facebookmetapixel
मोतीलाल ओसवाल ने इन 5 स्टॉक्स पर दी BUY रेटिंग, 1 साल में 24% तक अपसाइड के टारगेटअदाणी पावर को एमपी सरकार से फिर मिला ऑर्डर, ₹21000 करोड़ करेगी निवेश; शेयर ने लगाई छलांगपूर्वांचल और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे किनारे उद्योगों को मिलेगी रफ्तार, यूपी सरकार की बड़ी पहलसोने-चांदी में गिरावट के साथ शुरू हुआ कारोबार, MCX पर देखें आज का भावएल्युमीनियम उद्योग को नीतिगत समर्थन की जरूरत : हिंडाल्कोवैल्यूएशन पर नहीं बनी सहमति, हायर इंडिया में हिस्सेदारी खरीदने से पीछे हटा मित्तलIDBI बैंक ने Zee एंटरटेनमेंट के खिलाफ फिर दायर की याचिकाCEA नागेश्वरन का दावा: घरेलू सुधारों ने भारत को दी सुरक्षा, जीएसटी सुधार से बढ़ेगी खपतFitch ने भारत का GDP ग्रोथ अनुमान बढ़ाया, घरेलू मांग और निवेश को बताया सहारासंजय कपूर की पत्नी प्रिया को सभी संपत्तियों का खुलासा करने का निर्देश

भारतीय बाजार का मूल्यांकन उचित दायरे में है- टाटा म्युचुअल फंड

बाजार में मजबूत आ​र्थिक परिवेश का असर दिखा है। मूल्यांकन अन्य उभरते बाजारों के मुकाबले महंगा है और उचित भी है।

Last Updated- March 10, 2024 | 10:45 PM IST
भारतीय बाजार का मूल्यांकन उचित दायरे में है- टाटा म्युचुअल फंड, Valuation of Indian market is within reasonable range – Tata Mutual Fund
Rahul Singh, CIO-Equities, Tata Mutual Fund

टाटा म्युचुअल फंड के मुख्य निवेश अ​धिकारी (इ​क्विटी) राहुल सिंह ने अ​भिषेक कुमार के साथ फोन पर हुई बातचीत में कहा कि अल्पाव​धि में इ​क्विटी बाजार का प्रतिफल आय वृद्धि पर केंद्रित रहेगा, जिसे देखते हुए मूल्यांकन में बदलाव की गुंजाइश सीमित है। सिंह का मानना है कि बाजार के लिए एकमात्र समस्या ग्रामीण मांग के मोर्चे पर पैदा हो सकती है। पेश हैं बातचीत के मुख्य अंश:

आप भारतीय बाजार की मौजूदा ​स्थिति को किस नजरिये से देखते हैं? मूल्यांकन बढ़ा है। ऐसे में क्या आपको अब और ज्यादा तेजी की संभावना दिख रही है?

बाजार में मजबूत आ​र्थिक परिवेश का असर दिखा है। मूल्यांकन अन्य उभरते बाजारों के मुकाबले महंगा है और उचित भी है। हम आ​र्थिक परिदृश्य और संपूर्ण वृहद आ​र्थिक स्थायित्व के संदर्भ में बेहतर ​स्थिति में हैं। सिर्फ बाजार पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय हमें 7 प्रतिशत वृद्धि दर के लिए किसी संभावित जो​खिम के लिए अर्थव्यवस्था पर नजर रखनी चाहिए।

मौजूदा समय में, हमें भूराजनीतिक तनाव में संभावित वृद्धि को छोड़कर कोई बड़ी चुनौती नहीं दिख रही है। इस महंगे मूल्यांकन के लिए कई कारक हैं, बशर्ते कि इसमें इजाफा न हो। ऐसे परिवेश में ​इ​क्विटी बाजार प्रतिफल आय वृद्धि दर के अनुरूप रहेगा और आगामी वित्त वर्ष में यह 12 से 15 प्रतिशत के बीच रह सकता है।

आप कौन से जो​खिम देख रहे हैं?

चुनौतीपूर्ण एवं संभावित भू-राजनीतिक जोखिमों से परे, वर्तमान में प्राथमिक प्रतिकूल स्थिति ग्रामीण खपत में सुस्त सुधार है। यदि खपत की रफ्तार सुस्त बनी रही तो इससे बड़ा झटका लग सकता है और सकल जीडीपी प्रभावित हो सकती है। मांग में नरमी से पूंजीगत खर्च चक्र भी बा​धित होगा, जिसमें अभी निजी भागीदारी की वजह से सुधार देखा जा रहा है। हालांकि इस चुनौती की भरपाई बढ़ती निर्यात संभावनाओं से हो सकती है।

क्या ब्याज दरों में संभावित कटौती से व्यवसायों को फायदा होने की उम्मीद है?

पिछले डेढ़ साल में बढ़ी हुई ब्याज दरों ने कंपनियों के प्रदर्शन पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं डाला है। रियल एस्टेट और वाहन जैसे कई ब्याज दर-संवेदी क्षेत्र तेजी से फल-फूल रहे हैं। यदि बढ़ती ब्याज दरों का मांग पर नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ा है तो दरों में संभावित गिरावट का भी ज्यादा असर नहीं पड़ सकता है।

अल्पाव​धि में आप कहां प्रतिफल मिलने की उम्मीद कर रहे हैं?

एक वर्षीय नजरिये से आकर्षक रिस्क/रिवार्ड प्रोफाइल के साथ निजी क्षेत्र के बैंकों का मूल्यांकप उचित दिख रहा है। मजबूत संभावनाओं वाला अन्य क्षेत्र है फार्मास्युटिकल। इससे संकेत मिलता है कि शायद बुरा दौर पीछे छूट गया है। खासकर अमेरिका में मूल्य निर्धारण दबाव अब दूर हो गया है।

जब कई स्मॉलकैप योजनाओं ने लार्जकैप के मुकाबले अपना निवेश बढ़ाया, आपकी स्मॉलकैप योजना ने ऐसा नहीं किया। इस निर्णय के पीछे क्या वजह रही?

हम ट्रू-टु-लेबल बने रहना चाहेंगे। लार्जकैप में निवेश की स्वायत्तता के बावजूद, हमने लगातार इस रणनीति पर अमल किया है। योजना को पांच साल पूरे हो गए हैं। पिछले साल के जुलाई में, हमने निवेश संबं​धित चुनौतियां दूर करने के लिए एकमुश्त निवेश पर कुछ सीमाएं लगाईं।

हाल के महीनों में हमने स्मॉलकैप फंड योजनाओं में निवेश की सुस्त रफ्तार देखी है। निवेशकों की दिलचस्पी लार्जकैप व फ्लेक्सीकैप फंडों में बढ़ रही है। क्या निवेशक सही निर्णय ले रहे हैं?

हां, मैं ऐसा मानता हूं। लार्जकैप क्षेत्र में रिस्क/रिवार्ड अनुपात स्मॉलकैप और मिडकैप के मुकाबले ज्यादा अनुकूल है। हालांकि, यह बताना जरूरी है कि अर्थव्यवस्था की सकारात्मक राह और विनिर्माण तथा निवेश चक्रों में अनुकूल रुझानों को देखते हुए, हम स्मॉलकैप के बारे में निराशावादी नहीं हैं।

तीसरी तिमाही के अब तक घो​षित हुए नतीजों पर आपकी क्या प्रतिक्रिया है?

दिसंबर तिमाही के परिणाम संतोषजनक रहे हैं। जहां राजस्व वृद्धि अच्छी नहीं थी, वहीं मुनाफा वृद्धि 20 प्रतिशत से ऊपर रही। ऐसा शायद मुख्य तौर पर मार्जिन वृद्धि की वजह से हुआ और यह ट्रेंड बरकरार रह सकता है। भविष्य में, अगले साल के लिए हमारा अनुमान 14-15 प्रतिशत की वृद्धि दर का है।

First Published - March 10, 2024 | 10:45 PM IST

संबंधित पोस्ट