स्टॉक एक्सचेंज 2 मार्च शनिवार को विशेष कारोबारी सत्र का आयोजन करेंगे। सत्र के दौरान डिजास्टर रिकवरी साइट की ओर बढ़ा जाएगा। एनएसई व बीएसई ने जारी परिपत्र में यह जानकारी दी। इक्विटी नकदी व डेरिवेटिव सेगमेंट में कारोबार की शुरुआत प्राइमरी साइट पर सुबह 9.15 से 10 बजे तक होगी और डिजास्टर रिकवरी साइट पर ट्रेडिंग 11.30 से 12.30 तक जारी रहेगी।
एक्सचेंजों का प्री-ओपन व प्री-क्लोजिंग सत्र के साथ सुबह में ब्लॉक डील का विंडो भी होगा। विशेष सत्र का आयोजन बाजार नियामक सेबी और उसकी तकनीकी सलाहकार समिति के साथ चर्चा के बाद हो रहा है।
यह सत्र किसी ऐसी अप्रत्याशित घटना की स्थिति में मार्केट इन्फ्रास्ट्रक्चर इंस्टिट्यूशन्स की तैयारियों की जांच करेगा, जो परिचालन पर असर डाल सकती है। इसमें यह देखा जाएगा कि क्या रिकवरी की तय समयसीमा में डिजास्टर रिकवरी साइट से परिचालन बहाल किया जा सकता है।
एनएसई ने कहा, सभी प्रतिभूतियों (डेरिवेटिव प्रॉडक्ट की उपलब्धता वाली प्रतिभूतियों समेत) का अधिकतम कीमत दायरा 5 फीसदी होगा। पहले से ही 2 फीसदी के निचले दायरे वाली प्रतिभूतियां उसी दायरे में उपलब्ध रहेंगी।
डिजास्टर रिकवरी साइट की जांच के लिए सत्र का आयोजन 20 जनवरी को होना था। हालांकि इसे प्राइमरी साइट से पूरे दिन के लिए सामान्य सत्र के तौर पर तब्दील करना पड़ा ताकि ट्रेडरों को अपनी पोजीशन निपटाने की इजाजत मिले क्योंकि 22 जनवरी को बाजार बंद करने की अचानक घोषणा हुई थी।
24 फरवरी, 2021 को एनएसई में तकनीकी गड़बड़ी के चलते निवेशकों को और ट्रेडरों को विषम परिस्थितियों को सामना करना पड़ा था। इस वजह से उसके सभी सेगमेंट में 11.40 से 3.45 के बीच ट्रेडिंग पर विराम लग गया था और कहा गया था कि उसके दूरसंचार सेवा प्रदाताओं के यहां दिक्कत के चलते ऐसा हुआ था। सेबी ने एक्सचेंजों को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। एक्सचेंजों ने बाजार नियामक के साथ मामले का निपटान 72.6 करोड़ रुपये के भुगतान के साथ किया।