भारत में म्युचुअल फंडों के संगठन (एम्फी) ने कैम्स और केफिन टेकनोलॉजीज द्वारा संचालित ट्रांजेक्शन प्लेटफॉर्म एमएफ सेंटल से कहा है कि वह फिनटेक ऐप के साथ सीधे तौर पर निवेशकों का डेटा साझा करने बंद कर दे। घटनाक्रम के जानकार लोगों ने यह जानकारी दी है।
इस समय कई ऑनलाइन एप्लीकेशन, विशेष रूप से वे जो गाइडेड म्युचुअल फंड निवेश और फंडों पर ऋण प्रदान करते हैं, एमएफ सेंट्रल के माध्यम से निवेशक डेटा तक पहुंचते हैं।
फंड अधिकारियों के अनुसार इस सेटअप के साथ कई स्तरों पर समस्या है। इसमें डेटा सुरक्षा को लेकर चिंताएं और निवेशकों द्वारा बिना समझे सहमति प्रदान करने की आशंका मुख्य रूप से शामिल हैं। फंड वितरकों को भी इस प्रणाली से समस्या है क्योंकि यह फिनटेक कंपनियों को उनके ग्राहकों को हासिल करने का आसान मार्ग देती है।
एक वरिष्ठ म्युचुअल फंड अधिकारी ने कहा, ‘ऐसे समय में जब डेटा सुरक्षा बहुत महत्त्वपूर्ण हो रही है तो निवेशकों का डेटा थर्ड पार्टी ऐप के साथ आसानी से साझा करना सही नहीं है।’