पिछले दो वर्षों में सुस्त प्रदर्शन के बाद, मिडकैप और स्मॉलकैप अब रफ्तार पकड़ते दिख रहे हैं। प्रदर्शन के मामले में इन दोनों सूचकांकों ने लार्ज-कैप प्रतिस्पर्धियों को मात दी है। मार्च 2020 के निचले स्तरों से, बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में 57 प्रतिशत और 49 प्रतिशत की तेजी आई है, जबकि बीएसई के सेंसेक्स में 47 प्रतिशत का सुधार दर्ज किया गया है।
साल में अब तक (वाईटीडी) आधार पर भी, प्रतिफल बेहतर रहा है। बीएसई पर स्मॉलकैप सूचकांक करीब 1 प्रतिशत बढ़ा है। एसीई इक्विटी के आंकड़ों से पता चलता है कि हालांकि मिडकैप में वाईटीडी आधार पर 3.7 प्रतिशत की कमजोरी आई है, लेकिन यह सेंसेक्स में दर्ज की गई 7.5 प्रतिशत गिरावट से कम है।
इक्विनोमिक्स रिसर्च के संस्थापक एवं मुख्य निवेश अधिकारी जी चोकालिंगम का कहना है, ‘ताजा गिरावट में मिड और स्मॉलकैप शेयरों में बड़ी कमजोरी आई थी और इनमें सुधार भी तेजी से हुआ है। इन दो बाजार खंडों ने उन छोटे निवेशकों की भागीदारी में इजाफा दर्ज किया है जिन्होंने तुरंत पैसा कमाने के प्रयास में चवन्नी शेयरों में भी निवेश कर रखा है।’
एलारा कैपिटल के विश्लेषकों ने कहा कि लार्जकैप के मुकाबले मिडकैप का मूल्यांकन ऐतिहासिक स्तर पर काफी नीचे रहा है, वहीं लार्जकैप के मुकाबले मिडकैप के सालाना प्रतिफल में गिरावट में कमी आनी शुरू हुई है। उनका मानना है कि आकर्षक परिदृश्य और निवेशकों में बढ़ता भरोसा ऐसे मुख्य कारक हैं जिनसे आईटी और फार्मा क्षेत्रों के शेयरों में दिलचस्पी बनी रहेगी।
प्रदीप कुमार केसवन और अनुष्का छाजेड द्वारा मिलकर तैयार की गई 5 अगस्त की रिपोर्ट में एलारा सिक्योरिटीज के संस्थागत इक्विटी शोध प्रमुख रवि मुथुकष्णन ने लिखा है, ‘हम इसे मिडकैप में सुधार के शुरुआती संकेत के तौर पर देख रहे हैं। हमारा मानना है कि मूल्यांकन उचित हैं और मिडकैप में सुधार की रफ्तार अच्छी है।’ कुछ खास शेयरों के संदर्भ में, मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में प्रतिफल काफी अधिक रहा है। एसीई इक्विटी के आंकड़े के अनुसार इन दो बाजार सेगमेंट के 180 शेयरों में मार्च 2020 के निचले स्तरों से 100 प्रतिशत से ज्यादा की तेजी दर्ज की गई है और बल्लरपुर इंडस्ट्रीज और मैकलॉयड रसेल में तब से 600 प्रतिशत की तेजी आई है। हालांकि वाईटीडी आधार पर, करीब 30 शेयर दोगुने हुए हैं। आंकड़ों से पता चलता है कि फार्मा शेयर निवेशकों के रडार पर रहे हैं। आरती ड्रग्स, लॉरस लैब्स, मार्कसंस फार्मा, और शिल्पा मेडिकेयर में इस अवधि के दौरान 135 से 300 प्रतिशत के बीच तेजी आई है।
चोकालिंगम का भी मानना है कि मिड और स्मॉलकैप सेगमेंट कैलेंडर वर्ष 2020 में अपने लार्जकैप प्रतिस्पर्धियों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन करेंगे। वह कहते हैं, ‘अब इक्विटी के लिए निवेशकों में अच्छी दिलचस्पी देखी जा रही है। मिड और स्मॉलकैप के लिए उनकी पसंद बरकरार रहेगी और बुनियादी तौर पर मजबूत कंपनियों के शेयरों का प्रदर्शन 2020 में शानदार बना रहेगा।’