Zomato ने पिछली तिमाही में भी अपनी कमाई में अच्छी बढ़ोतरी दर्ज की है। इससे विश्लेषकों का विश्वास बढ़ गया है और उन्होंने शेयर के टार्गेट प्राइस में बढ़ोतरी की है। अब उनका मानना है कि अगले एक साल में Zomato के शेयर की कीमत में 49.5% तक की बढ़ोतरी हो सकती है।
विश्लेषकों का कहना है कि Zomato तेजी से बढ़ रहा है और इसकी मुनाफे की संभावनाएं भी बहुत अच्छी हैं।
नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के निखिल चौधरी और पार्थ घिया ने कहा, “पिछले कुछ सालों में Zomato की बहुत तेजी से ग्रोथ हुई है क्योंकि अभी भी बाजार में बहुत गुंजाइश है। आगे भी आने वाले कुछ सालों में Zomato की अच्छी ग्रोथ होगी क्योंकि लोग ज़्यादा ऑर्डर देंगे और नए ग्राहक जुड़ेंगे। कंपनी के मैनेजमेंट का कहना है कि वो तेजी से ग्रोथ पर ध्यान दे रहे हैं, इसलिए जल्दी ही Zomato मुनाफा कमाने लगेगा।”
Zomato के शेयर की कीमत में बड़ा उछाल आया है। शुक्रवार को यह शेयर 19% बढ़कर 278.45 रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। अंत में यह 12.11% बढ़कर 262.45 रुपये पर बंद हुआ। इस दिन NSE और BSE पर करीब 41.87 करोड़ शेयर बिके। इसके मुकाबले सेंसेक्स 886 अंक यानी 1.08% गिरकर 80,982 पर बंद हुआ। गुरुवार को Zomato ने अपने पहली तिमाही के नतीजे घोषित किए।
कंपनी ने 253 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया, जो पिछले साल के 2 करोड़ रुपये से काफी ज्यादा है। कंपनी की आय भी 74% बढ़कर 4,206 करोड़ रुपये हो गई। Zomato ने एक नया ‘डिस्ट्रिक्ट’ ऐप भी लॉन्च किया है, जो फिल्में, खेल, टिकट, लाइव शो और स्टेकेशन जैसी सेवाएं देगा।
Zomato के सभी वर्टिकल्स में वृद्धि देखी गई। फूड डिलीवरी बिजनेस 11.7%, हाइपरप्योर 27.4%, क्विक कॉमर्स 22.5%, और गोइंग आउट सेवाएं 2.2% बढ़ीं। खाना पहुंचाने के कुल ऑर्डर का मूल्य 10% तिमाही दर तिमाही और 27% सालाना बढ़कर लगभग 9,260 करोड़ रुपये हो गया। हर महीने ऑर्डर करने वाले ग्राहकों की संख्या 6.8% बढ़कर 2.03 करोड़ हो गई। ब्लिंकिट का कुल ऑर्डर मूल्य 22.2% बढ़कर 4,920 करोड़ रुपये हुआ।
खाना पहुंचाने के काम का मुनाफा थोड़ा कम हुआ, जबकि ब्लिंकिट का मुनाफा बढ़ा। विशेषज्ञों का मानना है कि Zomato का फूड डिलीवरी बिजनेस अगले 2-3 सालों में भी 25% की दर से बढ़ता रहेगा। यह वृद्धि पुराने ग्राहकों द्वारा ज्यादा ऑर्डर करने और नए ग्राहकों के जुड़ने से होगी।
विशेषज्ञों का कहना है कि भारत जैसे कीमत संवेदनशील बाजार में प्लेटफॉर्म शुल्क की एक सीमा हो सकती है। ब्लिंकिट को लेकर, कंपनी मौजूदा और नए इलाकों में अपने स्टोर बढ़ाने पर ध्यान दे रही है। वे वित्त वर्ष 2025-26 तक अपने स्टोरों की संख्या लगभग 4 गुना बढ़ाकर 2,000 करना चाहते हैं। वित्त वर्ष 2024 में यह संख्या 524 थी और वित्त वर्ष 2025 के लिए 1,000 का लक्ष्य है। नोमुरा के विश्लेषकों का मानना है कि इससे Zomato के क्विक कॉमर्स में वित्त वर्ष 2025-26 में 100-110% की सालाना वृद्धि हो सकती है। उन्होंने Zomato के शेयर के लिए ‘खरीदें’ की सलाह दी है और इसका टार्गेट प्राइस बढ़ाकर 280 रुपये कर दिया है।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के विशेषज्ञों का मानना है कि ब्लिंकिट का कुल ऑर्डर मूल्य Zomato के मूल्य को सबसे ज्यादा प्रभावित करेगा। अगर ब्लिंकिट का कुल ऑर्डर मूल्य वित्त वर्ष 2024 से 2028 के बीच हर साल 75% बढ़ता है, तो Zomato का टार्गेट प्राइस 300 रुपये हो सकता है। लेकिन अगर यह वृद्धि 50% रहती है, तो टार्गेट प्राइस 180 रुपये हो सकता है। फिलहाल, उन्होंने 300 रुपये का टार्गेट प्राइस तय किया है।
कई अन्य बड़ी कंपनियों ने भी Zomato के शेयर के लिए अपने टार्गेट प्राइस बढ़ाए हैं। CLSA ने 350 रुपये, UBS ने 260 रुपये, सिटी ने 280 रुपये, गोल्डमैन सैक्स ने 280 रुपये, बर्नस्टीन ने 275 रुपये और मॉर्गन स्टैनली ने 278 रुपये का टार्गेट प्राइस रखा है।