आपका पैसा

Loan Foreclosure: EMI से छुटकारा, पर क्या क्रेडिट स्कोर पर पड़ेगा असर? जानें जल्दी लोन चुकाने के फायदे और नुकसान

लोन फोरक्लोजर का फैसला आपके क्रेडिट स्कोर पर पॉजेटिव और निगेटिव दोनों तरह के प्रभाव डाल सकता है।

Published by
आयुष मिश्र   
Last Updated- April 14, 2025 | 6:19 PM IST

हाल के सालों में, कर्ज चुकाने की इच्छा और ब्याज की बचत के कारण उधारकर्ताओं में लोन फोरक्लोजर एक आम प्रक्रिया बन गई है। हालांकि, लोन फोरक्लोजर का फैसला आपके क्रेडिट स्कोर पर पॉजेटिव और निगेटिव दोनों तरह के प्रभाव डाल सकता है, यह स्थिति पर निर्भर करता है। उधारकर्ताओं के लिए अपनी वित्तीय स्थिति के बारे में सही निर्णय लेने के लिए इन प्रभावों को समझना बहुत जरूरी है।

लोन फोरक्लोजर क्या है?

लोन फोरक्लोजर को प्री-क्लोजर भी कहते हैं। इसमें लोन की पूरी बकाया राशि को लोन की अवधि खत्म होने से पहले एकमुश्त चुका देना शामिल है। भारत में ज्यादातर लोन के लिए यह विकल्प मौजूद है, जिससे उधारकर्ता अपने लोन को जल्दी बंद कर सकते हैं, अक्सर आगे के ब्याज भुगतान से बचने या अपने कर्ज को बेहतर तरीके से प्रबंधित करने के लिए।

Also Read: NPS Calculation: सिर्फ ₹5000 महीने के निवेश में ₹1 लाख की पेंशन और एकमुश्त करोड़ों का फंड! समझें पूरा गुणा-गणित

क्रेडिट स्कोर पर पॉजिटिव प्रभाव

लोन फोरक्लोजर का आपके क्रेडिट स्कोर पर कई पॉजिटिव प्रभाव हो सकते हैं:

बेहतर क्रेडिट: अगर आप बिना कोई EMI मिस किए या डिफॉल्ट किए लोन फोरक्लोजर करते हैं, तो यह आपकी क्रेडिट हिस्ट्री में पॉजिटिव रूप से दिखता है। सिबिल जैसे क्रेडिट ब्यूरो इसे अच्छे वित्तीय प्रबंधन का संकेत मानते हैं, जिससे आपका क्रेडिट स्कोर बढ़ सकता है और भविष्य में लोन लेने की संभावना बेहतर हो सकती है।

फ्रियो  के सह-संस्थापक और सीईओ कुणाल वर्मा ने कहा, “अगर आपने लोन को पर्याप्त समय तक रखा है और नियमित रूप से समय पर भुगतान किया है, तो इसे फोरक्लोज करने से आपका स्कोर बढ़ सकता है या कम से कम स्थिर रह सकता है। लेकिन अगर आप इसे बहुत जल्दी बंद कर देते हैं, उदाहरण के लिए, लोन लेने के तुरंत बाद, तो यह आपके स्कोर को थोड़ा प्रभावित कर सकता है, क्योंकि आप क्रेडिट ब्यूरो को अपनी भुगतान हिस्ट्री का आकलन करने के लिए पर्याप्त समय नहीं दे रहे हैं।”

वित्तीय लचीलापन: लोन फोरक्लोजर से आप ब्याज के भुगतान में पैसे बचा सकते हैं, खासकर लंबी अवधि के लोन में। इससे आपकी नकदी की स्थिति सुधर सकती है और वित्तीय तनाव कम हो सकता है, जिससे आप अपनी अन्य वित्तीय प्राथमिकताओं को बेहतर तरीके से प्रबंधित कर सकते हैं।

Also Read: ₹30,000 की औसत बेसिक सैलरी में रिटायर होने पर UPS में कितनी मिलेगी पेंशन और एकमुश्त रकम, कैलकुलेशन से समझें

क्रेडिट स्कोर पर निगेटिव प्रभाव

लाभ के बावजूद, कुछ संभावित नुकसान भी हैं जिन्हें ध्यान में रखना चाहिए

अस्थायी क्रेडिट स्कोर में कमी: लोन फोरक्लोजर से आपका क्रेडिट स्कोर अस्थायी रूप से कम हो सकता है, खासकर अगर इसमें बकाया EMI शामिल हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि लोन देने वाले संस्थान आपकी क्रेडिट विश्वसनीयता का आकलन करने के लिए सिबिल जैसे क्रेडिट ब्यूरो पर निर्भर करते हैं, और कम स्कोर से आपकी उधार लेने की क्षमता अस्थायी रूप से प्रभावित हो सकती है।

प्रीपेमेंट पेनल्टी: कई लोन देने वाले संस्थान जल्दी लोन फोरक्लोजर के लिए पेनल्टी वसूलते हैं, जो ब्याज भुगतान से होने वाली बचत को कम कर सकती है। ये शुल्क लोन देने वाले संस्थानों के बीच अलग-अलग हो सकते हैं और बकाया राशि का 1 प्रतिशत से 5 प्रतिशत या उससे अधिक हो सकते हैं।

छोटी क्रेडिट हिस्ट्री: लोन को जल्दी बंद करने से उस लोन के साथ आपकी क्रेडिट हिस्ट्री की अवधि कम हो जाती है। वित्तीय संस्थान लंबी और नियमित भुगतान हिस्ट्री को महत्व देते हैं, और छोटी क्रेडिट हिस्ट्री आपके क्रेडिट प्रोफाइल पर निगेटिव प्रभाव डाल सकती है।

Bankbazaar.com के सीईओ अधिल शेट्टी ने कहा, “लंबी समय के लोन, जैसे होम लोन, को बहुत जल्दी फोरक्लोज करने से अल्पकालिक रूप से आपका क्रेडिट स्कोर थोड़ा कम हो सकता है, क्योंकि इससे आपका क्रेडिट मिक्स और लंबी भुगतान हिस्ट्री कम हो जाती है। ये दोनों ही आपके क्रेडिट स्कोर को पॉजिटिव रूप से प्रभावित करते हैं। यह समझना जरूरी है कि लोन देने वाला संस्थान क्रेडिट ब्यूरो को लोन को ‘क्लोज्ड’ के रूप में रिपोर्ट करता है, न कि ‘सेटल्ड’ के रूप में, क्योंकि बाद वाला आपके स्कोर पर निगेटिव प्रभाव डाल सकता है। लोन फोरक्लोजर वित्तीय रूप से स्मार्ट मूव हो सकता है अगर इसे सही तरीके से किया जाए। हमेशा ब्याज की बचत और क्रेडिट हिस्ट्री की अवधि में कमी के बीच तुलना करें।”

First Published : April 14, 2025 | 6:19 PM IST