ऊर्जा से लेकर दूरसंचार तक के कारोबार से जुड़ी रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) ने आज अपनी सालाना आम बैठक में बोनस शेयर जारी करने के प्रस्ताव के साथ कई घोषणाएं कीं। आरआईएल ने दुनिया की शीर्ष 30 कंपनियों में शुमार होने और नए ऊर्जा कारोबार की विस्तृत समयसीमा की योजना का भी खुलासा किया। हालांकि आरआईएल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने रिटेल और दूरसंचार इकाइयों की संभावित सूचीबद्धता का कोई ब्योरा नहीं दिया जबकि बाजार इसकी घोषणा की उम्मीद कर रहा था।
अंबानी ने अपना संबोधन शुरू करने से पहले शेयरधारकों को बताया किया कि 5 सितंबर को कंपनी के निदेशक मंडल की बैठक होगी, जिसमें एक शेयर पर एक बोनस शेयर (1:1 अनुपात) जारी करने पर विचार किया जाएगा। इससे पहले आरआईएल ने 2017 में बोनस शेयर दिया था। अंबानी ने कहा कि उनका प्रयास निकट भविष्य में रिलायंस को दुनिया की शीर्ष-30 कंपनियों में शामिल करना है। वर्तमान में रिलायंस दुनिया की शीर्ष 50 सबसे मूल्यवान कंपनियों की जमात में शुमार है।
उन्होंने कहा कि डीप-टेक और उन्नत विनिर्माण को रणनीतिक रूप से अपनाने से कंपनी को यह लक्ष्य हासिल करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि रिलायंस अब प्रौद्योगिकी की शुद्ध उत्पादक बन गई है। इस साल उनके भाषण का थीम था ‘गहन तकनीक और उन्नत विनिर्माण कंपनी बनना।’
हालांकि उन्होंने नए ऊर्जा कारोबार पर भी खासा जोर दिया। अंबानी ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि अगले 5 से 7 वर्षों में यह उतना बड़ा और लाभदायक हो जाएगा, जितना पिछले 40 वर्षों में ओ2सी कारोबार बना है।
आगे का परिदृश्य: अंबानी ने कहा, ‘हमारा मानना है कि नया ऊर्जा कारोबार सही मायने में अनूठा होगा और इससे नकदी प्रवाह बढ़ेगा।’ उन्होंने कहा कि अगले 3 से 4 साल में डिजिटल सेवा उद्यम जियो और रिलायंस रिटेल की आय और एबिटा दोगुना होने की उम्मीद है।
अंबानी ने नए ऊर्जा कारोबार की विस्तृत समयसीमा का भी ब्योरा दिया, जिसकी बाजार उम्मीद कर रहा था। उन्होंने कहा कि रिलायंस की इलेक्ट्रोलाइजर विनिर्माण इकाई 2026 तक बनकर तैयार हो जाएगी और बैटरी विनिर्माण कारखाने में अगले साल की दूसरी छमाही में उत्पादन शुरू हो जाएगा। आरआईएल आवासीय, व्यावसायिक, औद्योगिक, दूरसंचार और मोबिलिटी बाजार के लिए बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (बीईएसएस) असेंबलिंग के साथ शुरुआत करेगी। उन्होंने कहा कि रिलायंस 2026 में चरणबद्ध तरीके से गीगावाट स्तर पर चौबीसों घंटे ऑनलाइन सौर ऊर्जा उत्पादन परियोजनाएं भी लाएगी। उन्होंने हरित ईंधन का निर्यात करने के भी संकेत दिए।
नए निवेश: नए निवेश में 2025 तक 55 कंप्रेस्ड बायोगैस (सीबीजी) संयंत्र बनाने, 15 लाख टन पीवीसी और 2026-27 तक सीपीवीसी और 10 लाख टन का विशेष पॉलिएस्टर क्षमता का विस्तार करना शामिल है।
रिलायंस रिटेल की कार्यकारी निदेशक ईशा अंबानी ने कहा, ‘हमारी योजना लग्जरी आभूषण कारोबार में उतरने की है और कंपनी अपनी बाजार पहुंच बढ़ाने के लिए फैशन ज्वैलरी और एक्सेसरीज सेगमेंट में संभावना तलाश रही है।’
कंपनी में प्रत्यक्ष रोजगार में कमी के बारे में अंबानी ने कहा कि पारंपरिक सीधी भर्ती मॉडल के बजाय रिलायंस प्रोत्साहन आधारित नियुक्ति की नई व्यवस्था शुरू की है। यही वजह है कि कर्मचारियों की सीधी भर्ती के सालाना आंकड़े थोड़े कम दिख रहे हैं जबकि कुल रोजगार सृजन में बढ़ातरी हुई है। मार्च में आरआईएल के कर्मचारियों की कुल संख्या 3.47 लाख रही जो एक साल पहले 3.89 लाख थी।