देश की बढ़ती स्वच्छ ऊर्जा जरूरतों पर निवेशकों के दांव के बीच बिजली उत्पादक एनटीपीसी की अक्षय ऊर्जा इकाई एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी (NTPC Green Energy) का शेयर बुधवार को एक्सचेंज में लिस्टिंग के साथ 14 फीसदी उछल गया। दिन के कारोबार में यह शेयर करीब 12.30 बजे 12.4 फीसदी की बढ़त के साथ 121.35 रुपये पर कारोबार कर रहा था। अंत में यह शेयर एनएसई पर 12.64 फीसदी के इजाफे के साथ 121.65 रुपये पर बंद हुआ जबकि इसका इश्यू प्राइस 108 रुपये था। इस तरह से कंपनी का मूल्यांकन 1.02 लाख करोड़ रुपये यानी 12.08 अरब डॉलर पर पहुंच गया। कंपनी ने 10.8 अरब डॉलर के मूल्यांकन का लक्ष्य रखा था।
पिछले वित्त वर्ष में एनटीपीसी ग्रीन का लाभ करीब दोगुना होकर 3.45 अरब रुपये हो गया जबकि राजस्व 35 फीसदी से ज्यादा के इजाफे के साथ 19.63 अरब रुपये रहा। डीलॉजिक डेटा के अनुसार इसका 1.2 अरब डॉलर का आईपीओ देश के नवीकरणीय ऊर्जा उद्योग में सबसे बड़ा था, जिसे दोगुना से अधिक आवेदन मिले क्योंकि सरकार द्वारा नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने के जोर के बीच निवेशकों ने तेजी से इस बढ़ते क्षेत्र की ओर रुख किया।
भारत अपने स्वच्छ ऊर्जा लक्ष्यों को पूरा करने के लिए जूझ रहा है। उसने निवेश बढ़ाया है और क्षमता विस्तार किया है। मूडीज़ रेटिंग्स के अनुसार 2022 में पिछड़ने के बाद उसे अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए 2030 तक 385 अरब डॉलर खर्च करने होंगे।
इस तरह की मांग से एनटीपीसी ग्रीन की समकक्ष वारी एनर्जीज़ को इस साल की शुरुआत में अपनी सूचीबद्धता के समय 66 फीसदी की वृद्धि दर्ज करने में मदद मिली। एलएसईजी के आंकड़ों के अनुसार इस साल 13 नवंबर तक करीब 300 भारतीय कंपनियों ने आईपीओ के जरिये करीब 15.5 अरब डॉलर जुटाए हैं जो साल 2023 में जुटाए गए 7.4 अरब डॉलर के मुकाबले करीब दोगुना है।
एनटीपीसी ग्रीन से चार निवेश बैंकों को मिले महज 7.1 करोड़ रुपये
एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी की शेयर बिक्री का कामकाज संभालने वाला चार निवेश बैंकों को कंपनी से महज 7.1 करोड़ रुपये मिले जो इश्यू के कुल आकार का 0.07 फीसदी है। कंपनी का 10,000 करोड़ रुपये का आईपीओ ह्युंडै मोटर इंडिया और स्विगी के बाद इस साल का तीसरा सबसे बड़ा आईपीओ है। साथ ही यह देश की किसी अक्षय ऊर्जा कंपनी की सबसे बड़ी पेशकश रही।
इसकी तुलना में ह्युंडै इंडिया ने पांच निवेश बैंकों को आईपीओ का कामकाज संभालने के लिए 493 करोड़ रुपये का भुगतान किया था, वहीं स्विगी ने 11,327 करोड़ रुपये की शेयर बिक्री का कामकाज संभालने वाले निवेश बैंकों को 275 करोड़ रुपये दिए थे।
एनटीपीसी ग्रीन की तरफ से काफी कम शुल्क का भुगतान अन्य बड़ी पीएसयू की शेयर बिक्री में दिखे रुझान के मुताबिक है जहां बैंकरों ने आकर्षक शुल्क के बजाय अपनी रैंकिंग को तवज्जो दी थी। एनटीपीसी ग्रीन के आईपीओ का कामकाज आईडीबीआई कैपिटल, एचडीएफसी बैंक, आईआईएफएल कैपिटल, और नुवामा ने संभाला। एनटीपीसी ग्रीन के कम शुल्क के बावजूद साल 2024 निवेश बैंकों के लिए शानदार वर्ष रहा है।agen