अमेरिका में भारतीय उद्योगपति और अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी और सात अन्य लोगों पर भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद रेटिंग एजेंसी एसऐंडपी ग्लोबल ने आज समूह की तीन कंपनियों पर अपना आउटलुक बदलते हुए इसे ऋणात्मक कर दिया है।
एसऐंडपी ग्लोबल ने अदाणी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई लिमिटेड (अदाणी इलेक्ट्रिसिटी), अदाणी पोर्ट्स ऐंड स्पेशल इकनॉमिक जोन लिमिटेड (अदाणी पोर्ट्स) और अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) की सहायक कंपनी अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड रिस्ट्रिक्टेड ग्रुप 2 (एजीईएल आरजी 2) को लेकर अपने आउटलुक में बदलाव किया है। एजीईएल पर आरोपों के छींटे लगे हैं, लेकिन अमेरिकी में चल रही कार्यवाही में इसका नाम सीधे नहीं लिया गया है।
एसऐंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने बयान में कहा है कि अदाणी समूह की कंपनियों के तीन बोर्ड सदस्यों पर अमेरिका में लगे आरोपों के बाद समूह की अन्य कंपनियों के प्रति भी निवेशकों की धारणा प्रभावित हो सकती है क्योंकि संस्थापक समूह की कई संस्थाओं के बोर्ड में शामिल हैं। इससे उन्हें रकम जुटान में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है और उधारी भी महंगी मिल सकती है।
कंपनी ने अदाणी समूह की तीन कंपनियों की रेटिंग के बारे में बताया है। अदाणी इलेक्ट्रिसिटी और अदाणी पोर्ट्स को बीबीबी- रेटिंग दी गई है जबकि एजीईएल आरजी 2 को बीबी+ रेटिंग मिली है। साथ ही उसने नॉर्थ क्वींसलैंड एक्सपोर्ट टर्मिनल पीटीवाई लिमेटड (एनक्यूएक्सटी) को बीबी और अदाणी इंटरनैशनल कंटेनर टर्मिनल प्राइवेट लिमिटेड (एआईसीटीपीएल) को बीबीबी- रेटिंग दी है।
अमेरिकी अभियोजकों का आरोप है कि अदाणी समूह की कंपनियों के बोर्ड सदस्यों ने भारत में सौर ऊर्जा अनुबंध हासिल करने के लिए 25 करोड़ डॉलर की रिश्वत योजना में शामिल हैं और उन्होंने ऑफशोर बॉन्ड जुटाने के लिए विदेशी निवेशकों को गलतबयानी कर रिश्वत विरोधी अनुपालना नीति का उल्लंघन किया है। इससे अदाणी समूह की अन्य कंपनियों के प्रबंधन और प्रशासन पर भी सवाल खड़े हो सकते हैं।
रेटिंग एजेंसी ने कहा है कि भले ही ये अभी आरोप हैं मगर ये अमेरिकी शॉर्ट सेलर की रिपोर्ट के बाद आए हैं जिस पर सर्वोच्च न्यायालय और भारतीय प्रतिभूति बाजार ने अदाणी समूह की कंपनियों की जांच की थी।
कंपनियों पर ऋणात्मक आउटलुक से पता चलता है कि अगर उनकी रकम जुटाने की क्षमता कमजोर होती है, महंगा कर्ज मिलता है अथवा आरोप सही साबित होते हैं तो कंपनी के नकदी प्रवाह पर भी खासा असर हो सकता है।