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PPF और Sukanya Samriddhi Yojana में क्यों करें 5 अप्रैल से पहले निवेश ?

अगर आप PPF और Sukanya Samriddhi Yojana अकाउंट में महीने की 5 तारीख से पहले या 5 तारीख तक निवेश नहीं करते हैं तो आपको उस महीने के लिए ब्याज नहीं मिलेगा।

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अजीत कुमार   
Last Updated- April 03, 2024 | 1:00 PM IST

नए वित्त वर्ष यानी 2024-25 की शुरुआत हो गई है। टैक्सपेयर्स आमतौर पर वित्त वर्ष की शुरुआत के बजाय अंतिम दिनों में टैक्स और निवेश को लेकर ज्यादा सजग होते हैं। वित्त वर्ष की समाप्ति के समय सजग होना भी चाहिए। लेकिन इसका मतलब यह कतई नहीं है कि आप वर्ष के बाकी खासकर शुरुआती दिनों में बिल्कुल लापरवाह रहें। क्योंकि निवेश के बहुत सारे विकल्प ऐसे हैं जहां निवेश की तारीख बहुत मायने रखती है। आज ऐसे ही दो स्कीम – पीपीएफ (PPF)  और सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) की चर्चा करेंगे जहां यदि आप एक निश्चित तारीख तक निवेश नहीं करते हैं तो आपके रिटर्न पर इसका असर दिखता है। ।

निवेश और टैक्स सेविंग के हिसाब से आम लोगों के बीच पीपीएफ (पब्लिक प्रोविडेंट फंड) और सुकन्या समृद्धि योजना बेहद पॉपुलर है। ओल्ड टैक्स रिजीम (old tax regime) के तहत इन दोनों योजनाओं में निवेश करने पर 80C के तहत टैक्स में छूट का फायदा तो मिलता ही है। साथ ही इस पर मिलने वाले ब्याज और मैच्योरिटी की रकम भी टैक्स फ्री होती है। हालांकि न्यू टैक्स रिजीम (new tax regime) के तहत इस तरह का कोई टैक्स बेनिफिट नहीं है। इन दोनो हीं योजनाओं में एक वित्त वर्ष में निवेश की अधिकतम सीमा 1.5 लाख रुपये है।

खैर ये तो रही पीपीएफ और सुकन्या समृद्धि योजना से संबंधित कुछ बेसिक बातें जिसको लेकर निवेशक आमतौर पर जागरूक होते हैं। लेकिन ज्यादातर लोग इस बात को लेकर बिल्कुल सजग नहीं होते हैं कि पीपीएफ और सुकन्या समृद्धि योजना में वित्त वर्ष के दौरान निवेश का सबसे उपयुक्त समय कब है। कारण उन्हें यह पता नहीं होता कि इन दोनों योजनाओं पर ब्याज की गणना कैसे की जाती है। जबकि निवेश की तारीख मात्र से ही मैच्योरिटी पर मिलने वाले रिटर्न पर अच्छा-खासा असर पड़ जाता है।

इसलिए यहां पर खासकर ब्याज की गणना की ही बात करते हैं: –

कैसे होता है ब्याज का कैलकुलेशन

पीपीएफ सहित अन्य छोटी/लघु बचत योजनाओं पर सरकार हर तिमाही ब्याज का निर्धारण करती है। मौजूदा अप्रैल-जून तिमाही के लिए पीपीएफ पर ब्याज 7.1 फीसदी है, जबकि सुकन्या समृद्धि योजना पर 8.2 फीसदी।

नियमों के मुताबिक इन दोनों बचत योजनाओं में हर महीने की 5 और अंतिम तारीख के बीच उपलब्ध मिनिमम बैलेंस पर ही ब्याज मिलता है। दिसंबर 2019 में हुए बदलाव के पहले सुकन्या समृद्धि योजना में हालांकि हर महीने के दसवें दिन की समाप्ति और अंतिम दिन के बीच उपलब्ध मिनिमम बैलेंस पर ही ब्याज मिलता था।

इसका मतलब यह है कि अगर आप महीने की 5 तारीख से पहले या 5 तारीख तक निवेश नहीं करते हैं तो आपको उस महीने के लिए ब्याज नहीं मिलेगा। गौरतलब है कि ब्याज की गणना मासिक आधार पर की जाती है, लेकिन पूरा ब्याज  वित्त वर्ष के अंतिम दिन यानी 31 मार्च को क्रेडिट होता है। इन दोनों योजनाओं में ब्याज की कंपाउंडिंग सालाना आधार पर होती है।

आइए अब हम समझते हैं कि 5 अप्रैल तक निवेश करने या नहीं करने पर कुल रिटर्न पर कितना असर पड़ता है – 

मान लीजिए कि पीपीएफ अकाउंट 31 मार्च को 500 रुपए डिपॉजिट के साथ खोला गया है। साथ ही मैच्योरिटी की पूरी अवधि (15 साल) के लिए ब्याज दर 8 फीसदी है। हम कैलकुलेशन में न्यूनतम डिपॉजिट की राशि को शामिल नहीं कर रहे हैं। एक वित्त वर्ष में निवेश की अधिकतम सीमा 1.5 लाख रुपए है। तो उदाहरण में हम निवेश की यह अधिकतम राशि ही लेंगे।

पहली स्थिति : अगर आप प्रत्येक वित्त वर्ष एकमुश्त 1,50,000 रुपए 5 अप्रैल या इससे पहले जमा करते हैं तो 15 साल की मैच्योरिटी अवधि के बाद अमाउंट होगा = 43,98,642 रुपए ( प्रिंसिपल अमाउंट – 22,50,000 + ब्याज – 21,48,642)

दूसरी स्थिति :  अगर आप प्रत्येक वित्त वर्ष एकमुश्त 1,50,000 रुपए 5 अप्रैल के बाद लेकिन 5 मई से पहले जमा करते हैं तो मैच्योरिटी अमाउंट होगा = 43,71,490 रुपए (प्रिंसिपल अमाउंट- 22,50,000 + ब्याज – 21,21,490)

कुल रिटर्न में अंतर : 27,152 रुपए

निष्कर्ष/ सलाह

अगर आपके पास सरप्लस है तो आप प्रत्येक वित्त वर्ष 5 अप्रैल तक या इससे पहले एकमुश्त निवेश करने की कोशिश करें। अगर प्रत्येक महीने करने में ज्यादा सुविधा है तो भी कम से कम इसे महीने की 5 तारीख से पहले या 5 तारीख तक कर दें।

एक और सलाह यह है कि आप ऑनलाइन पेमेंट की कोशिश करें, ताकि निवेश की राशि आपके पीपीएफ अकाउंट में तुरंत क्रेडिट हो जाए। अगर आप चेक या डिमांड ड्राफ्ट से करेंगे तो 2010 में किए गए बदलाव के अनुसार पेमेंट के रियलाइजेशन यानी क्रेडिट की तारीख ही डिपॉजिट की तारीख मानी जाएगी। इसलिए अगर आप चेक या डिमांड ड्राफ्ट से पेमेंट करते भी हैं तो इतना पहले जरूर करें कि वह 5 तारीख तक क्रेडिट हो जाए।

First Published : April 3, 2024 | 1:00 PM IST