DSP Mutual Fund NFO
NFO Alert: म्युचुअल फंड की नई स्कीम में निवेश करने वाले निवेशकों के लिए बेहतरीन अवसर है। डीएसपी म्युचुअल फंड ने दो नए इंडेक्स फंड – डीएसपी निफ्टी आईटी इंडेक्स फंड (DSP Nifty IT Index Fund) और डीएसपी निफ्टी हेल्थकेयर इंडेक्स फंड (DSP Nifty Healthcare Index Fund)– लॉन्च करने की घोषणा की है। इन फंड्स का उद्देश्य निवेशकों को उन सेक्टर्स में रणनीतिक रूप से निवेश का अवसर देना है जो व्यापक इक्विटी मार्केट की तुलना में ज्यादा मजबूती और स्थिरता के लिए जाने जाते हैं। दोनों फंड्स 2 जून से सब्सक्रिप्शन के लिए खुल चुके हैं। निवेशक इन न्यू फंड ऑफर (NFOs) में 16 जून 2025 तक निवेश कर सकते हैं।
डीएसपी निफ्टी आईटी इंडेक्स फंड का उद्देश्य निफ्टी आईटी इंडेक्स (Nifty IT Index) को ट्रैक या उसकी नकल करना है और यह फ्री-फ्लोट मार्केट कैपिटलाइजेशन के आधार पर टॉप-10 आईटी कंपनियों में निवेश करेगा।
फंड की मुख्य डिटेल-
NFO सब्सक्रिप्शन खुला- 2 जून 2025
NFO सब्सक्रिप्शन बंद- 16 जून 2025
मिनिमम निवेश- ₹100
बेंचमार्के- NIFTY IT TRI
एग्जिट लोड- 0%
जोखिम- बहुत ज्यादा
फंड मैनेजर- अनिल घेलानी और दीपेश शाह
फंड हाउस के मुताबिक, भारतीय आईटी सेक्टर ने स्थिर आय वृद्धि दिखाई है और इसकी कम उतार-चढ़ाव वाली आय ने निवेशकों को बड़े झटकों से बचाया है। पिछले 12 वर्षों में निफ्टी आईटी इंडेक्स ने लगातार कमाई बढ़ाई है और कई अन्य सेक्टर्स की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है। हाल के वर्षों में भले ही आईटी सेक्टर ने व्यापक बाजार की तुलना में कमजोर प्रदर्शन किया हो, लेकिन पुराने आंकड़े बताते हैं कि इसमें सुधार की संभावनाएं हैं। ऐसे में यह समय निवेशकों के लिए सेक्टर-केंद्रित निवेश पर विचार करने का उपयुक्त मौका हो सकता है।
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डीएसपी निफ्टी हेल्थकेयर इंडेक्स फंड का उद्देश्य निफ्टी हेल्थकेयर इंडेक्स (Nifty Healthcare Index) की नकल करना या उसे ट्रैक करना है। यह फंड फ्री-फ्लोट मार्केट कैपिटलाइजेशन के आधार पर देश की टॉप 20 हेल्थकेयर कंपनियों में निवेश करेगा।
फंड की मुख्य डिटेल-
NFO सब्सक्रिप्शन खुला- 2 जून 2025
NFO सब्सक्रिप्शन बंद- 16 जून 2025
मिनिमम निवेश- ₹100
बेंचमार्के- NIFTY Healthcare TRI
एग्जिट लोड- 0%
जोखिम- बहुत ज्यादा
फंड मैनेजर- अनिल घेलानी और दीपेश शाह
फंड हाउस के मुताबिक, भारत में हेल्थकेयर सेक्टर का मार्केट कैपिटलाइजेशन कुल बाजार पूंजीकरण के मुकाबले विकसित और उभरते बाजारों की तुलना में सबसे कम है। यह स्थिति भविष्य में मजबूत विकास की संभावना दिखाती है, क्योंकि देश में हेल्थकेयर इन्फ्रास्ट्रक्चर, बीमा कवरेज और मेडिकल इनोवेशन लगातार बढ़ रहे हैं।
डीएसपी म्युचुअल फंड में हेड ऑफ पैसिव इनवेस्टमेंट्स एंड प्रोडक्ट्स, अनिल घेलानी (CFA) ने कहा, “डीएसपी निफ्टी आईटी इंडेक्स फंड और डीएसपी निफ्टी हेल्थकेयर इंडेक्स फंड की शुरुआत निवेशकों को ऐसे सेक्टर्स में संतुलित तरीके से भागीदारी का अवसर देती है, जो ग्रोथ और मजबूती दोनों का मेल पेश करते हैं। अनिश्चित बाजार स्थितियों में आईटी और हेल्थकेयर जैसे डिफेंसिव सेक्टर्स में नुकसान अपेक्षाकृत कम रहा है, और ये बेहतर रिटर्न देने की क्षमता रखते हैं।”
फंड हाउस ने बताया कि आईटी और हेल्थकेयर जैसे डिफेंसिव सेक्टर्स ने ऐतिहासिक रूप से व्यापक इक्विटी बाजार की तुलना में लो बीटा दिखाया है। इसका मतलब है कि ये सेक्टर्स बाजार में गिरावट, आर्थिक संकट या भू-राजनीतिक घटनाओं से कम प्रभावित होते हैं। उदाहरण के तौर पर, वैश्विक आर्थिक मंदी (जनवरी – अक्टूबर 2008) और कोविड-19 महामारी (जनवरी – मार्च 2020) के दौरान, निफ्टी हेल्थकेयर और निफ्टी आईटी इंडेक्स ने निफ्टी 500 इंडेक्स की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया। इन दोनों इंडेक्स में गिरावट कम रही और रिकवरी भी तेजी से हुई।
ये सेक्टर्स वैश्विक स्तर पर डायवर्स रेवेन्यू स्रोतों से लाभ उठाते हैं, जिससे इनकी घरेलू आर्थिक चक्रों पर निर्भरता कम हो जाती है। अगर इसे आंकड़ों के जरिए समझें तो, निफ्टी आईटी इंडेक्स में शामिल कंपनियों की कुल आय का लगभग 96% हिस्सा भारत के बाहर विभिन्न वैश्विक बाजारों से आता है। इसी तरह, निफ्टी हेल्थकेयर इंडेक्स में शामिल कंपनियों की कुल आय का लगभग 52% हिस्सा विदेशी बाजारों से आता है।
इसके मुकाबले, निफ्टी 50 इंडेक्स में शामिल कंपनियों की केवल लगभग 25% आय ही वैश्विक बाजारों से आती है।
डीएसपी म्युचुअल फंड में पैसिव फंड्स के बिजनेस हेड, गुरजीत कालरा ने कहा, “आईटी और हेल्थकेयर जैसे लो-बीटा सेक्टर्स को रणनीतिक रूप से पोर्टफोलियो में शामिल कर निवेशक एक मजबूत और ज्यादा प्रभावी पोर्टफोलियो बना सकते हैं, जिससे उन्हें बेहतर रिटर्न पाने और बाजार जोखिम को बेहतर ढंग से मैनेज करने में मदद मिल सकती है। फिलहाल डिफेंसिव सेक्टर्स व्यापक इंडेक्स में कम हिस्सेदारी रखते हैं, जबकि इतिहास बताता है कि जब ये सेक्टर्स अंडरवेट होते हैं, तो अगले एक साल में आईटी और हेल्थकेयर जैसे सेक्टर्स अक्सर बाजार से बेहतर प्रदर्शन करते हैं। हमारा अनुशासित पैसिव मैनेजमेंट अप्रोच इन सेक्टर्स को नजदीकी रूप से ट्रैक करता है, जिससे निवेशक कम वोलैटिलिटी के साथ स्ट्रक्चरल ग्रोथ का फायदा उठा सकते हैं।”
(डिस्क्लेमर: यहां NFO की डीटेल दी गई है। ये निवेश की सलाह नहीं है। म्युचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)