Stock Market Closing Bell, July 31: अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) के भारत पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने और विदेशी निवेशकों की बिकवाली के चलते भारतीय शेयर बाजार उतार-चढ़ाव वाले कारोबार में गिरकर बंद हुआ। हालांकि, निवेशकों ने ट्रंप टैरिफ के फैसले को पचा लिया था। लेकिन आखिरी अंधे घंटे में बाजार में बिकवाली हो गई जिससे बाजार गिर गया।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) आज 545.81 अंक की गिरावट लेकर 80,695.50 पर ओपन हुआ। खुलते ही इसमें गिरावट गहरा गई और यह 80,695 अंक तक फिसल गया। हालांकि, बाद में यह निचले स्तरों से 1000 अंक तक चढ़कर हरे निशान में आ गया। लेकिन अंत में यह 296.28 अंक या 0.36 फीसदी की गिरावट लेकर 81,185.58 पर सेटल हुआ।
इसी तरह, नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी50 (Nifty-50) भी बड़ी गिरावट के साथ 24,642.25 अंक पर ओपन हुआ। हालांकि, कारोबार के दूसरे हाफ में यह हरे निशान में लौट गया। लेकिन अंत में एक बार फिर बिकवाली हावी हो गई। अंत में यह 86.70 अंक या 0.35 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,768 पर बंद हुआ।
सेंसेक्स की कंपनियों में टाटा स्टील का शेयर सबसे ज्यादा गिरा। इसमें 2.20 फीसदी की गिरावट आई। इसके अलावा सन फार्मा, अदाणी पोर्ट्स, रिलायंस, एनटीपीसी, एशियन पेंट्स, एलएंडटी, टाइटन और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स के शेयर गिरावट में बंद हुए। दूसरी तरफ, हिंदुस्तान यूनिलीवर सबसे ज्यादा चढ़कर बंद हुआ। साथ ही इटरनल, आईटीसी, कोटक बैंक, पावर ग्रिड और टेक महिंद्रा बढ़त में रहे।
ब्रोडर मार्केटस में निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स में 0.93 फीसदी और निफ़्टी स्मॉलकैप इंडेक्स में 1.05 प्रतिशत की गिरावट लेकर बंद हुआ। सेक्टोरल मोर्चे पर निफ्टी मेटल इंडेक्स और निफ्टी फार्मा इंडेक्स प्रमुख रूप से गिरावट में रहे। निफ्टी ऑइल एंड गैस में सबसे ज्यादा 1.48 फीसदी की गिरावट आई।
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका 1 अगस्त से भारत के उत्पादों पर 25 फीसदी शुल्क लगाएगा। इसके साथ ही उन्होंने रूस से ईंधन खरीद पर ‘जुर्माना’ लगाने की भी बात कही है। अप्रैल में ट्रंप ने भारत पर 26 फीसदी जवाबी शुल्क लगाने की घोषणा की थी। वर्तमान में भारत से अमेरिका को होने वाले निर्यात पर सर्वाधिक तरजीही राष्ट्र पर लगने वाले शुल्क के अलावा 10 फीसदी का बुनियादी शुल्क वसूला जा रहा है।
यह घोषणा ऐसे समय में की गई है जब भारत और अमेरिका पांच दौर की गहन वार्ता के बावजूद 1 अगस्त से पहले अंतरिम व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने में विफल रहे हैं। अमेरिकी प्रशासन ने अपने व्यापारिक भागीदार देशों पर कठोर देश-विशिष्ट जवाबी शुल्क लागू करने की समयसीमा 1 अगस्त रखी थी।
एशियाई बाजारों में भी ज्यादातर इंडेक्स गिरावट में हैं। हांगकांग का हैंग सेंग और चीन का CSI 300 इंडेक्स सबसे ज्यादा नुकसान में रहे, क्योंकि टैरिफ लागू होने की समयसीमा करीब आती जा रही है।
इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने भारत पर निशाना साधते हुए कहा है कि भारत दुनिया में सबसे ज्यादा टैरिफ लगाने वाले देशों में शामिल है और इसके व्यापारिक नियम “कठोर और आपत्तिजनक” हैं। ट्रंप ने भारत द्वारा रूस से ऊर्जा आयात को लेकर और प्रतिबंधों की भी चेतावनी दी है।
नई टैरिफ व्यवस्था के तहत भारत पर सबसे ऊंची दर लगाई गई है। वियतनाम पर 20%, इंडोनेशिया पर 19%, जापान पर 15% और ब्राज़ील को 50% टैरिफ से अस्थायी राहत दी गई है।
इस घटनाक्रम के बीच भारतीय रुपया भी दबाव में आ गया है। ऑफशोर ट्रेडिंग में डॉलर के मुकाबले रुपया 0.9% टूटकर 88 तक पहुंच गया है। विदेशी मुद्रा बाजार की नजर भी अब रुपये की चाल पर टिकी रहेगी।
इस बीच अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने लगातार पांचवीं बार ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है, जिससे सितंबर में संभावित रेट कट की उम्मीदें कमजोर पड़ी हैं। ट्रंप के दबाव के बावजूद फेड ने स्थिति को यथावत रखा है। ब्लूमबर्ग के मुताबिक, फेड की बैठक में 30 साल में पहली बार दो गवर्नरों ने फैसले का विरोध किया। फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने कहा, “अब भी कई अनिश्चितताएं बाकी हैं।”
अमेरिकी अर्थव्यवस्था की बात करें तो 2025 की दूसरी तिमाही में महंगाई समायोजित जीडीपी ग्रोथ घटकर 3% रही है, जो इस साल की पहली छमाही की तुलना में धीमी है।
ट्रंप से जुड़ी खबरें यहीं खत्म नहीं होतीं। उन्होंने सेमी-फिनिश्ड कॉपर इंपोर्ट पर 50% टैरिफ लगा दिया, जिसके चलते कॉपर की कीमतों में तेज गिरावट देखी गई। वहीं कच्चे तेल की कीमतें जून के बाद के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं क्योंकि ट्रंप ने भारत के रूसी तेल आयात को भी निशाने पर लिया है।
भारतीय शेयर बाजार बुधवार को वैश्विक संकेतों के बीच उतार-चढ़ाव के बाद आखिरकार हरे निशान में बंद हुआ। एशियाई बाजारों से मिले-जुले रुख और अमेरिका में ट्रंप टैरिफ की डेडलाइन समाप्त होने से पहले निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया, जिससे बाजार में दिनभर अस्थिरता बनी रही। हालांकि, एलएंडटी और भारती एयरटेल जैसे दिग्गज शेयरों में ताजा खरीदारी से सेंसेक्स और निफ्टी को समर्थन मिला।
बीएसई सेंसेक्स आज 81,594.52 अंक पर मजबूती के साथ खुला। शुरुआती बढ़त के बाद बाजार में हल्की गिरावट भी देखने को मिली, लेकिन सेशन के दूसरे हिस्से में सेंसेक्स सीमित दायरे में घूमता रहा। कारोबार के अंत में यह 143.91 अंक या 0.18 फीसदी की बढ़त के साथ 81,481.86 पर बंद हुआ।
वहीं, एनएसई का निफ्टी-50 भी 24,890.40 पर मजबूत शुरुआत के साथ खुला। दिन के कारोबार में यह 24,771.95 के निचले स्तर और 24,902 के उच्च स्तर तक गया। अंत में यह 33.95 अंक या 0.14 फीसदी की तेजी के साथ 24,855 के स्तर पर बंद हुआ।