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भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता की बहाली से चहका बाजार, सेंसेक्स 595 अंक चढ़ा, निफ्टी 25,239 पर बंद

बंबई स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण 2.8 लाख करोड़ रुपये बढ़कर 463 लाख करोड़ रुपये हो गया।

Last Updated- September 16, 2025 | 10:14 PM IST
Axis Securities stocks to buy

शेयर बाजार में आज अच्छी तेजी रही और बेंचमार्क निफ्टी दो महीने में उच्चतम स्तर पर बंद हुआ। भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता फिर से शुरू होने तथा अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर में कटौती की उम्मीदों से बाजार में तेजी आई है। निफ्टी 170 अंक या 0.7 फीसदी बढ़कर 25,239 पर बंद हुआ, जो 10 जुलाई के बाद इसका उच्चतम स्तर है। सेंसेक्स 595 अंक की तेजी के साथ 82,381 पर पहुंच गया। बंबई स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण 2.8 लाख करोड़ रुपये बढ़कर 463 लाख करोड़ रुपये हो गया।

भारत और अमेरिका के बीच व्यापार करार को लेकर बातचीत आज फिर से शुरू हुई। अमेरिका के दक्षिण और मध्य एशिया के सहायक व्यापार प्रतिनिधि ब्रेंडन लिंच के नेतृत्व में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने व्यापार संबंधी विवादों को दूर करने के लिए आज भारतीय अधिकारियों से मुलाकात की। अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर 25 फीसदी जवाबी शुल्क और रूसी तेल खरीदने के लिए अतिरिक्त 25 फीसदी का शुल्क लगाए जाने से व्यापार वार्ता अटक गई थी मगर अब फिर से दोनों पक्षों ने बातचीत करने की पहल की है।

मार्सेलस इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स के सह-संस्थापक प्रमोद गुब्बी ने कहा, ‘वार्ता बहाल होने से शुल्क की अड़चनें दूर होने की उम्मीद जगी है, जिससे आपूर्ति श्रृंखला में विविधता लाने से भारतीय विनिर्माण को लाभ होगा।’ उन्होंने कहा कि फिलहाल बाजार में तेजी काफी हद तक म्युचुअल फंड में खुदरा निवेशकों के प्रवाह की बदौलत आई है जिसने 4-5 तिमाहियों के निराशाजनक प्रदर्शन के बावजूद बाजारों को बचाए रखा है। व्यापार वार्ता शुरू होने से रुपये को भी दम मिला और डॉलर में नरमी के बीच इसने तीसरे दिन भी अपनी बढ़त कायम रखी। रुपया 16 पैसे बढ़कर 88.06 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।

पिछले सप्ताह रुपया डॉलर के मुकाबले 88.44 के रिकॉर्ड के निचले स्तर पर पहुंच गया था, जो संभावित अमेरिकी शुल्क की चिंताओं के बीच आयातकों की मजबूत डॉलर मांग के कारण हुआ था। विदेशी और घरेलू संस्थागत निवेशक शुद्ध खरीदार रहे। विदेशी निवेशकों ने 308 करोड़ रुपये की लिवाली की और घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 1,519 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।

First Published - September 16, 2025 | 10:06 PM IST

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