इस कैलेंडर वर्ष में अब तक 165 प्रतिशत वृद्धि के साथ बिटकॉइन 44,000 डॉलर के स्तर पर पहुंची है, जो इक्विटी तथा सोने जैसी अन्य परिसंपत्तियों के मुकाबले शानदार तेजी है। एसऐंडपी बीएसई सेंसेक्स, निफ्टी-50, बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक, अमेरिका के नैस्डेक, जापान के निक्केई 225, फ्रांस के सीएसी 40 और कोरिया के कोस्पी जैसे दुनियाभर के प्रमुख इक्विटी सूचकांकों ने इस अवधि के दौरान 12 प्रतिशत से 43 प्रतिशत के बीच प्रतिफल दिया। आंकड़े से पता चलता है कि कीमती धातुओं- सोना, चांदी और प्लेटिनम ने इस अवधि के दौरान 14 से 11 प्रतिशत का कमजोर प्रतिफल दिया।
विश्लेषकों के अनुसार बिटकॉइन और एथरियम (कैलेंडर वर्ष में अब तक 97 प्रतिशत तक की तेजी) जैसी क्रिप्टो मुद्राओं में शानदार तेजी आंशिक रूप से कठोर केंद्रीय बैंक नीतियों के बीच वैश्विक स्तर पर इक्विटी बाजारों में वृद्धि की वजह से आई। उनका मानना है कि 2023 में क्रिप्टो मुद्राओं में तेजी की अन्य मुख्य वजह है अगले कुछ महीनों के दौरान दुनिया के पहले बिटकॉइन ईटीएफ को शुरू किए जाने की संभावना।
इसी संभावना के साथ जेफरीज में इक्विटी रणनीति के वैश्विक प्रमुख क्रिस्टोफर वुड ने हाल में ग्लोबल लॉन्ग-ओनली इक्विटी पोर्टफोलियो में ग्रेस्केल बिटकॉइन ट्रस्ट में अपने निवेश में एक प्रतिशत अंक का इजाफा किया है।
वुड का मानना है कि अगले कुछ महीनों के दौरान बिटकॉइन के लिए अन्य सकारात्मक बदलाव यह उम्मीद है कि बिटकॉइन स्पॉट ईटीएफ शुरू करने के लिए ब्लैकरॉक के आवेदन को जल्द मंजूरी मिल सकती है।
निवेशकों को भेजी साप्ताहिक रिपोर्ट ग्रीड ऐंड फियर में वुड ने लिखा है, ‘अमेरिकी ट्रेजरी एवं न्याय विभाग के साथ ताजा बाइनेंस समझौते पर किसी नकारात्मक प्रतिक्रिया के अभाव से क्रिप्टो परिसंपत्ति वर्ग के लिए राह सकारात्मक दिख रही है, भले ही बाइनेंस ने एसईसी के साथ अभी तक समाधान नहीं निकाला है। इससे और अक्टूबर में ग्रेस्केल के खिलाफ एसईसी का मामला निपटने से संकेत मिलता है कि अब बिटकॉइन ईटीएफ की मंजूरी का रास्ता आसान हो गया है।’
अप्रैल 2024 में बिटकॉइन का मूल्य घटकर आधा रह जाने का अनुमान है। 28 नवंबर 2012 को पहले पड़ाव के बाद, बिटकॉइन अगले 12 महीनों में लगभग 90 गुना बढ़ गई, जबकि 9 जुलाई 2016 के बाद 18 महीनों के भीतर 30 गुना की तेजी आई।
जेबपे के मुख्य कार्याधिकारी राहुल पागिडीपति ने कहा, ‘बिटकॉइन इस साल में अब तक 165 प्रतिशत चढ़ी है, जिससे इस क्रिप्टो की धारणा में बदलाव स्पष्ट दिख रहा है। विभिन्न संस्थागत निवेशकों द्वारा पेश स्पॉट ईटीएफ के आवेदन की मंजूरी अन्य महत्वपूर्ण घटनाक्रम है जिस पर उद्योग नजर लगाए हुए है।’