सोमवार को दोनों ही बेंचमार्क सूचकांक 3.8 फीसदी गिरकर बंद हुए, जो पिछले चार हफ्तों में एक दिन में सबसे ज्यादा की गिरावट है। गिरावट विदेशी बाजारों की कमजोरी और मुनाफावसूली की वजह से रही।
यूरोपीय बाजार की गिरावट के बाद घरेलू बाजार की कमजोरी बढ़ी, यूरोप के बाजार के निवेशक कार्पोरेट मुनाफों को लेकर चिंतित हैं और वहां बैंक और एनर्जी के शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट रही। डेरिवेटिव और टेक्निकल एनालिस्ट उम्मीद कर रहे हैं कि बाजार में आगे और करेक्शन आएगा।
वीएफएम डायरेक्ट डॉट कॉम के टेक्निकल एनालिस्ट कमलेश लांगोटे के मुताबिक निफ्टी किसी भी ब्रेकआउट से पहले 2600 से 3150 अंकों के बीच कारोबार कर सकता है। अगर निकट भविष्य में बाजार अक्टूबर के स्तर पर जाता है तो निफ्टी में 800-1000 अंकों का करेक्शन देखा जा सकता है।
निफ्टी के फरवरी वायदा में स्पॉट की तुलना में डिस्काउंट 6 से बढ़कर 30 अंक का हो गया है। जबकि ओपन इंटरेस्ट 14.1 लाख शेयरों से गिरा है जो इस बात का संकेत है कि लांग पोजीशन अनवाइंड हो रही हैं और नई शार्ट पोजीशन बन रही है।
पुट के बिकवाल 2700, 2800 और 2900 के भाव पर अपनी पोजीशन खत्म करते देखे गए, इस उम्मीद में कि निफ्टी जल्दी ही 2700 से नीचे जाएगा। कारोबारी 2600 के भाव पर पुट की बिकवाली कर रहे थे जो आगे का सपोर्ट स्तर बनने का संकेत है। कारोबारी बैंकिंग सेक्टर के कई शेयरों में लांग पोजीशन खत्म करते और नई शार्ट पोजीशन लेते देखे गए।
जेपी एसोसिएट्स, सुजलॉन,यूनीटेक, आरएनआरएल, एनटीपीसी, रिलायंस कम्युनिकेशंस और सेल में ओपन इंटरेस्ट 16 से 66 लाख शेयरों के बीच गिरा। एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और स्टेट बैंक में ओपन इंटरेस्ट बढ़ा है और कीमतें कम हुई हैं जो ताजा शार्ट पोजीशन का संकेत है।
एंजेल ब्रोकिंग के डेरिवेटिव और इक्विटी एनालिस्ट सिध्दार्थ भामरे के मुताबिक बाजार में करेक्शन के संकेत हैं क्योकि बाजार ऊपर की रेंज में कारोबार कर रहा है। 40 फीसदी की इम्प्लाइड वोलाटालिटी के साथ ऑप्शन कारोबारी 2800 और 2900 पर पुट खरीद रहे हैं और यही इस स्तर के पुट में ओपन इंटरेस्ट में इजाफेकी वजह है क्योकि इसमें शार्ट बन रहे हैं। भामरे का मानना है कि 2500 के करीब शार्ट कवरिंग हो सकती है।