दिल्ली में कोविड के लगातार बढ़ते मामले को देखते हुए केंद्र तथा दिल्ली सरकार हरकत में आ गई है। मरीजों के उपचार के लिए अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या बढ़ाई जा रही है, वहीं बाहर से चिकित्सकों को दिल्ली बुलाया जा रहा है। रेलवे भी 800 बिस्तरों वाला कोच दिल्ली सरकार को उपलब्ध कराएगी।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आज बताया कि कोविड ड्यूटी के लिए अद्र्घसैनिक बलों के 45 डॉक्टर और 160 चिकित्साकर्मी दिल्ली पहुंच चुके हैं, वहीं भारतीय रेल राष्ट्रीय राजधानी को 800 बिस्तरों वाले कोच उपलब्ध कराएगा। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) दिल्ली हवाईअड्डे के पास स्थित कोविड-19 अस्पताल में अगले तीन-चार दिनों में आईसीयू में मौजूदा 250 बिस्तरों में 250 अतिरिक्त बिस्तर जोडऩे जा रहा है। इसके अलावा 35 बीआईपीएपी बिस्तर भी उपल्बध कराए जाएंगे।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार के विभिन्न अस्पतालों में 660 से ज्यादा आईसीयू बिस्तर जोड़े जाएंगे। उप राज्यपाल अनिल बैजल ने दिल्ली में शादी-समारोहों में 200 की जगह 50 लोगों के शामिल होने के दिल्ली सरकार के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। इस बीच केजरीवाल ने दिल्ली में कोरोना वायरस महामारी की स्थिति पर चर्चा करने के लिए गुरुवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इस बीच, दिल्ली उच्च न्यायालय ने कोविड-19 के मद्देनजर तालाबों और नदी के किनारों जैसे सार्वजनिक स्थानों पर छठ पूजा मनाने की अनुमति देने से इनकार कर दिया। याचिका में दिल्ली सरकार के निर्णय को चुनौती दी गई थी।
दिल्ली में हाल के दिनों में कोविड के मामलों में तेजी आई है। दिल्ली में अभी तक 4.95 लाख से ज्यादा लोग इस महामारी की चपेट में आए हैं और मरने वालों की संख्या 7,812 हो गई है। देश में कोविड संक्रमितों की संख्या बुधवार को 89 लाख को पार कर गई। हालांकि इनमें से 83 लाख से अधिक लोगों के संक्रमण मुक्त होने के साथ ही मरीजों के ठीक होने की दर 93.52 प्रतिशत हो गई है। दिल्ली में नए मामलों में वृद्धि का कारण त्योहारी सीजन, बढ़ते प्रदूषण और कोविड-19 नियमों में ढील को माना जा रहा है।
गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि हवाईअड्डे के निकट डीआरडीओ के अस्पताल और छत्तरपुर स्थित कोविड-19 देखभाल केंद्र में तैनाती के लिए अद्र्घसैनिक बलों के 45 डॉक्टर और 160 चिकित्साकर्मी दिल्ली आए हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि बाकी डॉक्टर और चिकित्साकर्मी अगले कुछ दिनों में दिल्ली आ जाएंगे। गृह मंत्रालय ने विशेषज्ञों की 10 टीमें बनाई हैं जो 100 से ज्यादा निजी अस्पतालों में जाकर वहां बिस्तरों के उपयोग, जांच की क्षमता और आईसीयू के लिए अतिरिक्त बिस्तरों की पहचान करेगी।
