भले ही हाईवे सेगमेंट में गतिविधि धीमी पड़ी है, लेकिन जनवरी 2024 में नए सौदों के प्रवाह में सुधार देखा गया और वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में इसमें तेजी आने का अनुमान है। राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) के लिए ऑर्डर प्रवाह दिसंबर 2023 के 15,900 करोड़ रुपये के निचले स्तर से मौजूदा समय में 68,400 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।
एनएचएआई का ऑर्डर प्रवाह 66,100 करोड़ रुपये पर है, जिसमें हाइब्रिड एन्युटी मॉडल (एचएएम), बिल्ड ऑपरेट ट्रांसफर (बीओटी) और इंजीनियरिंग संवर्द्धन एवं निर्माण (ईपीसी) परियोजनाओं की भागीदारी 60 प्रतिशत, 29 प्रतिशत और 13 प्रतिशत है।
भारतमाला, एनएच (ओ) और एनएचडीपी के तहत निविदाओं के साथ साथ महाराष्ट्र में बोली प्रक्रिया के लिए 19,100 करोड़ रुपये मूल्य की 7 बीओटी परियोजनाएं हैं। भारतमाला के तहत नए ठेके तब तक रोक दिए गए, जब तक कार्यक्रम की संशोधित लागत को सीसीईए की मंजूरी नहीं मिल जाती।
करीब 6,000-7,000 किलोमीटर की सड़क परियोजनाएं मंजूरी के अंतिम चरण में हैं, जिनके लिए अल्पावधि में ठेका दिया जा सकता है। जिन प्रमुख कंपनियों को परियोजनाओं में तेजी का लाभ मिलने की संभावना है, उनमें एलऐंडटी, एनसीसी, एचजी इन्फ्रा इंजीनियरिंग, पीएनसी इन्फ्राटेक और अशोक बिल्डकॉन शामिल हैं।
अनुबंध मिलने की तेज रफ्तार के अलावा, परिसंपत्तियों की बिक्री भी नजर रखे जाने की जरूरत है। इस संबंध में ताजा खबरों में पीएनसी इन्फ्राटेक द्वारा 9,000 करोड़ रुपये के उद्यम मूल्य पर 12 सड़क परिसंपत्तियों की बिक्री के लिए हाईवेज इन्फ्रास्ट्रक्चर ट्रस्ट (केकेआर) के साथ किया गया समझौता भी शामिल है।
सौदे की इक्विटी वैल्यू 2,900 करोड़ रुपये है, जिससे 1.7 गुना की पीबी वैल्यू का पता चलता है। प्राप्त रकम का इस्तेमाल पीएनसी द्वारा अन्य परियोजनाओं के वित्त पोषण तथा आगामी वृद्धि पर किया जाएगा। बिक्री से जुड़ी कंपनी की 12 सड़क परियोजाओं में 11 एचएएम
परिसंपत्तियां और 1 बीओटी टोल परियोजना शामिल है। इनमें से, 7 एचएएम और 1 बीओटी परिचालन में हैं और शेष 4 एचएएम निर्माणाधीन हैं तथा इनके मार्च 2024 तक पूरा होने की संभावना है। बिक्री से मिलने वाली रकम दो या इससे ज्यादा हिस्सों में प्राप्त होगी।
पीएनसी का कहना है कि परिसंपत्ति बिक्री योजनाएं वित्त वर्ष 2024 में पूरी की जाएंगी। केकेआर जैसे भरोसेमंद खरीदार के साथ यह समझौता इस शेयर के लिए सकारात्मक है और इससे उद्योग की धारणा मजबूत होगी।
बिक्री के लिए 1.7 गुना का मूल्यांकन मल्टीपल पिछले सौदों के 1.3 गुना-1.55 गुना और अनुमानों के मुकाबले ज्यादा है । पीएनसी ने हाल में एनएचएआई के साथ 770 करोड़ रुपये मूल्य के दावे निपटाए हैं जिससे उसके नकदी प्रवाह को भी ताकत मिल सकती है।
पीएनसी की एचएएम परिसंपत्तियों की कुल इक्विटी आवश्यकता 2,940 करोड़ रुपये है। पीएनसी सितंबर 2023 तक 18.40 करोड़ रुपये का निवेश पहले ही कर चुकी है और शेष 1,100 करोड़ रुपये मार्च 2026 तक निवेश किए जाएंगे।
पीएनसी का शेयर उन खबरों की वजह से 5 प्रतिशत चढ़ गया कि परिसंपत्ति मूल्यांकन ने बाजार को मात दी है और नकदी प्रवाह की संभावना स्पष्ट है। इस सौदे की वजह से अन्य एचएएम और बीओटी परिसंपत्तियों के लिए भी मूल्यांकन अपग्रेड किया जा सकता है।