facebookmetapixel
नेपाल में राजनीतिक उथल-पुथल का पड़ोसी दरभंगा पर कोई प्रभाव नहीं, जनता ने हालात से किया समझौताEditorial: ORS लेबल पर प्रतिबंध के बाद अन्य उत्पादों पर भी पुनर्विचार होना चाहिएनियामकीय व्यवस्था में खामियां: भारत को शक्तियों का पृथक्करण बहाल करना होगाबिहार: PM मोदी ने पेश की सुशासन की तस्वीर, लालटेन के माध्यम से विपक्षी राजद पर कसा तंज80 ही क्यों, 180 साल क्यों न जीएं, अधिकांश समस्याएं हमारे कम मानव जीवनकाल के कारण: दीपिंदर गोयलभारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में तत्काल सुधार की आवश्यकता पर दिया जोरपीयूष पांडे: वह महान प्रतिभा जिसके लिए विज्ञापन का मतलब था जादूभारत पश्चिम एशिया से कच्चा तेल खरीद बढ़ाएगा, इराक, सऊदी अरब और UAE से तेल मंगाकर होगी भरपाईBlackstone 6,196.51 करोड़ रुपये के निवेश से फेडरल बैंक में 9.99 फीसदी खरीदेगी हिस्सेदारीवित्त मंत्रालय 4 नवंबर को बुलाएगा उच्चस्तरीय बैठक, IIBX के माध्यम से सोने-चांदी में व्यापार बढ़ाने पर विचार

Swiggy का मूल्यांकन घटने के बाद टूटा Zomato का शेयर, ONDC की वजह से दोनों कंपनियां खतरे में

Last Updated- May 09, 2023 | 11:25 PM IST
Swiggy Vs Zomato

जोमैटो (Zomato) का शेयर मंगलवार को 6 फीसदी से ज्यादा टूट गया क्योंकि अमेरिकी फंड मैनेजर इन्वेस्को (Invesko) ने प्रतिस्पर्धी फूड डिलिवरी एग्रीगेटर Swiggy का मूल्यांकन घटाकर आधा कर दिया है।

Zomato का शेयर कारोबार की समाप्ति पर 60.94 रुपये पर बंद हुआ, इस तरह से फूड डिलिवरी का मूल्यांकन 52,281 करोड़ रुपये बैठता है।

स्विगी के मूल्यांकन में कमी ऐसे समय में देखने को मिली है जब कई निवेशक दुनिया भर की तकनीकी कंपनियों के मूल्यांकन का आकलन कर रहे हैं। अभी जोमैटो की ट्रेडिंग उसके इश्यू प्राइस 76 रुपये से 20 फीसदी नीचे हो रही है। बाजार के विशेषज्ञों ने कहा कि आने वाले समय में इस शेयर पर और दबाव रह सकता है।

Also read: Zomato, Swiggy को ONDC से मिल रही सीधी टक्कर, डिलिवर कर रहा सस्ता खाना

इक्विनॉमिक्स के संस्थापक जी. चोकालिंगम ने कहा, नई पीढ़ी की कई कंपनियों के लिए मार्जिनल कॉस्ट शून्य है। साथ ही लाभ में बढ़े राजस्व का योगदान काफी ज्यादा है। जोमैटो के मामले में ऐसा नहीं है क्योंकि उसका कारोबार श्रम गहनता वाला है।

जोमैटो व स्विगी दोनों ही भारत सरकार की तरफ से बनाए गए ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ONDC) से खतरे का सामना कर रही हैं, जो रेस्टोरेंट को फूड की बिक्री सीधे उपभोक्ताओं को करने की इजाजत देता है। इस तरह से थर्ड पार्टी प्लेटफॉर्म पर भरोसे की दरकार नहीं पड़ती। विशेषज्ञों ने हालांकि कहा कि फूड डिलिवरी दिग्गजों पर ONDC का कितना बड़ा असर दिखेगा, यह आने वाले समय में पता चलेगा क्योंकि अभी शुरुआती दिन हैं।

First Published - May 9, 2023 | 8:33 PM IST

संबंधित पोस्ट