मॉर्गन स्टैनली इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट इंडिया ने इस साल के अंत तक नई फंड याजनाओं को लांच करने का ऐलान किया है।
इसके अंतर्गत वह इक्विटी, डेट समेत अंतरराष्ट्रीय फंडों को उतारने की योजना बना रही है। इस वक्त देश के सबसे छोटे फं ड हाउसों में से एक स्टैनली ने अब अपनी परिसंपत्ति को बढ़ाने की कवायद शुरू कर दी है जिसे वह इस साल के अंत तक अंजाम देना चाहती है।
मालूम हो कि मॉर्गन स्टैनली के पास एसेट अंडर मैनेजमेंट के तहत कुल 3,509 करोड़ रुपये की परिसंपत्ति है। इस बाबत स्टैनली के नवनियुक्त सीइओ एंथोनी हेरेडिया का कहना है कि अगले दो सालों के भीतर हमारी योजना कई प्रकार के प्रॉडक्टों के साथ उतरने की है।
अब हमारी नजर एसेट क्लासेज पर है जो इक्विटी वाले ट्रेंड के माकूल है। फि क्सड इनकम साइड की बात करें तो इसमें चार प्रकार के ऑफर होंगे पहला-लिक्वड फंड,शार्ट टर्म बांड फंड,लांग टर्म फंड और अल्ट्रा शार्ट टर्म फंड। इन सभी की लांचिंग अगले छह महीने के भीतर होगी। इस वक्त इस फंड हाऊस के महज दो प्रॉडक्ट हैं जिनमें 14 साल वाले ग्रोथ फंड और हाल में शुरू किया गया एसीई फंड।
इक्विटी वाले पक्ष की बात करें तो यह फंड हाउस अभी स्मॉल कैप मिड कैप समेत बैलेंस्ड फंड को लाने की तैयारी कर रहा है। इसके अलावा एएमसी ने कई अंतरराष्ट्रीय फंडों को भी लांच करने की तैयारी कर ली है जिनमें फ्रंटियर मार्केट फंड अभी विचाराधीन हैं। इस फंड का निवेश यूक्रेन,सऊदी अरब समेत मिस्र और वियतनाम और लेबनान में होगा। इसके अलावा स्टैनली एक वैश्विक रियल एस्टेट फंड को भी एक्सप्लोर करने की कोशिश में है।
हेरेडिया कहते हैं कि हम अंतरराष्ट्रीय फंड जारी करने को लेकर काफी उत्साहित हैंक्योंकि निवेशक तो अपना विस्तार करना चाहते हैं ही,बाजार का वातावरण भी वही है। गौरतलब है कि मॉर्गन स्टैनली म्युचुअल फंड ने अपने ग्रोथ फंड के यूनिटों को डीलिस्ट करने के लिए सेबी की स्वीकृति हासिल करने वास्ते फाइलिंग की थी जिसे बाद में ओपेन इंडेड प्रॉडक्ट में तब्दील कर देने की बात कही थी।
यह एक 15 साल का क्लोज एंडेड फं ड है जो 1994 में शुरू हुआ था। स्टैनली इस बात के बावजूद कि देश के वह देश के सबसे पुराने फंड हाउसों में से एक है, मनमाफिक सफलता हासिल करने में नाकाम रहा है। फंड लांचिंग से लेकर परिसंपत्तियों के इजाफे में वह काफी धीमा रहा है। लेकिन एसीई फंड की लांचिंग के बाद से नए प्रॉडक्टों को उतारने को लेकर वह काफी आक्रामक हुआ है।
हालांकि एएमसी को अपनी शाखाओं के विस्तार को लेकर उतनी जल्दी नहीं है और इस वक्त वह नौ शाखाओं और कुल 3500 वितरकों के साथ देशभर में सेवाएं दे रही है। हेरेडिया कहते हैं कि फिलवक्त हम रियल एस्टेट फंडों का मूल्यांकन कर रहे हैं जिनके लिए हाल में दिशानिर्देश जारी हुए हैं। इस क्षेत्र में देखने की वजह हमारा इस क्षेत्र को लेकर विशेषज्ञ होना है।