भारत इलेक्ट्रॉनिक्स (बीईएल) और भारत डायनेमिक्स (बीडीएल) के शेयरों में बढ़ोतरी की संभावना है क्योंकि थल सेना व नौसेना पर पूंजी परिव्यय अगले दो वित्त वर्ष में (2024-25) तक बढ़ने की उम्मीद है। विश्लेषकों के मुताबिक, थल सेना को आवंटन वित्त वर्ष 2025 में 500 से 700 अरब रुपये हो सकता है। नौसेना पर पूंजी परिव्यय वित्त वर्ष 25 तक 923 अरब रुपये रह सकता है।
विश्लेषकों ने कहा, रक्षा मंत्रालय की तरफ से दिए गए हालिया अनुबंध और मौजूदा अनुबंध के आधार पर हमारा मानना है कि बीईएल प्राथमिक लाभार्थी हो सकती है क्योंकि उसकी बेहतर ऑर्डर बुक तीनों सेवाओं में क्रियान्वयन के लिहाज से अनुकूल होगा। इसके अलावा हम बीडीएल के लिए भी मौके देख रहे हैं क्योंकि सरकार का मिसाइल सिस्टम पर ध्यान कंपनी को सीधे लाभ पहुंचाएगा।
म्युचुअल फंडों की इक्विटी सेविंग्स स्कीम की पलटेगी किस्मत
लगातार सात महीने तक निवेश निकासी दर्ज करने के बाद इक्विटी सेविंग्स स्कीम की किस्मत में आने वाले महीनों में बदलाव की उम्मीद है। डेट योजनाओं को इंडेक्सेशन का फायदा नहीं मिल रहा, लिहाजा इन योजनाओं की ओर झुकाव हो सकता है। ये योजनाएं कम जोखिम वाला निवेश विकल्प हैं। ये इक्विटी व आर्बिट्रेज में न्यूनतम 65 फीसदी आवंटन बरकरार रखते हैं जबकि बाकी आवंटन डेट में होता है। वैल्यू रिसर्च के आंकड़ों से पता चलता है कि इक्विटी सेविंग्स स्कीम ने पिछले तीन साल में सालाना 13 फीसदी रिटर्न दिया है। इस श्रेणी में 22 योजनाएं हैं, जो कुल मिलाकर करीब 17,000 करोड़ रुपये का प्रबंधन करती हैं। ये मार्च के आखिर के आंकड़े हैं।
शानदार नजर आ रहा है मैनकाइंड फार्मा का सार्वजनिक निर्गम
मैनकाइंड फार्मा के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम पर ग्रे मार्केट प्रीमियम 10 फीसदी से कम है। यह आईपीओ 25 अप्रैल को खुलकर 27 अप्रैल को बंद होगा। ये शेयर 9 मई को एनएसई व बीएसई पर सूचीबद्ध होंगे। प्राथमिक बाजार के एक विशेषज्ञ ने कहा, बाजार में हालिया उतारचढ़ाव का सेंटिमेंट पर असर पड़ा है। साथ ही हम कई महीने बाद बड़ा ऐसा इश्यू देख रहे हैं। मैनकाइंड फार्मा के इश्यू का आकार 4,326 करोड़ रुपये का है और पिछले मई में पेश डेल्हिवरी के आईपीओ के बाद बाजार में उतरने वाला सबसे बड़ा आईपीओ है।