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Stock Market: बेहतर जीडीपी और वाहन बिक्री के आंकड़ों से चढ़ा शेयर बाजार, सेंसेक्स 555 अंक उछला

तीन दिन की गिरावट के सिलसिले को तोड़ते हुए निफ्टी 50 इंडेक्स 198 अंक यानी 0.81 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 24,625 पर बंद हुआ

Last Updated- September 01, 2025 | 10:42 PM IST
Stock Market

बाजारों ने नए महीने की शुरुआत सकारात्मक रुख के साथ की। निफ्टी में करीब एक फीसदी की बढ़ोतरी हुई। अप्रैल-जून तिमाही में उम्मीद से बेहतर 7.8 फीसदी की जीडीपी वृद्धि दर ने इस तेजी को बढ़ावा दिया। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये के नए निचले पर पहुंचने का फायदा उठाते हुए सूचना प्रौद्योगिकी शेयरों ने इस बढ़त की अगुआई की। अमेरिकी अपील न्यायालय के फैसले से भी धारणा को बल मिला जिसने अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के अधिकांश टैरिफ को अवैध घोषित कर दिया। हालांकि टैरिफ 14 अक्टूबर तक लागू रहेंगे।

तीन दिन की गिरावट के सिलसिले को तोड़ते हुए निफ्टी 50 इंडेक्स 198 अंक यानी 0.81 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 24,625 पर बंद हुआ। यह पिछले दो हफ्तों में सबसे बड़ा आंकड़ा है। सेंसेक्स भी 555 अंक यानी 0.7 फीसदी के इजाफे के साथ 80,364 पर बंद हुआ। मीडिया और फार्मा को छोड़कर सभी प्रमुख सूचकांक बढ़त के साथ बंद हुए। निफ्टी ऑटो और निफ्टी कंज्यूमर ड्यूरेबल्स ने 2 फीसदी से ज्यादा की बढ़त के साथ बेहतर प्रदर्शन किया। यह बढ़त मासिक आधार पर वाहनों की बिक्री में बढ़ोतरी और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) में कटौती से खपत में वृद्धि की उम्मीदों के कारण हुई। कर कटौती पर चर्चा के लिए जीएसटी परिषद की इस सप्ताह के अंत में बैठक होने की उम्मीद है।

निफ्टी आईटी और निफ्टी मेटल इंडेक्स करीब 1.6 फीसदी चढ़ गए। इन्हें वैश्विक शेयरों में तेजी से सहारा मिला। सितंबर में अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद से भी निवेशकों की रुचि बढ़ी है क्योंकि अमेरिका में कम ब्याज दरें भारत जैसे उभरते बाजारों को विदेशी निवेश के लिए ज्यादा आकर्षक बनाती हैं।

लेमन मार्केट्स डेस्क के विश्लेषक गौरव गर्ग ने कहा, अर्थव्यवस्था पांच तिमाहियों में सबसे तेज गति से बढ़ी है जो आरबीआई और बाजार दोनों के अनुमानों से कहीं ज्यादा है। इससे वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद भारत की विकास क्षमता में भरोसा मजबूत होता है। साथ ही भारत और चीन के बीच तनाव कम होने से भू-राजनीतिक हालात मजबूत हुए हैं, खासकर ट्रंप द्वारा टैरिफ बढ़ाने के झटके के बाद। अमेरिकी अपील अदालत के ट्रंप के ज़्यादातर टैरिफ को अवैध करार देने से भी राहत मिली जो अभी अस्थायी रूप से प्रभावी हैं और इन टैरिफ की वापसी की उम्मीदें जगी हैं।

हालांकि कुछ अर्थशास्त्रियों ने जीडीपी के आंकड़ों की व्याख्या में सावधानी का अनुरोध किया है। नोमुरा ने एक नोट में कहा, दूसरी तिमाही में मजबूत जीडीपी में वृद्धइ के कई कारण हैं। हमारी राय में टैरिफ का असर सितंबर के बाद दिखाई देगा। नोट में कहा गया, हमारे विचार से यह मजबूत अंतर्निहित मांग का संकेत नहीं है, क्योंकि इसे कम अपस्फीति कारकों, निर्यात में अग्रिम वृद्धि से बढ़ावा मिला था और इसकी संरचना अन्य नियमित आंकड़ों और मांग के संकेतों से मेल नहीं खाती।

निफ्टी मिडकैप 100 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 सूचकांक क्रमशः 1.97 फीसदी और 1.57 फीसदी बढ़े। इंडिया वीआईएक्स सूचकांक 4 फीसदी गिरकर 11.3 पर आ गया। बाजार में चढ़ने व गिरने वाले शेयरों का अनुपात मजबूत रहा और 2,795 शेयरों में तेजी आई जबकि 1,391 में गिरावट दर्ज हुई। बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 5.2 लाख करोड़ रुपये बढ़कर 449 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया।

First Published - September 1, 2025 | 10:26 PM IST

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