facebookmetapixel
केंद्र ने पुणे मेट्रो और महाराष्ट्र-गुजरात में रेलवे विस्तार के लिए ₹12,638 करोड़ की परियोजनाएं मंजूर कींIMF का मध्यम अवधि के ऋण के लक्ष्यों की समीक्षा करने का सुझावराज्य अपनी जरूरत के मुताबिक बना सकेंगे नए लेबर कोड के नियम, समय-सीमा का पालन जरूरीराफेल का इंजन भारत में बनाने के लिए तैयार सैफ्रन, बड़े ऑर्डर पर होगी शुरुआतStock Market: दर कटौती की आस से उछला बाजार, सेंसेक्स 1000 से ज्यादा अंक चढ़ा, निफ्टी 26,200 के पारIMF ने रुपये की विनिमय दर व्यवस्था को फिर से ‘फ्लोटिंग’ कैटेगरी में रखारेयर अर्थ मैग्नेट के घरेलू उत्पादन को बढ़ावा: सरकार ने ₹7,280 करोड़ की योजना को मंजूरी दीरिजर्व बैंक का महंगाई दर का पूर्वानुमान ‘निष्पक्ष’: डिप्टी गवर्नर पूनम गुप्ताGold Price: दो हफ्ते के हाई पर सोना, ट्रेडरों को दिसंबर में अमेरिका में ब्याज दर कटौती की 83% संभावनाअदाणी एंटरप्राइजेज के राइट्स एंटाइटेलमेंट में जोरदार ट्रेडिंग, 373 से 600 रुपये के दायरे में हुआ कारोबार

Stock Market: दर कटौती की आस से उछला बाजार, सेंसेक्स 1000 से ज्यादा अंक चढ़ा, निफ्टी 26,200 के पार

निफ्टी अब अपने सर्वकालिक बंद स्तर से महज 11 अंक पीछे है। सेंसेक्स उच्चतम ​शिखर से करीब 0.3 फीसदी पीछे है

Last Updated- November 26, 2025 | 10:42 PM IST
Stock Market

बेंचमार्क सूचकांकों में आज शानदार तेजी आई। सेंसेक्स तथा निफ्टी ने एक दिन में 5 महीने की सबसे बड़ी छलांग लगाई। अमेरिकी फेडरल रिजर्व और भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा अगले महीने ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद से बाजार में तेजी आई है। सेंसेक्स 1,023 अंक या 1.21 फीसदी चढ़कर 85,610 पर बंद हुआ। निफ्टी 321 अंक के लाभ के साथ 26,205 पर बंद हुआ। निफ्टी अब अपने सर्वकालिक बंद स्तर से महज 11 अंक पीछे है। सेंसेक्स उच्चतम ​शिखर से करीब 0.3 फीसदी पीछे है।

इस हफ्ते जारी हुए अमेरिका के आ​र्थिक आंकड़ों से पता चलता है कि सितंबर में खुदरा बिक्री में मामूली बढ़ोतरी हुई है और निजी क्षेत्र के पेरोल ने श्रम बाजार में नरमी का संकेत दिया है। नरम आंकड़ों के बीच व्हाइट हाउस राष्ट्रीय आ​र्थिक परिषद के निदेशक केविन हैसेट के अगले फेडरल रिजर्व चेयरमैन बनने की अटकलों से दर में कटौती की उम्मीद बढ़ गई है।

घरेलू मोर्चे पर भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर संजय मल्होत्रा द्वारा मौद्रिक नीति में नरमी की गुंजाइश का संकेत देने के बाद से दर से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों के शेयरों में तेजी आई है। सितंबर तिमाही में कंपनियों के उम्मीद से अच्छे नतीजे और अमेरिका के साथ संभावित व्यापार करार की उम्मीद बढ़ने से अक्टूबर में शेयर बाजार में तेजी देखी जा रही है। निवेशकों के आर्टिफिशल इंटेलिजेंस से जुड़े शेयरों से बाहर निकलने से भी देसी शेयरों को दम मिला है। हालांकि ऊंचे मूल्यांकन और व्यापार वार्ता को लेकर लगातार अनिश्चितता के कारण समय-समय पर ऊंचे स्तर पर मुनाफावसूली भी हो रही है।

जियोजित फाइनैं​शियल सर्विसेज में शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘दिसंबर में अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा दर कटौती की बढ़ती उम्मीद के साथ अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में नरमी और कमजोर डॉलर से निवेशकों का हौसला बढ़ा है। कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से महंगाई की चिंता कम हुई है। घरेलू मोर्चे पर भारतीय रिजर्व बैंक से दिसंबर में रीपो दर में 25 आधार अंक की कटौती की उम्मीद है। इस बीच रूस-यूक्रेन के बीच समझौते की संभावना से निवेशकों के जो​खिम लेने की क्षमता बढ़ी है। कुल मिलाकर अगले साल के लिए परिदृश्य बेहतर हो रहा है।’

विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 4,778 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे जो 28 अक्टूबर के बाद एक दिन में उनकी सबसे बड़ी लिवाली है। घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 6,248 करोड़ रुपये की लिवाली की। बाजार में 2,721 शेयर लाभ में 1,453 नुकसान में रहे। निफ्टी एक नई ऊंचाई के करीब है लेकिन इसे मौजूदा स्तर के आसपास कड़े प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है।

एसबीआई सिक्योरिटीज के तकनीकी और डेरिवेटिव शोध प्रमुख सुदीप शाह ने कहा, ‘तकनीकी रूप से 26,270–26,300 निफ्टी के लिए मुख्य प्रतिरोध के दायरे के तौर पर काम कर सकता है। 26,300 से ऊपर लगातार बढ़ने से तेजी का नया दौर शुरू हो सकता है।’

First Published - November 26, 2025 | 10:39 PM IST

संबंधित पोस्ट