अमेरिकी हाई फ्रीक्वेंसी ट्रेडर जेन स्ट्रीट पर पाबंदी के बाद निफ्टी के साप्ताहिक कॉन्ट्रैक्ट्स की पहली एक्सपायरी पर एनएसई में कारोबार पिछली एक्सपायरी के मुकाबले 21 फीसदी घट गया। नोशनल आधार पर इंडेक्स ऑप्शंस का टर्नओवर गुरुवार को घटकर 472.5 लाख करोड़ रुपये रहा जो 3 जुलाई के 601 लाख करोड़ रुपये से कम है।
इंडेक्स ऑप्शंस अनुबंधों की संख्या की बात करें तो गुरुवार को 4.72 करोड़ अनुबंधों की ट्रेडिंग हुई जो तीन महीने का निचला स्तर है। हालांकि स्टॉक फ्यूचर ऐंड ऑप्शंस में 2 फीसदी की मामूली गिरावट देखने को मिली।
बाजार के कई प्रतिभागियों ने चिंता जताई थी कि प्रोप्राइटरी ट्रेडिंग फर्म पर पाबंदी से वॉल्यूम पर असर पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि स्पष्ट तस्वीर कुछ हफ्तों में उभरेगी। डेरिवेटिव टर्नओवर में हाई फ्रीक्वेंसी ट्रेड का हिस्सा 60 फीसदी तक हो सकता है और इसमें ऑप्शंस की होल्डिंग मजबूत हो सकती है।
एक अन्य बाजार प्रतिभागी ने कहा कि छोटे निवेशकों के बीच दोबारा भरोसा पैदा करके और किसी एक इकाई पर कम निर्भरता से लंबी अवधि में बाजार में अच्छा रुख देखने को मिल सकता है।
सितंबर के 537 लाख करोड़ रुपये के सर्वोच्च टर्नओवर से इक्विटी के एफऐंडओ में रोज का औसत कारोबार जून में 35 फीसदी घटकर 346 लाख करोड़ रुपये रह गया।