बेमौसम बारिश की वजह से इस साल गर्मी के मौसम में कूलिंग उत्पादों की बिक्री उत्साहजनक नहीं रहने से इस क्षेत्र की कुछ कंपनियों के शेयर मार्च की अपनी ऊंचाई से काफी नीचे आ गए हैं।
वोल्टास, सिंफनी, ओरिएंट इलेक्ट्रिक, जॉन कंट्रोलिस-हिताची एयर कंडीशनिंग और क्रॉम्पटन ग्रीव्स जैसी पंखा और एयर कंडीशनर (AC) निर्माताओं के शेयर मार्च से 6-24 प्रतिशत नीचे आए हैं। मार्च के बाद से ही गर्मी का मौसम शुरू हो जाता है।
तुलनात्मक तौर पर सेंसेक्स में 10 प्रतिशत तक की तेजी आई है। हालांकि ब्लू स्टार और व्हर्लपूल ऑफ इंडिया जैसे कुछ शेयर तेजी दर्ज करने में सफल रहे हैं, लेकिन समान अवधि के दौरान बीएसई कंज्यूमर ड्यूरेबल्स इंडेक्स (BSE Consumer Durables index) द्वारा दर्ज 15.1 प्रतिशत प्रतिफल के मुकाबले उनका प्रदर्शन फीका बना हुआ है।
विश्लेषकों का मानना है कि अल्पावधि में इन शेयरों में कमजोरी बनी रहेगी, क्योंकि कम बिक्री से कंपनियां वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में अपने आय अनुमानों को पूरा नहीं कर पाएंगी। हालांकि उनका मानना है कि निवेशकों को गिरावट पर इन शेयरों में खरीदारी करनी चाहिए।
वेंचुरा सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख विनीत बोलिंजकार ने कहा, ‘रुक रुक कर हो रही बारिश और मॉनसून की शुरुआत के साथ ये शेयर कमजोर प्रदर्शन कर सकते हैं, क्योंकि एयर कंडीशनर और अन्य उत्पादों की मांग प्रभावित हो सकती है। इस वजह से पहली तिमाही का परिणाम कमजोर रहेगा, लेकिन दीर्घावधि नजरिये के साथ गिरावट पर ये शेयर खरीदे जा सकते हैं।’
जियोजित फाइनैंशियल सर्विसेज में मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने भी निवेशकों को लंबी अवधि के नजरिये से इन शेयरों में निवेश से जुड़े रहने का सुझाव दिया है, क्योंकि उनका मानना है कि मौजूदा समय में शेयरों पर सिर्फ अल्पावधि चुनौतियों का असर दिख रहा है।
रिपोर्टों के अनुसार, गर्मी के उत्पादों (एसी, कूलर, पंखे और रेफ्रिजरेटर) की कुल बिक्री पिछले साल के मुकाबले अप्रैल-मई के बीच 20-30 प्रतिशत घटी, खासकर उत्तर भारत के क्षेत्रों में यह गिरावट दर्ज की गई, जिनका कंपनियों की कुल बिक्री में 35-40 प्रतिशत योगदान है।
इस सीजन में समर अप्लायंसेज के लिए उद्योग ने 20-25 प्रतिशत की बिक्री वृद्धि का अनुमान जताया था। उनका कहना है कि सुस्त ग्रामीण मांग से भी डिस्क्रेशनरी खर्च प्रभावित हुआ है, लेकिन मॉनसून समाप्त होने और त्योहारी सीजन शुरू होने पर बिक्री में फिर से तेजी दिखेगी।
वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही
विश्लेषकों का मानना है कि वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही का राजस्व कंज्यूमर ड्यूरेबल कंपनियों के लिए कमजोर बना रहेगा। 2022 की अक्टूबर-दिसंबर अवधि भी सुस्त रही थी।
दौलत कैपिटल के अनुसार सूचीबद्ध क्षेत्र से वोल्टास और ब्लू स्टार द्वारा प्रतिकूल आधार की वजह से पहली तिमाही में सपाट से लेकर मध्यम एक अंक की राजस्व वृद्धि दर्ज किए जाने की संभावना है। हालांकि कच्चे माल की कीमतों में लगातार नरमी से तिमाही में मार्जिन में सुधार देखा जा सकता है, लेकिन इस पर ऊंचे विज्ञापन खर्च का दबाव पड़ेगा।