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Mirae Asset MF ने लॉन्च किए 2 नए ETF, डिविडेंड और भारत की टॉप-20 कंपनियों पर फोकस; ₹5,000 से निवेश शुरू

NFO Alert: इन ETFs के न्यू फंड ऑफर्स (NFOs) सब्सक्रिप्शन के लिए 2 दिसंबर 2025 से खुल गए हैं और 10 दिसंबर 2025 को बंद होंगे

Last Updated- December 03, 2025 | 5:27 PM IST
Mirae Asset ETFs

NFO Alert: मिरे असेट म्युचुअल फंड ने बाजार में दो नए एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ETF) लॉन्च किए हैं। पहले ईटीएफ का नाम मिरे असेट बीएसई 500 डिविडेंड लीडर्स 50 ईटीएफ (Mirae Asset BSE 500 Dividend Leaders 50 ETF) है। यह स्कीम उन कंपनियों में निवेश का अवसर देती है, जिन्होंने लंबे समय से लगातार डिविडेंड दिया है। इन कंपनियों की बैलेंस शीट मजबूत होती है और उनके पास अच्छा कैश फ्लो होता है। यह बिजनेस की क्वालिटी और मजबूती को दर्शाता है। वहीं, दूसरे ईटीएफ का नाम मिरे असेट निफ्टी टॉप 20 इक्वल वेट ईटीएफ (Mirae Asset Nifty Top 20 Equal Weight ETF) है। यह स्कीम निफ्टी-50 की टॉप-20 कंपनियों में बराबर वेटेज के साथ एक्सपोजर प्रदान करेगी। ये 20 कंपनियां भारत के कुल मार्केट कैप का लगभग आधा हिस्सा रखती हैं और टेलीकॉम, बैंकिंग, ऑटोमोटिव, इंफ्रास्ट्रक्चर आदि कई प्रमुख सेक्ट्रर्स की लीडिंग कंपनियां हैं।

₹5,000 से दोनों ETFs में निवेश का मौका

इन ETFs के न्यू फंड ऑफर्स (NFOs) सब्सक्रिप्शन के लिए 2 दिसंबर 2025 से खुल गए हैं और 10 दिसंबर 2025 को बंद होंगे। दोनों स्कीमें 16 दिसंबर 2025 से दोबारा निवेश के लिए उपलब्ध होंगी।

लंपसम निवेश के लिए, दोनों एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ETFs) में न्यूनतम निवेश राशि 5,000 रुपये है और इसके बाद 1 रुपये के मल्टीपल में आगे निवेश किया जा सकता है। मिरे असेट बीएसई 500 डिविडेंड लीडर्स 50 ईटीएफ को अक्षय उदेशी और रीतेश पटेल मैनेज करेंगे। वहीं, मिरे असेट निफ्टी टॉप 20 इक्वल वेट ईटीएफ की कमान अक्षय उदेशी और एकता गाला के हाथों में होगी। रिस्कोमीटर के अनुसार, दोनों ईटीएफ को बहुत ज्यादा जोखिम (Very High Risk) की कैटेगरी में रखा गया है।

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Mirae Asset BSE 500 Dividend Leaders 50 ETF

यह ETF BSE 500 Dividend Leaders 50 Index को ट्रैक करेगा। यह इंडेक्स BSE 500 की उन कंपनियों को चुनता है, जो लगातार डिविडेंड देती रही हैं। ETF केवल उन कंपनियों में निवेश करेगा, जिनकी लिस्टिंग कम से कम 5 साल पुरानी हो और जिन्होंने पिछले 10 साल में या लिस्टिंग से अब तक कम से कम 80 फीसदी बार डिविडेंड दिया हो।

डिविडेंड स्टॉक्स निवेशकों को दो तरह से रिटर्न देते हैं, पहला स्टॉक की कीमत बढ़ने से और दूसरा डिविडेंड के रूप में नियमित आय।

फंड हाउस के मुताबिक, ऐसे स्टॉक्स मजबूत बैलेंस शीट, अच्छा कैश फ्लो और अनुशासित कैपिटल एलोकेशन रखते हैं। यह बिजनेस की क्वालिटी और मजबूती दिखाता है। इसलिए यह उन निवेशकों के लिए अच्छा है, जो मजबूत फंडामेंटल वाली कंपनियों में निवेश करना चाहते हैं।

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Mirae Asset Nifty Top 20 Equal Weight ETF

यह ETF भारत की टॉप- 20 सबसे बड़ी और सबसे प्रभावशाली लिस्टेड कंपनियों में निवेश करेगा। ये कंपनियां कुल मार्केट कैप का 46.5% हिस्सा रखती हैं। ये इंफ्रास्ट्रक्चर, डिजिटल एडॉप्शन, फाइनेंशियल इंक्लूजन और मैन्युफैक्चरिंग में नेतृत्व के जरिए भारत की ग्रोथ को आगे बढ़ाती हैं।

लार्ज-कैप कंपनियां आमतौर पर मजबूत फाइनेंशियल फंडामेंटल दिखाती हैं और अपने-अपने इंडस्ट्री की लीडर होती हैं। छोटी कंपनियों की तुलना में, इन कंपनियों के शेयरों में उतार-चढ़ाव कम होता है। इसलिए जब बाजार में गिरावट आती है, तो इन कंपनियां को ज्यादा नुकसान नहीं होता है।

इस ETF में अच्छा डाइवर्सिफिकेशन होगा और यह फाइनेंशियल्स, IT सर्विसेज, कंज्यूमर, ऑटोमोबाइल और टेलीकॉम जैसे सेक्टर्स का प्रतिनिधित्व करेगा। ETF में हर कंपनी को बराबर वेट दिया जाएगा, जिससे निवेश का एक ही सेक्टर या कंपनी में ज्यादा केंद्रीकरण नहीं होगा।

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डिविडेंड और टॉप-20 कंपनियों पर फोकस

मिरे असेट में ईटीएफ प्रोडक्ट्स के हेड और फंड मैनेजर सिद्धार्थ श्रीवास्तव ने कहा, “डिविडेंड लीडर्स का लक्ष्य निवेशकों को स्थिरता और लंबी अवधि में संपत्ति बनाने की क्षमता देना है। ये कंपनियां लगातार डिविडेंड देती हैं और उनके पास मजबूत गवर्नेंस और वित्तीय अनुशासन होता है। Mirae Asset BSE 500 Dividend Leaders 50 ETF के माध्यम से हमारा उद्देश्य निवेशकों को एक मजबूत, पारदर्शी और किफायती तरीका देना है, जिससे वे हाई क्वालिटी वाली कंपनियों में निवेश कर सकें, जो स्थिर डिविडेंड और लंबी अवधि की ग्रोथ दोनों प्रदान कर सकती हैं।”

उन्होने आगे कहा कि, दूसरी ओर Mirae Asset Nifty Top 20 Equal Weight ETF भारत की ग्रोथ की मुख्य ताकत में निवेश करने का अवसर देता है। ये मार्केट लीडर भारत के फाइनेंस, इंफ्रास्ट्रक्चर, IT और कंज्यूमर सेक्टर को आगे बढ़ाते हैं। इक्वल वेट स्ट्रैटेजी से निवेश केवल कुछ बड़ी कंपनियों में केंद्रित नहीं होता और मार्केट-कैप वेटेड इंडेक्स में दिखने वाले जोखिम से बचा जा सकता है।


(डिस्क्लेमर: यहां NFO की डीटेल दी गई है। ये निवेश की सलाह नहीं है। म्युचुअल फंड में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)

First Published - December 3, 2025 | 5:21 PM IST

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