Sovereign Gold Bond: भले ही गोल्ड (gold) की कीमतों पर पिछले दो हफ्तों से दबाव है लेकिन बॉन्ड धारक देश के छठे सावॅरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) को अब तक के सबसे ज्यादा रिडेम्प्शन प्राइस पर भुनाएंगे। बॉन्ड धारकों को इस बॉन्ड के मैच्योर होने पर 184 फीसदी तक का रिटर्न मिलेगा। छठे सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) यानी वित्त वर्ष 2016-17 की तीसरी सीरीज (2016-17 Series III) का फाइनल रिडेम्पशन शनिवार यानी 16 नवंबर को होगा। आरबीआई (RBI) ने इस सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) का फाइनल रिडेम्पशन प्राइस 7,788 रुपये प्रति यूनिट (1 यूनिट = 1 ग्राम) तय किया है। मतलब बॉन्ड धारक 7,788 रुपये प्रति यूनिट के भाव पर छठे गोल्ड बॉन्ड को मैच्योरिटी के बाद बेच पाएंगे।
नियमों के मुताबिक इस छठे गोल्ड बॉन्ड के लिए रिडेम्पशन प्राइस इश्यू की मैच्योरिटी की तारीख से ठीक पहले के सप्ताह (सोमवार-शुक्रवार) के दौरान गोल्ड (999) के लिए आईबीजेए (IBJA) से प्राप्त क्लोजिंग प्राइस का एवरेज है। यह सीरीज 16 नवंबर यानी शनिवार को मैच्योर हो रहा है इसलिए रिडेम्पशन प्राइस इससे ठीक पहले के सप्ताह यानी 4 नवंबर से लेकर 8 नवंबर (सोमवार-शुक्रवार) के क्लोजिंग प्राइस का एवरेज है। मैच्योरिटी पीरियड के लिहाज से इस बॉन्ड को 17 नवंबर को मैच्योर होना चाहिए था लेकिन क्योंकि उस दिन रविवार है इसलिए यह अब एक दिन पहले 16 नवंबर को मैच्योर हो रहा है।
मैच्योरिटी की राशि होगी कितनी ?
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड का मैच्योरिटी पीरियड 8 साल है जिसकी गणना बॉन्ड के इश्यू होने के दिन से शुरू होती है। देश का छठा सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड 3,007 रुपये के इश्यू प्राइस पर 17 नवंबर 2016 को जारी हुआ था। आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार इस सीरीज के लिए 35,98,055 यूनिट/ग्राम (यानी 3.6 टन सोने की वैल्यू के बराबर) की बिक्री हुई थी। इस बॉन्ड का रिडेम्प्शन प्राइस 7,788 रुपये प्रति यूनिट है। इस हिसाब से इस सीरीज को रिडीम करने पर ऑफलाइन बॉन्ड धारकों को कुल 159 फीसदी जबकि ऑनलाइन बॉन्ड धारकों को कुल 163.37 फीसदी का रिटर्न मिलेगा। यदि इस बॉन्ड पर मिलने वाले इंटरेस्ट को भी इसमें जोड़ दें तो ऑफलाइन बॉन्ड धारकों के लिए कुल रिटर्न बढ़कर 179 फीसदी जबकि ऑनलाइन बॉन्ड धारकों के लिए 183.71 फीसदी तक पहुंच जाता है।
कितना मिलेगा एनुअल रिटर्न
निवेशकों को इस सीरीज के लिए प्रति वर्ष 2.5 फीसदी यानी 37.59 रुपये प्रति छह महीने जबकि पूरी मैच्योरिटी की अवधि के दौरान 601.44 रुपये इंटरेस्ट/कूपन मिला है। इस तरह से देखें तो इंटरेस्ट को जोड़ने के बाद 2016-17 की तीसरी सीरीज ने 13.68 फीसदी का एनुअल रिटर्न (CAGR) दिया है। सितंबर 2016 के बाद जारी होने वाले सीरीज के लिए इंटरेस्ट को सालाना 2.75 फीसदी से घटाकर 2.5 फीसदी कर दिया गया है।
यदि इस बॉन्ड पर मिलने वाले इंटरेस्ट को भी इसमें जोड़ दें तो ऑनलाइन बॉन्ड धारकों को इस सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की मैच्योरिटी पर कुल 183.71 फीसदी रिटर्न मिलेगा।
SGB की छठी किस्त पर एनुअल रिटर्न (CAGR) की गणना:
SGB (2016-17 Series III)/छठा गोल्ड बॉन्ड (जिन्होंने इस बॉन्ड को ऑफलाइन खरीदा होगा)
इश्यू प्राइस 1 ग्राम: 3,007 रुपये
रिडेम्प्शन प्राइस: 7,788 रुपये
इंटरेस्ट: 601.44 रुपये
रिडेम्प्शन प्राइस + इंटरेस्ट : 8,389.44 रुपये
ग्रॉस (कुल ) रिटर्न: 179 फीसदी
एनुअल रिटर्न (CAGR) : 13.68%
अब ऐसे बॉन्ड धारकों के लिए रिटर्न की गणना करते हैं जिन्होंने इस बॉन्ड को ऑनलाइन खरीदा होगा :
SGB (2016-17 Series III)/छठा गोल्ड बॉन्ड
इश्यू प्राइस (1 यूनिट): 3,007 रुपये
50 रुपये डिस्काउंट के बाद: 3,007 -50 =2,957 रुपये
रिडेम्प्शन प्राइस: 7,788 रुपये
इंटरेस्ट: 601.44 रुपये
रिडेम्प्शन प्राइस + इंटरेस्ट : 8,389.44 रुपये
ग्रॉस (कुल) रिटर्न: 183.71 फीसदी
एनुअल रिटर्न (CAGR) : 13.92%
यदि किसी ने सेकेंडरी मार्केट में खरीदा है…
यदि सेकेंडरी मार्केट यानी स्टॉक एक्सचेंज पर एसजीबी की इस सीरीज (NSE पर symbol- SGBNOV24 और BSE पर symbol- SGB2016IIIA) को डीमैट फॉर्म में खरीदा है और मैच्योरिटी के बाद रिडीम करते हैं तो कैपिटल गेन पर कोई टैक्स नहीं देना होगा। हालांकि कई लोग यह समझते हैं कि सेकेंडरी मार्केट में खरीदने के बाद यदि वे मैच्योरिटी के बाद रिडीम करते हैं तो उन्हें कैपिटल गेन पर होल्डिंग पीरियड के आधार पर टैक्स देना होगा।
छठे SGB का फाइनल रिडेम्प्शन प्राइस अब तक सबसे ज्यादा
देश का छठा सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड 16 नवंबर को अब तक के सबसे ज्यादा रिडेम्प्शन प्राइस पर मैच्योर होगा। इससे पहले 5 सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड पहले ही मैच्योर हो चुके हैं।
सीरीज रिडेम्प्शन प्राइस
SGB 2016-17 Series II Rs 7,517
SGB 2016 -17 Series I Rs 6,938
SGB 2016 Series II Rs 6,601
SGB 2016-I Rs 6,271
SGB 2015-I Rs 6,132