टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज का शेयर सोमवार को एनएसई पर 4.7 फीसदी टूटकर 3,112 रुपये पर बंद हुआ क्योंकि कंपनी का एबिटा मार्जिन जून तिमाही में क्रमिक आधार पर 185 आधार अंक घटकर 23.1 फीसदी रह गया।
सोमवार को यह शेयर हालांकि सबसे ज्यादा टूटा और उसने निफ्टी आईटी इंडेक्स को भी नीचे खींच लिया, जो 3 फीसदी गिरकर बंद हुआ। इस तरह से यह सोमवार को क्षेत्रीय सूचकांकों में सबसे ज्यादा गंवाने वालों में शामिल हो गया जबकि बाजार करीब-करीब स्थिर बंद हुए।
टीसीएस में गिरावट का असर अन्य आईटी शेयरों पर भी पड़ा और एचसीएल टेक, कोफोर्ज, इन्फोसिस, माइंडट्री और एलऐंडटी इन्फोटेक 2.85 फीसदी से लेकर 4.33 फीसदी तक टूटे। उधर, टेक महिंद्रा, विप्रो और एम्फैसिस में एनएसई में 1.6 फीसदी से लेकर 2 फीसदी तक की गिरावट आई।
टीसीएस का शुद्ध लाभ जून तिमाही में सालाना आधार पर 5.2 फीसदी बढ़ा जबकि क्रमिक आधार पर यह 2.5 फीसदी बढ़कर 9,478 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ब्लूमबर्ग के 9,850 करोड़ रुपये के लाभ के अनुमान को पूरा नहीं कर पाई। तिमाही में राजस्व सालाना आधार पर 16.2 फीसदी और क्रमिकआधार पर 4.28 फीसदी बढ़कर 52,758 करोड़ रुपये रहा।
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के विश्लेषकों का मानना है कि मार्जिन पर वित्त वर्ष 24 तक दबाव रहेगा और वित्त वर्ष 22-24 में मार्जिन 30 आधार अंक घटेगा। हालांकि ब्रोकरेज ने खरीद की रेटिंग के साथ टीसीएस के लिए 3,785 रुपये का लक्ष्य बरकरार रखा है।
नोमूरा के विश्लेषकों ने डॉलर के लिहाज से राजस्व में बढ़त का अनुमान सालाना आधार पर 9 फीसदी रखा है, जो पहले 10.8 फीसदी था, जिसमें ऑर्डर बुकिंग में सुस्ती और क्रॉस करेंसी अवरोध को समाहित किया गया है।
