एचडीएफसी बैंक व रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसे दिग्गज शेयरों में बढ़त के बीच भारतीय शेयर बाजार का बेंचमार्क निफ्टी रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ। सार्वजनिक उपक्रमों मसलन पावर ग्रिड और कोल इंडिया के शेयरों में बढ़त ने भी मनोबल को मजबूती दी। निफ्टी ने 58 अंकों की बढ़ोतरी के साथ 23,323 अंक के नए रिकॉर्ड स्तर पर कारोबार की समाप्ति की जबकि सेंसेक्स 150 अंकों की उछाल के साथ 76,607 पर बंद हुआ।
व्यापक बाजार के सूचकांकों ने भी नई ऊंचाई को छुआ और निफ्टी मिडकैप 100 ने 1.04 फीसदी की बढ़त के साथ 54,226 पर कारोबार की समाप्ति की। निफ्टी स्मॉलकैप 100 में 1.2 फीसदी की बढ़ोतरी हुई और यह 17,788 पर बंद हुआ।
बाजार में बढ़ोतरी घरेलू निवेशकों की मजबूत खरीदारी, मौजूदा सत्ता के बरकरार रहने और आर्थिक वृद्धि के परिदृश्य में सुधार की बदौलत हुई। बाजार के विशेषज्ञ नई सरकार के कार्यक्रमों की उम्मीद से वित्त और सार्वजनिक क्षेत्र की फर्मों में और बढ़ोतरी की संभावना को लेकर आशान्वित हैं।
मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि बिना किसी देसी संकेतक के पिछले तीन दिन से निफ्टी अपने स्रों के आसपास ही मजबूत हो रहा है। साथ ही, वह कुछ निश्चित वैश्विक घटनाक्रम के नतीजों की सतर्कता के साथ प्रतीक्षा कर रहा है। अल्पावधि में बाजार सकारात्मकता के साथ इसके आस पास ही डटा रह सकता है। आने वाले दिनों में अमेरिका के आर्थिक आंकड़े और मौद्रिक नीति अधिकारियों के बयान बाजार की दिशा तय करेंगे।
रेलिगेयर ब्रोकिंग में वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्र ने कहा कि हमें मान रहे हैं कि गिरावट की स्थिति में निफ्टी 23,000-23,100 का स्तर बनाए रखेगा जबकि 23,600-23,800 का स्तर तात्कालिक प्रतिरोध का स्तर बन सकता है। ऐसे हालात के बीच हम गिरावट में खरीदारी की अपनी सिफारिश दोहराते हैं और इसमें उन क्षेत्रों और थीम पर ध्यान देना चाहिए, जहां लगातार दिलचस्पी दिख रही हो।
बाजार में चढ़ने व गिरने वाले शेयरों का अनुपात मजबूत था और 2,518 शेयर चढ़े जबकि 1,376 में गिरावट आई। सेंसेक्स के दो तिहाई शेयरों में बढ़ोतरी हुई।