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Stock Market: नए वित्त वर्ष में रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचे शेयर बाजार

Stock Market: बाजार के आशावाद का कारण अमेरिका में महंगाई के नरम होते आंकड़े हैं। इससे अमेरिकी फेडरल रिजर्व की तरफ से ब्याज कटौती को लेकर उम्मीद जगी है।

Last Updated- April 01, 2024 | 9:55 PM IST
जुलाई के पहले कारोबारी सत्र में नई ऊंचाई पर सूचकांक बंद, Stock Market: Index closed at new high in the first trading session of July

बेंचमार्क सेंसेक्स और निफ्टी ने नई रिकॉर्ड ऊंचाई के साथ नए वित्त वर्ष में प्रवेश किया। लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में बढ़ोतरी दर्ज करते हुए सेंसेक्स ने सत्र के दौरान 74,254.2 अंकों की नई ऊंचाई को छुआ जबकि निफ्टी 22,528.6 अंक तक चढ़ गया और इस तरह उसने 7 मार्च की अपनी पिछली रिकॉर्ड ऊंचाई को पीछे छोड़ दिया। हालांकि सेंसेक्स और निफ्टी 7 मार्च के अपने-अपने स्तर से नीचे बंद हु​ए।

सेंसेक्स 363.2 अंकों की बढ़त के साथ 74,014.5 पर बंद हुआ जबकि ​निफ्टी ने 135 अंकों के इजाफे के साथ 22,462 पर कारोबार की समाप्ति की। व्यापक बाजारों ने काफी उम्दा प्रदर्शन किया और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 3.3 फीसदी चढ़ा जबकि निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स में 1.74 फीसदी का इजाफा हुआ।

बाजार के आशावाद का कारण अमेरिका में महंगाई के नरम होते आंकड़े हैं। इससे अमेरिकी फेडरल रिजर्व की तरफ से ब्याज कटौती को लेकर उम्मीद जगी है।

यूरोपीय केंद्रीय बैंक के अधिकारियों ने टिप्पणी की है कि यूरोप फेड से पहले ब्याज दरें घटा सकता है और इससे भी जोखिम वाले दांवों में इजाफा हुआ। इसके अलावा चीन में छह महीने में पहली बार विनिर्माण गतिविधियों में विस्तार हुआ जिससे भी मनोबल बढ़ा।

फरवरी में अमेरिकी व्यक्तिगत उपभोग खर्च (पीसीई) पिछले महीने के मुकाबले 0.3 फीसदी बढ़ा, जो कुछ विश्लेषकों की 0.4 फीसदी बढ़ोतरी के अनुमान से थोड़ा कम है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की प्राथमिकता महंगाई है जिसमें मामूली बढ़ोतरी और घरेलू खर्चों में सुधार ने इस साल दर कटौती की उम्मीद को मजबूती दी है।

विश्लेषकों ने हालांकि निवेशकों को यह कहते हुए सतर्क किया है ब्याज दर कटौती कब होगी, यह अनुमान लगाना तब तक मुश्किल है जब तक कि फेडरल रिजर्व ऐसा मजबूत बयान नहीं देता है जो मौद्रिक नीति में नरमी या आंकड़ों पर उसकी निर्भरता के नजरिये में बदलाव की पुष्टि करे। फेडरल चेयरमैन​ जीरोम पॉवेल ने पिछले हफ्ते कहा था कि केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में तब तक कटौती की हड़बड़ी में नहीं है जब तक कि महंगाई पर लगाम नहीं लगती।

इस बीच, चीन में आधिकारिक परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) मार्च में बढ़कर 50.8 पर पहुंच गया जो फरवरी में 49.1 रहा था। पीएमआई का 50 से ऊपर होना वृद्धि दर्शाता है। चीन के मजबूत पीएमआई आंकड़ों के बाद धातु क्षेत्र के कई शेयरों में खरीदारी देखने को मिली। जेएसडब्ल्यू स्टील 4.8 फीसदी चढ़ा और सेंसेक्स में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला शेयर रहा। टाटा स्टील में 4.6 फीसदी का इजाफा हुआ।

मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि कुल मिलाकर वैश्विक मनोबल को अनुमान से नरम अमेरिकी खपत आंकड़ों और अमेरिकी जीडीपी के मजबूत आंकड़ों से सहारा मिला जिससे ब्याज दर में कटौती की उम्मीद बढ़ी है।

अब हर किसी की नजर शुक्रवार को आने वाली आरबीआई की मौद्रिक नीति पर है जिसके यथास्थिति रहने की उम्मीद है लेकिन उसकी टिप्पणी पर हर किसी की नजर रहेगी। बाजार अपनी सकारात्मक चाल जारी रख सकता है, लेकिन इसमे उतारचढ़ाव हो सकता है।

आने वाले समय में मार्च तिमाही के कंपनियों के नतीजे और भारत व अन्य देशों के अहम आर्थिक आंकड़े बाजार की दिशा तय करेंगे। निवेशक इस पर भी नजर रखेंगे कि क्या स्मॉलकैप व मिडकैप शेयरों में गिरावट के कारण लार्जकैप में और निवेश बढ़ेगा।

रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष (तकनीकी शोध) अजित मिश्र ने कहा कि हमारी नजर निफ्टी के 22,700 के स्तर पर है। ऐसे में निवेशकों को गिरावट में खरीदारी का तरीका बरकरार रखना चाहिए।

मौजूदा रफ्तार को बनाए रखने में बैंकिंग क्षेत्र की भागीदारी अहम भूमिका रहेगी, वहीं अन्य क्षेत्र बारी बारी से सहायक की भूमिका निभाएंगे। ट्रेडरों को शेयर विशेष का तरीका बरकरार रखना चाहिए और ज्यादा मजबूती दिखाने वाले शेयरों पर ध्यान देना चाहिए।

एचडीएफसी बैंक 1.5 फीसदी चढ़ा और उसने सेंसेक्स की बढ़त में सबसे ज्यादा योगदान किया। इसके बाद लार्सन ऐंड टुब्रो का स्थान रहा जिसमें 1.6 फीसदी का इजाफा हुआ। एफपीआई 522 करोड़ रुपये के शुद्ध बिकवाल रहे जबकि देसी संस्थान 1,208 करोड़ रुपये के शुद्ध खरीदार रहे। बाजार में चढ़ने व गिरने वाले शेयरों का अनुपात मजबूत रहा और 3,212 शेयर चढ़े जबकि 698 में गिरावट आई।

First Published - April 1, 2024 | 9:55 PM IST

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