IT Stocks: देश की दिग्गज आईटी कंपनियों के चौथी तिमाही (Q4FY25) के नतीजे बहुत उत्साहनजक नहीं रहे। बड़ी कंपनियों के रेवेन्यू (QoQ) में गिरावट दर्ज की। ऐसा कोविड-19 महामारी (Q1FY21) के बाद पहली बार देखने को मिला। इस गिरावट के पीछे प्रोजेक्ट्स में देरी, चुनिंदा सेक्टर्स में कमजोर प्रदर्शन और टैरिफ वार के चलते डिमांड में कमी जैसी वजहें रही। ब्रोकरेज फर्म च्वाइस इक्विटी ब्रोकिंग (Choice Equity Broking) ने आईटी सेक्टर्स पर अपनी रिजल्ट रिव्यू रिपोर्ट में कहा है कि FY25 की सुस्त चाल के बाद IT कंपनियों को FY26 में भी सीमित ग्रोथ की उम्मीद है। साथ टैरिफ अनिश्चितता को लेकर चुनौती बनी हुई है। ब्रोकरेज का मानना है कि मॉडरेट आउटलुक के बीच TCS, Tech Mahindra, Coforge, Cyient जैसे शेयरों में खरीदारी का मौका है।
च्वाइस ब्रोकिंग की रिपोर्ट के मुताबिक, IT कंपनियों का लाभ (प्रॉफिटबिलिटी) अभी भी दबाव में है। इसके पीछे धीमी रेवेन्यू ग्रोथ, बढ़ती ऑपरेटिंग लागत, और बढ़ती सैलरी महंगाई जैसी वजहें रही। ज्यादातर कंपनियां पहले ही मार्जिन सुधारने के पारंपरिक उपायों को आजमा चुकी हैं, लेकिन SG&A खर्च (Selling, General, and Administrative expenses) और सब-कॉन्ट्रैक्टर लागत में कटौती का ऑप्शन अभी भी मौजूद है।
सैलरी हाइक को टालना और वैरिएबल पे में कटौती जैसे कदम भी मार्जिन को सपोर्ट दे सकते हैं। हालांकि, यह प्राइसिंग रियायतें और मार्केटिंग खर्च में बढ़ोतरी से प्रभावित हो सकता है। कुल मिलाकर, FY26 में मार्जिन सीमित दायरे में स्टेबल रहने की संभावना है।
दरअसल, बाजार में अनिश्चितता को देखते हुए टियर-I IT कंपनियों ने FY26 के लिए अपने रेवेन्यू ग्रोथ अनुमान को 1% घटाया है। कंपनियों का मानना है कि डिमांड में कमजोरी जारी रह सकती है। हालांकि, इस बीच कुछ बड़े डील्स के पूरे होने की उम्मीद भी है।
टोटल कॉन्ट्रैक्ट वैल्यू (TCV) मजबूत रहा, लेकिन इनमें ज्यादातर डील्स कॉस्ट-ऑप्टिमाइजेशन पर केंद्रित रहीं, जबकि ट्रांसफॉर्मेशनल या बड़े पैमाने की डील्स अपेक्षाकृत कम रहीं। FY26 में IT सर्विसेज की ग्रोथ सीमित रहने की संभावना है। टियर-I कंपनियों की ग्रोथ रेंज -2.2% से 4% के बीच रहने की उम्मीद है, जबकि मिड-टियर कंपनियों में यह ग्रोथ 5% से 28% के बीच रह सकती है।
ब्रोकरेज रिपोर्ट के मुताबिक, सेक्टोरल लेवल पर FY26 में भी परफॉर्मेंस एक समान रहने की उम्मीद नहीं है। फाइनेंशियल सर्विसेज और एनर्जी एंड यूटिलिटीज सेक्टर्स में ग्रोथ देखी जा सकती है, जबकि मैन्युफैक्चरिंग, रिटेल और CPG सेक्टर्स में तकनीकी बजट पर दबाव बना रह सकता है।
H1FY26 (पहली छमाही) में कमजोर शुरुआत की संभावना है, जिससे पूरे साल के टारगेट को हासिल कर पाना मुश्किल हो सकता है। हाल ही में अमेरिका और चीन के बीच हुए व्यापार समझौते, जिसमें टैरिफ में कटौती शामिल है, से अस्थायी मांग में उछाल देखने को मिल सकता है। खासकर, सप्लाई चेन रीइंजीनियरिंग जैसी सर्विसेज से यह डिमांड आ सकती है। हालांकि, मैक्रो अनिश्चितता, ग्राहकों का खर्च बचाने का फोकस और असमान डिमांड रिकवरी के चलते बड़े आईटी प्लेयर्स की ग्रोथ कम सिंगल डिजिट में ही रहने की संभावना है।
रिपोर्ट के मुताबिक, Nifty IT Index ने पिछले एक महीने में ब्रॉडर मार्केट को 2.2% से आउटपरफॉर्म किया है, जो US-China ट्रेड डील के बाद आई उम्मीदों का नतीजा है। रिपोर्ट में उन कंपनियों पर भरोसा जताया गया है जिनका पोर्टफोलियो कॉस्ट सेविंग और डिस्क्रेशनरी IT खर्च दोनों को कवर करता है।
ब्रोकरेज ने दिग्गज कंपनियों में TCS और Tech Mahindra को उनकी बैलेंस्ड स्ट्रैटेजी और दमदार एग्जीक्यूशन क्षमताओं के लिए फेवरेट बनाया है। वहीं, मिड-कैप स्पेस में Coforge को बेहतर ग्रोथ और मार्जिन स्टैबिलिटी के लिए सबसे बेहतर माना है।
कंपनी | CMP (रुपये में) | टारगेट (रुपये में) | रेटिंग |
HCL Tech | 1,670 | 1,580 | ADD |
Infosys | 1,594 | 1,580 | ADD |
LTI Mindtree | 5,390 | 4,680 | REDUCE |
TCS | 3,462 | 3,950 | BUY |
Tech Mahindra | 1,610 | 1,755 | BUY |
Wipro | 255 | 252 | REDUCE |
Coforge | 1,835 | 2,153 | BUY |
Cyient | 1,351 | 1,555 | BUY |
Happiest Minds | 619 | 655 | ADD |
KPIT Tech | 1,369 | 1,400 | ADD |
L&T Tech | 4,499 | 4,850 | ADD |
Mphasis | 2,672 | 2,805 | ADD |
Persistent Systems | 5,945 | 5,775 | ADD |
Tata Elxsi | 6,701 | 4,190 | SELL |
Allied Digital | 193 | 200 | ADD |
Datamatics Global | 623 | 585 | REDUCE |
IndiaMart InterMesh | 2,500 | 2,475 | ADD |
(CMP: 10 June 2025) |
(डिस्क्लेमर: यहां स्टॉक्स में खरीदारी की सलाह ब्रोकरेज ने दी है। बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)