भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) की प्रमुख माधवी पुरी बुच के गुरुवार को उपस्थित होने में असमर्थता जताने के कारण संसद की लोक लेखा समिति (पीएसी) की बैठक स्थगित कर दी गई।
सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के पीएसी सदस्यों ने बैठक टालने के फैसले को चुनौती दी है। उन्होंने समिति अध्यक्ष और कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल के एकतरफा फैसले की आलोचना की और इसकी शिकायत लोक सभा अध्यक्ष से की है।
बैठक स्थगित होने के बाद वेणुगोपाल ने बताया कि समिति को बुच की ओर से सुबह साढ़े नौ बजे सूचित किया गया कि वह किन्हीं कारणों से समिति के समक्ष उपस्थित नहीं हो पाएंगीं। उन्होंने कहा, ‘महिला के अनुरोध पर गौर करते हुए समिति ने बैठक किसी अन्य दिन के लिए टाल दी।’
पहले पीएसी ने 2024-25 में जांच के लिए सूचीबद्ध 161 विषयों में से एक ‘संसद के अधिनियम द्वारा स्थापित नियामक निकायों की प्रदर्शन समीक्षा’ के बाद बुच को बैठक के लिए बुलाने का निर्णय लिया था।
पीएसी की बैठक स्थगित होने के बाद भाजपा के वरिष्ठ नेता और समिति के सदस्य रविशंकर प्रसाद ने कहा कि यह बहुत बड़ा विषय है। प्रसाद ने कहा, ‘हमें यह जानकारी मिली है कि सीएजी रिपोर्ट में सेबी के बारे में कोई जिक्र नहीं है। पीएसी प्रमुख का आचरण पूरी तरह असंसदीय है।’