सेबी और भारतीय रिजर्व बैंक की कार्रवाई से अत्यधिक हलचल वाले आरंभिक सार्वजनिक निर्गम बाजार पर असर पड़ने की आशंका है। बाजार के ऑपरेटर सतर्क हो गए हैं और ग्रे मार्केट की गतिविधियां नियामकीय जांच के अनुमान से धीमी पड़ गई है।
उद्योग के एक सूत्र ने कहा, कई मसलों कृत्रिम तरीके से प्रोत्साहित किया गया, खास तौर से छोटे व मध्यम आकार वाले एंटरप्राइज के मामले में। ग्रे मार्केट प्रीमियम ज्यादा दिखाकर निवेशकों को आकर्षित करने की रणनीति अपनाई गई। अब यह जांच के घेरे में है। सकारात्मक पहलू यह है कि सिर्फ सही मसलों को ही अनुकूल प्रतिक्रिया मिलेगी।