सोमवार को बीएसई में कपड़ा और इससे जुड़ी कंपनियों के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली। भारी ट्रेडिंग के बीच इन शेयरों में 20% तक का उछाल आया। दोपहर 2:01 बजे बीएसई सेंसेक्स 0.45% गिरकर 81,767 पर था।
डोनेर इंडस्ट्रीज और सियाराम सिल्क मिल्स के शेयर 20% चढ़े। वहीं, मफतलाल इंडस्ट्रीज के शेयर 14% और जिंदल वर्ल्डवाइड, ज़ोडियाक क्लोदिंग कंपनी, शिवा मिल्स, सुर्यलता स्पिनिंग मिल्स और सुर्यलक्ष्मी कॉटन मिल्स के शेयर 10% तक बढ़े। इंडो काउंट इंडस्ट्रीज, अरविंद, हिमतसिंका साइड और वर्धमान टेक्सटाइल्स के शेयर 2% से 6% के बीच उछले।
विशेषज्ञों के अनुसार, बीते कुछ सालों में कपड़ा सेक्टर में अच्छा सुधार देखा गया है और अब यह फिर से तेजी पकड़ रहा है। भारत का निर्यात वैश्विक निर्यात बाजार से बेहतर प्रदर्शन कर रहा है जिससे बाजार हिस्सेदारी में बढ़ोतरी हो रही है। इसका कारण है “चाइना+1” रणनीति और बांग्लादेश में आर्थिक अस्थिरता के चलते रिटेलर्स का भारत की ओर रुख।
लंबी अवधि में भारतीय कपड़ा उद्योग के लिए ग्रोथ की संभावनाएं मजबूत हैं। इसमें वैल्यू-एडेड प्रोडक्ट के साथ क्षमता विस्तार, चाइना+1 रणनीति, सरकार के विभिन्न देशों के साथ व्यापार समझौते, उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (PLI) योजना के लाभ और निर्यात बाजार में बढ़ती हिस्सेदारी शामिल हैं।
गोकलदास एक्सपोर्ट्स के शेयरों ने नया रिकॉर्ड बनाते हुए ₹1,210.65 का हाई छू लिया। इस दौरान इस स्टॉक ने एक महीने में 48% की तेजी दर्ज की। कंपनी के मैनेजमेंट ने वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी छमाही (अक्टूबर-मार्च) में प्रदर्शन में मजबूत सुधार की उम्मीद जताई है। वैश्विक बाजारों में बढ़ती मांग के साथ, यह रुझान जारी रहने की संभावना है।
विश्लेषकों के अनुसार, मौजूदा क्षेत्रों में बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने, नए बाजारों में ग्राहकों को जोड़ने और क्षमता विस्तार के कारण गोकलदास एक्सपोर्ट्स आने वाले समय में स्थिर दो अंकों की रेवेन्यू में बढ़ोतरी हासिल कर सकती है। कंपनी का रेवेन्यू 15% की कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट (CAGR) से बढ़ने की उम्मीद है। विकसित देशों में कपड़ों की बढ़ती खपत, चीन/बांग्लादेश से उत्पादन शिफ्ट और यूके के साथ संभावित मुक्त व्यापार समझौते (FTA) से लंबी अवधि में भारत को बड़ा फायदा दे सकते हैं।
दूसरी ओर, सियाराम सिल्क मिल्स के शेयर 39% चढ़कर ₹1,160 के नए हाई पर पहुंच गए। यह तेजी कंपनी द्वारा 12 दिसंबर को Cadini Italy Perfumes के भारत में लॉन्च के बाद आई। सियाराम सिल्क मिल्स भारत के सबसे प्रसिद्ध कपड़ा ब्रांड्स में से एक है। यह कंपनी फैब्रिक्स, रेडीमेड गारमेंट्स और अन्य टेक्सटाइल उत्पादों की मार्केटिंग और सेल करती है। साथ ही, कंपनी के रिटेल स्टोर्स का एक बड़ा नेटवर्क है जो पुरुषों के फैशन फैब्रिक्स, परिधान और एक्सेसरीज ऑफर करता है। कंपनी के लोकप्रिय ब्रांड्स में Siyaram, J. Hampstead, Oxemberg, और Cadini शामिल हैं, जो कस्टमर्स के बीच काफी पसंद किए जाते हैं।
कंपनी के मैनेजमेंट ने आने वाले समय को लेकर भरोसा जताया है। उनका कहना है कि उपभोक्ताओं की बढ़ती मांग और बाजार की अच्छी स्थिति से साल के बाकी समय में उद्योग मजबूत रहेगा। इससे कारोबार में लगातार बढ़ोतरी और सफलता की संभावना है।
टेक्सटाइल उद्योग को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार ने कई योजनाएं शुरू की हैं। इनमें स्कीम फॉर कैपेसिटी बिल्डिंग इन टेक्सटाइल सेक्टर (SAMARTH) शामिल है, जो कामकाज में कुशल लोगों को तैयार करने पर ध्यान देती है। अमेंडेड टेक्नोलॉजी अपग्रेडेशन फंड स्कीम (ATUFS) उद्योग को नई और आधुनिक तकनीक अपनाने में मदद करती है। नेशनल टेक्निकल टेक्सटाइल मिशन का मकसद तकनीकी टेक्सटाइल्स का विकास और इस्तेमाल बढ़ाना है।
सरकार ने प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) स्कीम के जरिए मैनमेड फाइबर और कपड़ों के उत्पादन को प्रोत्साहित किया है। पीएम-मित्र योजना के तहत विश्वस्तरीय इन्फ्रास्ट्रक्चर और प्लग-एंड-प्ले सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। स्कीम फॉर इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल पार्क्स (SITP) के तहत टेक्सटाइल पार्क्स को आधुनिक बनाने का काम जारी है। वहीं, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (NIFT) टेक्सटाइल और फैशन के क्षेत्र में नए अवसर तैयार कर रहा है।
इन योजनाओं का उद्देश्य न केवल टेक्सटाइल उद्योग को आधुनिक बनाना है, बल्कि इसे रोजगार का बड़ा जरिया भी बनाना है। सरकार के ये प्रयास उद्योग को नई ऊंचाइयों पर ले जाने और वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा बढ़ाने में मदद करेंगे।