facebookmetapixel
देशभर में मतदाता सूची का व्यापक निरीक्षण, अवैध मतदाताओं पर नकेल; SIR जल्द शुरूभारत में AI क्रांति! Reliance-Meta ₹855 करोड़ के साथ बनाएंगे नई टेक कंपनीअमेरिका ने रोका Rosneft और Lukoil, लेकिन भारत को रूस का तेल मिलना जारी!IFSCA ने फंड प्रबंधकों को गिफ्ट सिटी से यूनिट जारी करने की अनुमति देने का रखा प्रस्तावUS टैरिफ के बावजूद भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत, IMF का पूर्वानुमान 6.6%बैंकिंग सिस्टम में नकदी की तंगी, आरबीआई ने भरी 30,750 करोड़ की कमी1 नवंबर से जीएसटी पंजीकरण होगा आसान, तीन दिन में मिलेगी मंजूरीICAI जल्द जारी करेगा नेटवर्किंग दिशानिर्देश, एमडीपी पहल में नेतृत्व का वादाJio Platforms का मूल्यांकन 148 अरब डॉलर तक, शेयर बाजार में होगी सूचीबद्धताIKEA India पुणे में फैलाएगी पंख, 38 लाख रुपये मासिक किराये पर स्टोर

Motilal Oswal ने लॉन्च किया डिफेंस इंडेक्स फंड, क्या आपको निवेश करना चाहिए? जानें विशेषज्ञों की राय

Motilal Oswal: डिफेंस सेक्टर में निवेश करने के इच्छुक निवेशकों के लिए 27 जून तक खुला फंड

Last Updated- June 26, 2024 | 4:13 PM IST
Defence Index Fund

भारत का डिफेंस सेक्टर तेजी से बढ़ रहा है। सरकार की योजनाओं और बड़े ऑर्डर मिलने से इसमें तेजी आई है। इस मौके का फायदा उठाते हुए मोतीलाल ओसवाल एसेट मैनेजमेंट कंपनी (MOAMC) ने एक नया निवेश का मौका पेश किया है। इसका नाम है – मोतीलाल ओसवाल निफ्टी इंडिया डिफेंस इंडेक्स फंड। यह देश में इस तरह का दूसरा फंड है। पिछले साल HDFC ने भी ऐसा ही एक फंड शुरू किया था।

यह एक ओपन-एंडेड फंड है जो निफ्टी इंडिया डिफेंस इंडेक्स की नकल करता है। इसका मतलब है कि फंड का प्रदर्शन सीधे इस इंडेक्स से जुड़ा होगा। यह इंडेक्स भारतीय डिफेंस सेक्टर की सबसे बड़ी कंपनियों के प्रदर्शन को दिखाता है। इस फंड से निवेशकों को डिफेंस सेक्टर में पैसा लगाने का आसान तरीका मिलता है। यह कई रक्षा कंपनियों के शेयरों में पैसा लगाता है, जिससे जोखिम कम हो जाता है और निवेशकों को पूरे डिफेंस सेक्टर में पैसा लगाने का मौका मिलता है।

निवेश के लिए 27 जून 2024 तक खुला है फंड

मोतीलाल ओसवाल निफ्टी इंडिया डिफेंस इंडेक्स फंड एक ऐसा म्यूचुअल फंड है जो डिफेंस सेक्टर की कंपनियों में निवेश करता है। यह फंड निफ्टी इंडिया डिफेंस टोटल रिटर्न इंडेक्स (TRI) को ट्रैक करता है, जिसमें भारत की 15 रक्षा कंपनियां शामिल हैं। इन शीर्ष 10 कंपनियों का फंड में लगभग 94% हिस्सा होता है। फंड का प्रदर्शन इस इंडेक्स के प्रदर्शन जैसा ही रहता है। इंडेक्स में हर छह महीने (मार्च और सितंबर) में कंपनियों के महत्व के आधार पर फेरबदल होता रहता है।

यह फंड पिछले प्रदर्शन के अनुसार अच्छा रहा है। 31 मई 2024 तक, निफ्टी इंडिया डिफेंस इंडेक्स का 1 वर्ष और 3 वर्ष का सीएजीआर क्रमशः 177% और 89.5% रहा है। हालांकि, डिफेंस सेक्टर के अन्य फंडों की तरह इसमें भी उतार-चढ़ाव ज्यादा आ सकता है। यह फंड निवेश के लिए 27 जून 2024 तक खुला रहेगा।

निफ्टी इंडिया डिफेंस इंडेक्स ने अच्छा प्रदर्शन किया है। यह भारत सरकार के डिफेंस सेक्टर में मैन्युफैक्चरिंग पर जोर देने का नतीजा है। “आत्मनिर्भर भारत” जैसी पहल के जरिए भारत आयातित रक्षा उपकरणों पर निर्भरता कम करके घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देना चाहता है।

हाई रिस्क वाला है ये फंड

ब्रोकरेज फर्म IIFL के अनुसार, डिफेंस फंड निवेश के लिए उच्च जोखिम वाला माना जाता है। इसमें मुख्य जोखिम “सेक्टर-विशिष्ट जोखिम” है। इसका मतलब है कि इस फंड का प्रदर्शन सीधे तौर पर डिफेंस सेक्टर के प्रदर्शन से जुड़ा होगा।

अभी डिफेंस सेक्टर की कई कंपनियों के शेयरों की कीमतें काफी ऊंची हैं (पी/ई रेश्यो ज्यादा है)। साथ ही, डिफेंस सेक्टर में सरकार की प्राथमिकताएं बदल सकती हैं, जिसका असर इन कंपनियों पर पड़ेगा। इसके अलावा, इनमें से कई कंपनियों के शेयरों में कम लेन-देन होता है, जिससे तरलता (liquidity) का जोखिम भी है।

IIFL ने अपने नोट में आगे कहा, “यह फंड उन लोगों के लिए अच्छा है जो ऐसे तेजी से तरक्की करने वाले डिफेंस जैसे क्षेत्र में पैसा लगाना चाहते हैं। साथ ही जो लोग अपने निवेश को अलग-अलग रखना चाहते हैं उनके लिए भी यह फंड फायदेमंद हो सकता है। डिफेंस सेक्टर टेक्नोलॉजी और देश की जरूरतों को मिलाकर आगे बढ़ रहा है। इस फंड में पैसा लगाने वालों को कम से कम 5-7 साल तक इंतजार करने के लिए तैयार रहना चाहिए।”

फंड मैनेजर

इस फंड के दो फंड मैनेजर हैं – राकेश शेट्टी और स्वप्निल मयेकर। राकेश शेट्टी को शेयर, बॉन्ड, कंपनी ट्रेजरी और बैंकिंग से जुड़े 14 साल से ज्यादा का अनुभव है। वो इस वक्त मोतीलाल ओसवाल में ऐसे ही 36 फंडों को संभालते हैं जो मार्केट ट्रेंड को फॉलो करते हैं। स्वप्निल मयेकर साल 2010 से मोतीलाल ओसवाल एएमसी में हैं और वहां वाइस प्रेसिडेंट – फंड मैनेजर के तौर पर काम करते हैं। वो भी इसी तरह के 23 फंडों को मैनेज करते हैं।

अगर आप इस फंड में निवेश करते हैं और 15 दिन के अंदर यूनिट्स बेच देते हैं, तो आपको 1% का एग्जिट लोड देना होगा। इसके बाद कोई शुल्क नहीं लगेगा। टैक्स के बारे में बात करें तो, अगर आप एक साल से ज्यादा समय बाद फंड यूनिट्स बेचते हैं, तो 1 लाख रुपये से ज्यादा के लाभ पर 10% टैक्स लगेगा। वहीं, एक साल के अंदर यूनिट्स बेचने पर 15% टैक्स देना होगा।

डिफेंस सेक्टर में निवेश क्यों?

डिफेंस सेक्टर भारत के लिए एक बड़ा अवसर है। नोमुरा रिसर्च के अनुसार, वित्त वर्ष 2024-32 के बीच डिफेंस सेक्टर में 138 अरब अमेरिकी डॉलर के प्रोजेक्ट्स की संभावना है। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि सरकारी खर्च बढ़ने और निर्यात बढ़ने से इस क्षेत्र की कंपनियों की बैलेंस शीट और मुनाफा दोनों बेहतर हुए हैं। यही कारण है कि भारत डिफेंस इंडेक्स फंड में निवेश करना एक आकर्षक विकल्प हो सकता है।

वैल्यू रिसर्च के अमेया सत्यवादी का कहना है कि “पिछले कुछ सालों में ज्यादातर सरकारी कंपनियों (PSU) समेत रक्षा कंपनियों के शेयरों की कीमतों में काफी उछाल आया है। आंकड़े भी यही बताते हैं। पिछले तीन सालों के रोलिंग रिटर्न के हिसाब से, डिफेंस इंडेक्स ने बाजार के बाकी हिस्से से चार गुना ज्यादा कमाई दी है।”

मोतीलाल ओसवाल एएमसी के एमडी और सीईओ प्रतीक अग्रवाल का कहना है कि “आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत डिफेंस सेक्टर में आत्मनिर्भरता की दिशा में भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है, जो इनोवेशन और शानदार ग्रोथ का रास्ता खोल रहा है। हमारा मोतीलाल ओसवाल निफ्टी इंडिया डिफेंस इंडेक्स फंड निवेशकों को अगले छह सालों में डिफेंस सेक्टर में होने वाले 100 से 120 अरब डॉलर के अनुमानित विस्तार में भाग लेने का मौका देता है।”

डिफेंस फंड में निवेश करना चाहिए?

डिफेंस सेक्टर का फंड भले ही एचडीएफसी फंड की तरह शानदार कमाई दे सकता है, जिसने शुरुआत से ही 130% से ज्यादा का रिटर्न दिया है, लेकिन इसमें निवेश करने से पहले कुछ जरूरी बातों को ध्यान में रखना चाहिए, जैसा कि वैल्यू रिसर्च के अमेया सत्यवादी बताते हैं:

सेक्टर का जोखिम: डिफेंस फंड सिर्फ डिफेंस सेक्टर पर निर्भर करते हैं, यानी इनका प्रदर्शन सीधे तौर पर रक्षा उद्योग पर निर्भर करता है। ऐसे फंड काफी तेजी से बढ़ते भी हैं और गिर भी जाते हैं, जिससे निवेशकों को उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है।

ज्यादा ऊंचे मूल्यांकन का जोखिम: भले ही डिफेंस सेक्टर पर सरकारी खर्च बढ़ रहा है, लेकिन शेयरों की कीमतों में हालिया उछाल इस बात की ओर इशारा करता है कि उनकी कीमतें शायद असल से ज्यादा आंकी गई हों। इसका मतलब है कि निवेशक शायद ऐसे समय में निवेश कर रहे हैं जब आगे कमाई की गुंजाइश कम है।

अमेया सत्यवादी का कहना है कि “अगर आप डिफेंस सेक्टर में निवेश करना चाहते हैं, तो डिफेंस फंड में थोड़ा पैसा लगाना अच्छा विकल्प हो सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि फ्लेक्सी-कैप और मल्टी-कैप जैसे डायवर्सिफाइड इक्विटी फंड कई क्षेत्रों में निवेश करते हैं, लेकिन डिफेंस फंड ऐसा नहीं करते हैं। इन फंडों में डिफेंस सेक्टर के उन शेयरों में ज्यादा निवेश नहीं होता है जो इस इंडेक्स में शामिल हैं।”

First Published - June 26, 2024 | 4:13 PM IST

संबंधित पोस्ट