआई सूत्र ने बताया कि इस बीच एक वरिष्ठ सीबीआई अधिकारी मंगलवार रात यहां पहुंचे और उन्होंने सीआईडी की प्राथमिकी के विरूद्ध अगला कदम तय करने के लिए यहां सीबीआई कार्यालय में बैठकें कीं।

पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के रामपुरहाट में सीबीआई कार्यालय में तब्दील किये गये एक गेस्ट हाऊस में सोमवार को शेख फंदे से लटका पाया गया था। सीबीआई अधिकारियों ने दावा किया कि उसने खुदकुशी की जबकि उसके परिवार ने आरोप लगाया कि हिरासत में उत्पीड़न की वजह से उसकी जान गयी।

जिला पुलिस भी इस मौत की जांच कर रही है।

भाषा

राजकुमार पवनेश

First Published - December 14, 2022 | 10:03 AM IST

संबंधित पोस्ट