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नवी मुंबई हवाई अड्डे में अदाणी करेगा 30,000 करोड़ रुपये का और निवेश

पूरा होने के बाद नवी मुंबई हवाई अड्डे की कुल क्षमता प्रति वर्ष 9 करोड़ यात्रियों की होगी और क्षमता के लिहाज से यह देश का सबसे बड़ा हवाई अड्डा होगा

Published by
देव चटर्जी   
Last Updated- October 06, 2025 | 10:55 PM IST

अदाणी समूह नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का विस्तार करने के लिए 30,000 करोड़ रुपये के अतिरिक्त निवेश की योजना बना रहा है। हवाई अड्डे का परिचालन दिसंबर में शुरू करने वाला है। अदाणी एयरपोर्ट्स होल्डिंग्स लिमिटेड के वरिष्ठ अधिकारियों ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों इस हवाईअड्डे के उद्घाटन से पहले यह जानकारी दी।

समूह इस नए हवाई अड्डे के विकास पर पहले ही लगभग 20,000 करोड़ रुपये का निवेश कर चुका है और दूसरे टर्मिनल के डिजाइन का काम शुरू कर चुका है। नया निवेश विस्तार के अगले चरण के लिए पैसा मुहैया कराएगा। कंपनी को उम्मीद है यह चरण साल 2029 तक पूरा हो जाएगा।

अदाणी एयरपोर्ट्स के अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, ‘दूसरे चरण के टर्मिनल के लिए डिजाइन का काम पहले ही शुरू हो चुका है और हमें उम्मीद है कि यह साल 2029 तक चालू हो जाएगा।’ कंपनी अगले चरण के लिए ऋण और इक्विटी दोनों तरह से रकम जुटाने की योजना बना रही है। हालांकि अदाणी समूह इस एयरपोर्ट होल्डिंग कंपनी को सूचीबद्ध करने की योजना बना रहा है, लेकिन अधिकारी ने इसकी कोई समयसीमा नहीं बताई। इस परियोजना में महाराष्ट्र सरकार की 26 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जबकि शेष हिस्सेदारी अदाणी समूह के पास है।

पूरा होने के बाद नवी मुंबई हवाई अड्डे की कुल क्षमता प्रति वर्ष 9 करोड़ यात्रियों की होगी। इस तरह क्षमता के लिहाज से यह भारत का सबसे बड़ा हवाईअड्डा बन जाएगा। पहला चरण एक ही रनवे के साथ संचालित होगा और पहले दिन से ही घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों उड़ानों के लिए सालाना 2 करोड़ यात्रियों को संभालेगा। पहले चरण का उद्घाटन इस सप्ताह होने वाला है।

नए हवाईअड्डे पर परिचालन के लिए हवाईअड्डे ने पहले ही अकासा एयर, इंडिगो और एयर इंडिया के साथ करार कर लिया है। अ​धिकारी ने कहा, ‘हम अकासा, इंडिगो और एयर इंडिया के साथ अपनी साझेदारी का ऐलान पहले ही कर चुके हैं, जिससे पहले चरण में हमारी क्षमता लगभग पूरी हो जाएगी।’ शुरुआती चरण में प्रति घंटे लगभग 20 से 23 विमानों की आवाजाही होगी और परिचालन स्थिर होने पर इसे बढ़ाने की सुविधा होगी।

हवाई अड्डे के साथ कनेक्टिविटी ध्यान दिए जाने वाला प्रमुख क्षेत्र रहा है। अधिकारी ने बताया कि हाल में खुला अटल सेतु दक्षिण मुंबई और नवी मुंबई के बीच यात्रा का वक्त घटाकर 20 मिनट कर देता है। मेट्रो लिंक और मुंबई व हैदराबाद के बीच प्रस्तावित हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर के जरिये अतिरिक्त कनेक्टिविटी की योजना बनाई जा रही है जो हवाई अड्डे के पूर्वी हिस्से के पास से गुजरेगा।

अधिकारियों ने बताया कि दूसरे चरण में एक बड़ा कार्गो टर्मिनल और 5 बड़े हैंगरों वाला देश का सबसे बड़ा रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल (एमआरओ) केंद्र शामिल होगा। दूसरे चरण से 3 करोड़ यात्रियों की क्षमता जुड़ेगी। पूरी तरह विकसित होने पर इस हवाई अड्डे का कार्गो टर्मिनल सालाना 38 लाख टन माल संभालने में सक्षम होगा, जिससे नवी मुंबई देश के सबसे बड़े कार्गो केंद्रों में से एक बन जाएगा।

First Published : October 6, 2025 | 10:21 PM IST