भारत की लीडिंग डिजिटल पेमेंट कंपनी PhonePe जल्द ही अपना IPO लाने की तैयारी में है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, यह IPO करीब 1.5 अरब डॉलर (लगभग ₹12,000 करोड़) जुटा सकता है, जिससे कंपनी की कुल वैल्यूएशन करीब 15 अरब डॉलर (₹1.25 लाख करोड़) तक पहुंच सकती है।
PhonePe जल्द ही भारतीय बाजार में अपना DRHP (ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस) फाइल कर सकती है, जो कि IPO के लिए जरूरी पहला कानूनी दस्तावेज होता है। बताया जा रहा है कि यह दस्तावेज अगस्त की शुरुआत तक सेबी में जमा हो सकता है। हालांकि, प्लान अभी शुरुआती चरण में है और इसमें बदलाव भी संभव हैं।
PhonePe ने अपने IPO की प्रक्रिया को संभालने के लिए Kotak Mahindra Capital, JPMorgan Chase, Citigroup और Morgan Stanley जैसे दिग्गज इन्वेस्टमेंट बैंकों को चुना है। ये सभी बैंक कंपनी के पब्लिक ऑफर को निवेशकों तक पहुंचाने और शेयर बेचने में मदद करेंगे।
PhonePe की शुरुआत साल 2015 में हुई थी और आज यह भारत के UPI प्लेटफॉर्म पर सबसे बड़ी कंपनी बन चुकी है। कंपनी के पास 610 मिलियन (61 करोड़) से ज्यादा रजिस्टर्ड यूज़र हैं और हर दिन ₹340 मिलियन (34 करोड़ रुपए) के आसपास की ट्रांजेक्शन प्रोसेस करती है।
सिर्फ मई 2025 में ही भारत में UPI ट्रांजेक्शन ने नया रिकॉर्ड बनाया, जब कुल 18.68 अरब ट्रांजेक्शन हुए जिनकी वैल्यू ₹25.14 लाख करोड़ थी। इनमें से अकेले PhonePe ने 8.68 अरब ट्रांजेक्शन किए जिसकी वैल्यू ₹12.56 लाख करोड़ थी — यानी लगभग आधे ट्रांजेक्शन अकेले PhonePe ने संभाले। इसके बाद Google Pay और फिर Paytm का नंबर आया।
यह भी पढ़ें…IT stocks: IT सेक्टर में नई डील्स की होड़! ब्रोकरेज ने बताई 5 दमदार कंपनियां जो करा सकती हैं तगड़ा मुनाफा
PhonePe पहले सिंगापुर में रजिस्टर्ड थी लेकिन साल 2022 में उसने अपनी कानूनी पहचान (legal domicile) को भारत में ट्रांसफर कर लिया। माना जा रहा है कि यह कदम कंपनी ने भारतीय शेयर बाजार में लिस्टिंग की तैयारी के तहत उठाया था।
कंपनी के बोर्ड में अब भारत और दुनियाभर के कई अनुभवी प्रोफेशनल शामिल हैं। हाल ही में PhonePe ने ज़रीन दारूवाला को अपने बोर्ड में जोड़ा है, जो पहले Standard Chartered Bank India की CEO थीं और उससे पहले ICICI Bank में सीनियर पदों पर रह चुकी हैं।
बोर्ड में Walmart के कई बड़े अधिकारी जैसे John David Rainey, Donna Morris और Leigh Hopkins शामिल हैं। साथ ही TeamLease के उपाध्यक्ष मनीष सबरवाल, भारत सरकार के पूर्व अधिकारी तरुण बाजाज, कंपनी के चेयरमैन रोहित भगत, और PhonePe के को-फाउंडर समीर निगम और राहुल चारी भी बोर्ड का हिस्सा हैं।
अगर PhonePe का यह IPO सफल रहा, तो यह भारतीय फिनटेक इंडस्ट्री के इतिहास का सबसे बड़ा आईपीओ बन सकता है। कंपनी का मार्केट में दबदबा, तेजी से बढ़ती UPI ट्रैफिक और मजबूत निवेशकों की मौजूदगी इसे निवेशकों के लिए एक आकर्षक मौका बना सकती है।