भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) 243 सीटों वाली बिहार विधान सभा के लिए हुए चुनावों में शानदार प्रदर्शन करते हुए आज 200 के पार पहुंच गया। इस प्रचंड जीत में भाजपा 89 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है। उसकी सहयोगी नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने 85 सीटें जीती हैं। विपक्षी दलों के महागठबंधन या ‘इंडिया’ गठबंधन का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की अगुआई में महागठबंधन केवल 35 सीट ही अपने नाम कर पाया।
राजग के सहयोगी दलों में चिराग पासवान की लोजपा (राम विलास) ने 19 सीट जीती हैं। जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम-सेक्युलर) ने 5 सीट अपने नाम की जबकि राष्ट्रीय लोक मोर्चा ने 4 सीट जीती है। राजद को 25 सीट से ही संतोष करना पड़ा। कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद खराब रहा और उसे केवल 6 सीटों पर जीत मिली। बिहार में मिली करारी शिकस्त ने कांग्रेस की चुनौतियों को और बढ़ा दिया है।
भाकपा (माले) लिबरेशन 2 और माकपा 1 सीट पर जीत हासिल करने में सफल रही। हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली एआईएमआईएम ने 5 सीट पर जीत कर सीमांचल में अपनी पकड़ बरकरार रखी। राजग को मिले प्रचंड जनादेश के बाद नई दिल्ली में भाजपा मुख्यालय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्याकर्ताओं को संबोधित किया।
मोदी ने बिहार के लोगों से जुड़ाव के सांकेतिक प्रतीक के रूप में मिथिला पेंटिंग वाला एक गमछा गले में डाल रखा था। उन्होंने कहा कि इस जीत ने एक नया ‘माई (महिला और यूथ)’ फॉर्मूला दिया है तथा जनता ने ‘जंगलराज’ वालों के सांप्रदायिक ‘माई फॉर्मूले’ को ध्वस्त कर दिया।