अमेरिका में बेरोजगारी के आंकड़े घटने और मंदी की चिंता कम होने से भारत सहित दुनिया भर के बाजारों में आज तेजी आई। देसी सूचकांक करीब 1 फीसदी उछल गए। सेंसेक्स 820 अंक या 1.04 फीसदी चढ़कर 79,706 पर बंद हुआ। निफ्टी भी 251 अंक या 1.04 फीसदी की तेजी के साथ 24,368 पर बंद हुआ। आज की तेजी से अमेरिका में मंदी के डर से इस हफ्ते बाजार में आई गिरावट की कुछ हद तक भरपाई करने में मदद मिली।
बाजार के उछाल के बावजूद दोनों सूचकांकों ने लगातार दूसरे हफ्ते नुकसान दर्ज किया। सेंसेक्स 1.6 फीसदी और निफ्टी 1.4 फीसदी साप्ताहिक गिरावट पर बंद हुआ जो 2 जून के बाद सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट है। अमेरिका में बेरोजगारी भत्ते के लिए कम आवेदन आए और यह महीने का सबसे कम आंकड़ा है।
3 अगस्त को समाप्त सप्ताह में आए बेरोजगारी लाभ के दावों की संख्या 2.33 लाख रही जो इससे पिछले हफ्ते 2.50 लाख थी। यह आंकड़ा थोड़ा राहत लेकर आया क्योंकि पिछले हफ्ते रोजगार के कमजोर आंकड़ों से अमेरिका में मंदी आने का जोखिम बढ़ गया था और निवेशक अपना पैसा शेयरों से निकाल कर सरकारी बॉन्डों में लगाने लगे थे। इससे दुनिया भर के बाजारों में उथलपुथल देखी जा रही थी। इसके साथ ही अमेरिकी फेडरल रिजर्व पर दर कटौती का भी दबाव बढ़ गया था।
अवेंडस कैपिटल पब्लिक अल्टरनेट स्ट्रैटजीज के सीईओ एंड्रयू हॉलैंड ने कहा, ‘बाजार रोजगार के मामले में कुछ अच्छी खबर का इंतजार कर रहा था। चिंता अभी दूर नहीं हुई है और रोजगार के आंकड़े अब महत्त्वपूर्ण हो गए हैं और इस पर नजर रहेगी कि अगले हफ्ते यह कैसा रहता है। बाजार की चाल वैश्विक घटनाक्रम से तय होगी। कंपनियों के नतीजे बहुत अच्छे नहीं रहे और भारतीय रिजर्व बैंक ने भी सतर्क रुख बरकरार रखा है। ऐसे में बाजार में ज्यादा तेजी की संभावना नहीं है।’ विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 407 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे और घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 3,980 करोड़ रुपये की लिवाली की।