मल्टीप्लेक्स ऑपरेटर शृंखला पीवीआर और आईनॉक्स लेजर के शेयरों में जनवरी की ऊंचाई के बाद 13 से 14 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। कुछ राज्यों में कोविड संक्रमण के बढ़ते मामले और ओवर द टॉप(ओटीटी) प्लेटफॉर्म के तेजी से विकास के कारण मल्टीप्लेक्स के लिए कारोबार में सुधार की रफ्तार को लेकर चिंता बढऩे लगी है।
पिछले कुछ महीनों के दौरान कोविड संक्रमण के मामलों में लगातार गिरावट के बाद महाराष्ट्र, पंजाब, केरल, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में कोविड के नए मामलों में दोबारा बढ़ोतरी होने लगी है। विश्लेषकों का कहना है कि इससे सिनेमा घरों तक लोगों की आवक पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।
ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल सिक्योरिटीज (एमओएसएल) की एक हालिया रिपोर्ट में कहा गया है, ‘सिनेमा घरों के खुलने के बावजूद सामान्य परिचालन तक वापस आने में कुछ महीने लग सकते हैं और तब तक नकदी प्रवाह पर लोगों की कम आवक का जोखिम बरकरार रहेगा।’
मल्टीप्लेक्स और सिनेमा घरों को पिछले साल अक्टूबर में परिचालन सुचारु करने की अनुमति दी गई थी क्योंकि कई अन्य क्षेत्रों में भी परिचालन जून-जुलाई के आसपास ही शुरू हुआ था। इसके बावजूद कारोबार में सुस्ती जारी रही क्योंकि अधिकतर लोग सुरक्षा के लिए अपने घर पर सामग्री देखना पसंद कर रहे थे।
ओटीटी प्लेटफॉर्म कोविड वैश्विक महामारी से पहले भी तेजी से आगे बढ़ रहे थे। हाल के वर्षों में डेटा की पहुंच बढऩे और डिजिटल सामग्री में वृद्धि के कारण ओटीटी के सब्सक्रिप्शन में भारी वृद्धि दर्ज की गई है। एमओएसएल के अनुसार, भारत में ओटीटी सब्सक्रिप्शन के बाजार का आकार 2018 में 1,340 करोड़ रुपये का था जो बढ़कर 2020 में 4,150 करोड़ रुपये होने का अनुमान है।
पिछले एक साल के दौरान भुगतान वाले सब्सक्राइबरों की संख्या 2.5 गुना बढ़कर 1.1 करोड़ हो गई और 2021 में इसमें करीब 50 फीसदी वृद्धि होने का अनुमान है। रिपोर्ट में कहा गया है कि मल्टीप्लेक्स कारोबार की प्रकृति और आवक दर के प्रति इसकी संवेदनशीलता के मद्देनजर ओटीटी प्लेटफॉर्मों से प्रतिस्पर्धा के कारण किसी भी तरह की नरमी का असर गंभीर हो सकता है और उससे आय एवं रिटर्न प्रभावित हो सकता है।
पिछले कुछ सप्ताह के दौरान उद्योग के लिए कुछ सकारात्मक खबरें भी आईं। कई महीनों की बातचीत के बाद सरकार ने आखिरकार फिल्म प्रदर्शकों को कोविड-19 सुरक्षा प्रोटोकॉल के पालन के साथ 1 फरवरी से पूरी क्षमता के साथ स्क्रीन के संचालन की अनुमति दे दी। एचएसबीसी ने 23 फरवरी की अपनी रिपोर्ट में कहा कि यह पीवीआर और आईनॉक्स दोनों के लिए महत्त्वपूर्ण है क्योंकि उनकी अधिकतर स्क्रीन (क्रमश: 64 फीसदी और 56 फीसदी) 100 फीसदी क्षमता पर चल रही हैं।
इसके अलावा कई प्रमुख प्रोडक्शन हाउसों ने भी इस साल अपनी फिल्मों को रिलीज करने की तारीखों की घोषणा की है। इसे लोगों की आवक में सुधार होने के आसार हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि 30 से अधिक फिल्मों (बॉलीवुड, हॉलीवुड, देश भर के लिए) के लिए सिनेमा घरों में रिलीज होने की तारीख की पुष्टि हुई है जिसमें कुछ बड़े बजट की फिल्में (जैसे राधे, 83, केजीएफ चैप्टर 2, आरआरआर, शमशेर, पृथ्वीराज, आदि) भी शामिल हैं।
