facebookmetapixel
Gold Price Today: सोना ₹1.27 लाख के करीब, चांदी में 500 रुपये की तेजी; जानें ताजा भावIndiGo पर ₹5,700 लगाकर ₹24,300 तक कमाने का मौका! HDFC सिक्योरिटीज ने बताई दमदार बुल स्प्रेड स्ट्रैटेजीमुफ्त योजनाएं भारत के रुपये को बना रहीं कमजोर: क्रिस्टोफर वुड की रिपोर्टBihar Election Results 2025 LIVE: वोटों की गिनती जारी, रुझानों में NDA को महागठबंधन पर बढ़तStock Market Update: एनडीए को बढ़त से बाजार में रिकवरी, सेंसेक्स–निफ्टी ने संभाली गिरावट; आईटी स्टॉक्स पर दबावBihar Assembly elections 2025: राघोपुर से लेकर अलीनगर तक, इन 8 हॉट सीट पर रहेंगी सभी की नजरेंQ2 Results: Tata Motors, LG, Voltas से लेकर Elkem Labs तक; Q2 में किसका क्या रहा हाल?पानी की भारी खपत वाले डाटा सेंटर तटीय पारिस्थितिकी तंत्र पर डाल सकते हैं दबावबैंकों के लिए नई चुनौती: म्युचुअल फंड्स और डिजिटल पेमेंट्स से घटती जमा, कासा पर बढ़ता दबावEditorial: निर्यातकों को राहत, निर्यात संवर्धन मिशन से मिलेगा सहारा

Patanjali के प्रमोटर बेचेंगे 9 फीसदी हिस्सेदारी, OFS के जरिये होगी शेयर बिक्री

OFS का फ्लोर प्राइस 1,000 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है, जो आखिरी बंद भाव के मुकाबले 18.4 फीसदी कम है

Last Updated- July 12, 2023 | 11:25 PM IST
Patanjali foods

पतंजलि फूड्स की प्रमोटर पतंजलि आयुर्वेद की योजना गुरुवार को OFS के जरिये 9 फीसदी तक हिस्सेदारी (3.25 करोड़ शेयर) बेचने की है। OFS का मूल आकार 7 फीसदी यानी 2.53 करोड़ शेयर तय किया गया है, जिसमें ज्यादा आवेदन स्वीकार करने का विकल्प है।

OFS का फ्लोर प्राइस 1,000 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है, जो आखिरी बंद भाव के मुकाबले 18.4 फीसदी कम है। पतंजलि फूड्स का शेयर 1.1 फीसदी की बढ़त के साथ 1,225 रुपये पर बंद हुआ।

इश्यू का मूल आकार 2,534 करोड़ रुपये का बैठता है। ज्यादा आवेदन मिलने की स्थिति में प्रमोटर 3,258 करोड़ रुपये तक के शयेर बेचेंगे।

OFS से कंपनी को न्यूनतम सार्वजनिक शेयरधारिता के नियमों का अनुपालन करने मे मदद मिलेगी। अभी कंपनी में प्रमोटर शेयरधारिता 80.82 फीसदी है।

मार्च में स्टॉक एक्सचेंजों ने पतंजलि फूड्स में प्रमोटर शेयरधारिता को फ्रीज कर दिया था क्योंकि कंपनी तय समयसीमा में न्यूनतम सार्वजनिक शेयरधारिता के नियमों का अनुपालन करने में नाकाम रही थी।

2019 में पतंजलि आयुर्वेद ने दिवालिया समाधान प्रक्रिया के तहत रुचि सोया का अधिग्रहण किया और उसका नाम बदलकर पतंजलि फूड्स कर दिया। दिवालिया प्रक्रिया के कारण कंपनी में प्रवर्तक हिस्सेदारी बढ़कर 99 फीसदी हो गई थी।

मार्च 2022 में बाबा रामदेव की अगुआई वाले पतंजलि फूड्स ने सार्वजनिक शेयरधारिता बढ़ाने की खा​तिर FPO के तहत 650 रुपये के भाव पर 6.62 करोड़ शेयर जारी किए थे। एफपीओ के जरिये 4,300 करोड़ रुपये जुटाए गए, जिसका इस्तेमाल कंपनी ने कर्ज चुकाने में किया।

First Published - July 12, 2023 | 8:29 PM IST

संबंधित पोस्ट