Suzlon Energy Stock: विंड एनर्जी सेक्टर की दिग्गज कंपनी सुजलॉन एनर्जी का शेयर एक बार फिर ब्रोकरेज हाउसेस की रडार पर आया है। ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल (Motilal Oswal) और ICICI सिक्युरिटीज स्टॉक पर बुलिश हैं और 46 फीसदी तक अपसाइड के टारगेट दिए हैं। ब्रोकरेज फर्म्स का कहना है कि सुजलॉन एनर्जी की मजबूत पाइपलाइन है। साथ ही कंपनी का फोकस क्षमता विस्तार पर भी है। इसके अलावा एक्सपोर्ट मार्केट में नए अवसर कंपनी के लिए लंबी अवधि के वैल्यू जेनरेट कर सकते हैं। सोमवार (8 दिसंबर) को शेयर (Suzlon Energy Share) में 1 फीसदी की बढ़त के साथ कारोबार की शुरुआत हुई।
ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल ने सुजलॉन एनर्जी पर BUY की सलाह बनाए रखी है। साथ ही 74 रुपये प्रति शेयर का टारगेट प्राइस दिया है। स्टॉक बीते कारोबारी सेशन (5 दिसंबर) को 52 रुपये के करीब बंद हुआ था। इस तरह मौजूदा भाव से स्टॉक में आगे करीब 43 फीसदी का तगड़ा अपसाइड देखने को मिल सकता है।
वहीं, ICICI Securities ने सुजलॉन एनर्जी पर BUY रेटिंग बरकरार रखी है। प्रति शेयर टारगेट प्राइस 76 रुपये दिया है। जोकि करीब 46 फीसदी का अपसाइड है।
ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि सेंट्रल रिन्यूएबल बिडिंग में कमी (लगभग 40 GW प्रोजेक्ट्स के पास PPAs नहीं हैं) का निकट-अवधि के ऑर्डर फ्लो पर सीमित प्रभाव ही पड़ेगा। विंड पाइपलाइन में अभी भी करीब 15 GW ऑर्डर (बिडिंग/अवार्ड स्टेज) लंबित हैं।
करीब 40 GW के PPAs (ज्यादातर सोलर/सोलर + स्टोरेज) का संभावित कैंसलेशन/री-बिडिंग मार्केट में बढ़ते रियलिस्टिक्स को दिखाता है। सुजलॉन की EPC स्ट्रैटेजी, देश भर में करीब 23 GW विंड साइट्स पर सीमित जमीन के टुकड़े हासिल करने की है, जो घरेलू/चीनी कॉम्पिटिटर्स के मुकाबले एक स्ट्रैटेजिक बढ़त देती है, जिससे बड़े जनरेटर्स के लॉन्ग-टर्म डेवलपमेंट प्लान्स में इसकी भूमिका मजबूत होती है।
ब्रोकरेज रिपोर्ट के मुताबिक, एक्सपोर्ट कंपनी के लिए ग्रोथ का एक मुख्य ड्राइवर बनने की राह पर है। कंपनी मौजूदा प्लेटफॉर्म एक्सपोर्ट के लिए तैयार हैं और आने वाली तिमाही में इस पर ज्यादा स्पष्टता सामने आने की उम्मीद है। मैनेजमेंट को भरोसा है कि भारत FY28 तक 10 GW सालाना विंड इंस्टॉलेशन तक पहुंच सकता है। AI/डेटा सेंटर से बढ़ती डिमांड और बढ़ते C&I लोड के चलते 2030 तक भारत के 100 GW विंड टारगेट को बढ़ाया जा सकता है। कंपनी तीन नई स्मार्टब्लेड फैक्ट्रियों के जरिए कैपेसिटी बढ़ाने का प्लान बना रही है। इनमें दो गुजरात और कर्नाटक में, जबकि तीसरी लोकेशन 2 से 3 महीने में फाइनल हो जाएगी।
ICICI सिक्युरिटीज का कहना है कि कंपनी की पहली छमाही (H1FY26) में ऑपरेटिंग दमदार दमदार रही। नई रिन्यूएबल कैपेसिटी बढ़ाने को लेकर कुछ चिंताएं हैं, इसके बावजूद सुजलॉन ने सकारात्मक पहलुओं को सामने रखा है।
ब्रोकरेज रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी का पूरा भरोसा है कि उसे मजबूत ऑर्डर बुक (OB) है और दमदार मजबूत ऑर्डर इनफ्लो (OI) की संभावनाएं हैं, ऐसा इसलिए क्योंकि करीब 18GW अंडर-डेवलपमेंट क्षमता के लिए उपकरण अभी उपलब्ध कराए जाने बाकी हैं। इसके लिए कंपनी एक्सपोर्ट मार्केट में प्रवेश के लिए वह पूरी तरह तैयार है। साथ ही अगले तीन वर्षों के लिए सालाना 500–550 करोड़ का कैपेक्स प्लान है, और कंपनी तीन नए ब्लेड मैन्युफैक्चरिंग प्लांट शुरू करने जा रही है।
सुजलॉन एनर्जी में सोमवार को BSE पर करीब 1 फीसदी की बढ़त के साथ 52.27 पर कारोबार शुरू हुआ। इससे पिछले सेशन में स्टॉक 51.75 पर सेटल हुआ था। स्टॉक 52 हफ्ते का हाई 74.30 से करीब 30 फीसदी नीचे कारोबार कर रहा है। हालांकि अपने 52 हफ्ते के लो 46 से करीब 15 फीसदी रिकवर हुआ है।
सुजलॉन की परफॉर्मेंस देखें तो इस साल अब तक स्टॉक ने करीब 21 फीसदी निगेटिव रिटर्न दिया है। हालांकि लंबी अवधि का चार्ट देखें तो 2 साल में शेयर 35 फीसदी, 3 साल में 433 फीसदी और 5 साल में 1480 फीसदी से ज्यादा उछल चुका है। कंपनी का मार्केट कैप 71,561 करोड़ रुपये से ज्यादा है।
(डिस्क्लेमर: यहां शेयर में खरीदारी की सलाह ब्रोकरेज ने दी है। बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)