एयर इंडिया विमान दुर्घटना के बाद गुरुवार को भारत की विमानन कंपनियों और विमान बनाने वाली कंपनी बोइंग के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। अहमदाबाद में गुरुवार को हुए इस विमान हादसे के बाद भारतीय विमानन कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखी गई। इंडिगो की मूल कंपनी इंटरग्लोब एविएशन का शेयर 2.7 प्रतिशत लुढ़क गया जबकि स्पाइसजेट का शेयर 1.8 प्रतिशत फिसल गया। हेलीकॉप्टर सेवा देने वाली कंपनी ग्लोबल वेक्ट्रा का शेयर भी 0.1 प्रतिशत नीचे गा गया और चार्टर्ड एयरक्राफ्ट कंपनी ताल एंटरप्राइजेज में भी 3.05 प्रतिशत की कमी देखी गई। हालांकि यह कंपनी फिलहाल किसी विमान का परिचालन नहीं करती है।
बोइंग के शेयर में सबसे तेज गिरावट देखी गई। अमेरिकी बाजार में शुरुआती कारोबार में कंपनी का शेयर 4.4 प्रतिशत से अधिक फिसल गया जबकि स्पिरिट एरोसिस्टम्स और जनरल इलेक्ट्रिक के शेयरों में क्रमशः 2.7 प्रतिशत और 2.3 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। पेरिस एयर शो के आयोजन के कुछ ही दिन पहले विमानन कंपनियों के शेयरों में यह गिरावट आई है। पेरिस एयर शो विमानन उद्योग का एक बड़ा व्यापारिक कार्यक्रम माना जाता है। विश्लेषकों का कहना है कि एयर इंडिया विमान हादसे के बाद निवेशक चिंतित हो गए हैं जिससे विमानन कंपनियों के शेयरों में यह गिरावट देखी जा रही है।
बार-बार विमान दुर्घटना के शिकार, सुरक्षा पर उठ रहे सवाल
स्वतंत्र शेयर विश्लेषक अंबरीश बालिगा ने कहा, ‘जब भी इस तरह की कोई बड़ी घटना होती है तो बाजार में प्रतिक्रिया देखी जाती है। मगर रणनीतिक लिहाज से देखें तो इसका कोई खास मतलब नहीं है। अगर एयर इंडिया सूचीबद्ध हो और इसके शेयर में गिरावट आती है तो बात समझ में आती है मगर इंडिगो या अन्य विमानन कंपनियों के शेयरों में गिरावट महज भावनात्मक प्रतिक्रिया ही कही जा सकती है।‘
उन्होंने कहा कि एयर इंडिया विमान हादसे का असर कुछ ही समय तक रहेगा। बालिगा ने कहा, ‘कुछ लोग अपनी हवाई यात्रा टाल सकते हैं। इससे पहले भी भारत सहित दुनिया में हवाई दुर्घटनाएं हुई हैं। रेलगाड़िया भी दुर्घटना की शिकार होती हैं मगर इससे लोग सफर तो करना बंद नहीं कर देते हैं। अधिक से अधिक एक और कारोबारी सत्र में गिरावट दिख सकती है।‘