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सेंसेक्स मेल की चाल हुई सुस्त

Last Updated- December 05, 2022 | 9:26 PM IST

बंबई स्टॉक एक्सचेंज सेंसेक्स (बीएसई-30) की सभी कंपनियों का प्रदर्शन तीसरी तिमाही की अपेक्षा चौथी तिमाही में कुछ सुस्त पड़ सकता है। सिटी ग्रुप के विश्लेषकों के मुताबिक, बीएसई-30 में गैर-तेल कंपनियों का राजस्व वृद्धि दर 16 फीसदी रहने का अनुमान है, जबकि प्रभुदास लीलाधर के विश्लेषकों के मुताबिक, कंपनियों की वृद्धि दर 22.9 फीसदी तक रह सकता है। वर्ष 2007-08 की तीसरी तिमाही में गैर-तेल कंपनियों की राजस्व वृद्धि दर 21.2 फीसदी रहा था। विशेषज्ञों का मानना है कि लागत की तुलना में कीमतों में वृद्धि नहीं होने की वजह से धातु और सीमेंट कंपनियों का ऑपरेटिंग मार्जिन करीब 100 आधार अंक तक गिर सकता है।


मोतीलाल ओसवाल सिक्युरिटीज के विश्लेषक ऐसी स्थिति में कंपनियों के मुनाफा वृद्धि दर को 16.6 फीसदी, जबकि प्रभुदास लीलाधर के विश्लेषक 13.4 फीसदी तक रहने की उम्मीद जता रहे हैं। हालांकि सिटी ग्रुप एशिया पैसिफिक रिसर्च के  मुताबिक, गैर-तेल कंपनियों का मुनाफा 11 फीसदी तक सीमित रह सकता है।हालांकि बीएसई-30 में शामिल तेल कंपनियों का प्रदर्शन पिछली तिमाही की अपेक्षा अंतिम तिमाही (चौथी तिमाही) में बेहतर रहने की उम्मीद है।


मोतीलाल ओसवाल के मुताबिक, चौथी तिमाही में इन कंपनियों का मुनाफा वृद्धि दर 19.5 फीसदी तक पहुंचने का अनुमान है, जबकि प्रभुदास लीलाधर 22.9 फीसदी का अनुमान लगा रहे हैं। विश्लेषकों का कहना है कि ओएनजीसी और रिलायंस इंडस्ट्रीज के तगड़े राजस्व वृद्धि हासिल करने की उम्मीद में ऐसा कहा जा रहा है। वहीं सिटी ग्रुप का कहना है कि ओएनजीसी और रिलायंस इंडस्ट्रीज का मुनाफा 16 फीसदी तक पहुंच सकता है, जबकि मोतीलाल ओसवाल 17.5 फीसदी का अनुमान लगा रहे हैं, हालांकि वे यह भी कह रहे हैं कि मुनाफा वृद्धि दर पिछली तीनों तिमाही से कम हो सकता है।


चौथी तिमाही में ऑयल एंड नेचुरल गैस कारपोरेशन (ओएनजीसी) 60-70 फीसदी मुनाफा वृद्धि की उम्मीद कर रही है, बावजूद इसके तीसरी तिमाही से मुनाफा 6 फीसदी तक कम हो सकता है। रिलायंस इंडस्ट्रीज बिक्री में 25-27.5 फीसदी की वृद्धि और मुनाफा में 21-30 फीसदी वृद्धि की उम्मीद लगा रही है, जो कि तीसरी तिमाही से कुछ कम ही है।बैंकिग सेक्टर के लिए चौथी तिमाही बेहतर साबित नहीं होने वाली है।


ऐसा इसलिए  कहा जा रहा है, क्योंकि बैंकों, खासकर-स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, आईसीआईसीआई और एचडीएफसी बैंक को डेरिवेटिव्स में काफी घाटा उठाना पड़ा है। विश्लेषकों का मानना है कि इन बैंकों के कुल राजस्व और मुनाफा वृद्धि दर में पिछली तिमाही की तुलना में गिरावट आ सकती है।कमोडिटी हेजिंग में हुए घाटे की वजह से बड़ी इंजीनियरिंग कंपनियों में शुमार लार्सन एंड टुब्रो की मुनाफा वृद्धि दर में भी पिछली तिमाही की तुलना में कमी आने का अनुमान है।


कंपनी का राजस्व वृद्धि दर 25-37 फीसदी तक रहने का अनुमान है।धातु कंपनियों के लिए भी अच्छी खबर नहीं है, हिंडाल्को के राजस्व में 6-7 फीसदी वृद्धि का अनुमान है, जबकि इसके शुद्ध मुनाफे में 8-15 फीसदी की गिरावट की आशंका है। टाटा स्टील का शुद्ध मुनाफा वृद्धि दर 12-25 फीसदी के बीच रहने का अनुमान है। चारों सॉफ्टवेयर कंपनियां का प्रदर्शन


चौथी तिमाही में भी तीसरी तिमाही की तरह ही रहने की उम्मीद है। इन्फोसिस टेक्नोलॉजीज और टीसीएस के राजस्व वृद्धि में 20 फीसदी, जबकि सत्यम कंप्यूटर और विप्रो की राजस्व वृद्धि दर 30 फीसदी रहने की उम्मीद है। इन्फोसिस, सत्यम और टीसीएस का शुद्ध मुनाफा 20 फीसदी के आस-पास रह सकता है, जबकि विप्रो को 15 फीसदी मुनाफे की उम्मीद है।

First Published - April 15, 2008 | 3:20 AM IST

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