facebookmetapixel
विदेशी कोषों की बिकवाली और रुपये की कमजोरी का असर: शेयर बाजार मामूली गिरावट के साथ बंदनिवेशकों के लिए सुनहरा मौका: मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में फिर बन रही दमदार निवेश की संभावनाशेयर बाजार में IPO की धूम, कोरोना रेमेडीज की लिस्टिंग पहले ही दिन 34% उछाल के साथ हुई सुपरहिटEditorial: निर्यात पर निर्भरता के चलते चीन की टिकाऊ आर्थिक तेजी को गंभीर चुनौतीसरकार को विकास दर में तेजी और नागरिकों के जीवन स्तर के बीच संतुलन बनाए रखना होगाफ्री सुविधाओं पर राज्यों का जोर और शिक्षा की अनदेखी से हो सकता है दीर्घकालीन नुकसानस्मार्ट मनी या धीमा जहर? Options Trading का कड़वा सच, जो हर निवेशक को जानना जरूरी!Share Market: वैश्विक दबाव का बाजार पर असर, सेंसेक्स-निफ्टी मामूली गिरावट के साथ बंदKSH International IPO: GMP, डेट और प्राइस बैंड के साथ निवेश से पहले पूरी जानकारीबेरोजगारी में बड़ी गिरावट: नवंबर 2025 में दर 4.7% पर आई, महिलाओं-गांवों में सबसे ज्यादा सुधार

एलआईसी: दमदार प्रदर्शन के नहीं आसार

Last Updated- December 11, 2022 | 6:30 PM IST

भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के शेयर की मई में सुस्त सूचीबद्धता के साथ शुरुआत हुई थी। तब से भारत की सबसे बड़ी बीमा कंपनी का यह शेयर 949 रुपये के निर्गम भाव पर आने में विफल रहा है। प्रख्यात घरेलू ब्रोकरेज फर्म एमके ग्लोबल फाइनैं​शियल सर्विसेज ने शुरू में 875 रुपये के कीमत लक्ष्य के साथ इस शेयर के लिए ‘होल्ड’ यानी बनाए रखें की रेटिंग दी है, जो मौजूदा स्तरों से करीब 8 प्रतिशत तक ज्यादा है।
हालांकि ब्रोकरेज का मानना है कि एलआईसी ऐसा शेयर है जो बहुत अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकता और वह अपने स्वयं के भरोसे की वजह से सूचीबद्ध हो गया।
इस रेटिंग की यहां कुछ प्रमुख वजह बताई जा रही हैं।
 
आकर्षक मूल्यांकन
एमके के अनुसार, एलआईसी के आईपीओ का मूल्यांकन 6 लाख करोड़ रुपये या मौजूदा बाजार पूंजीकरण 5.3 लाख करोड़ रुपये है, जो 5.4 लाख करोड़ रुपये की उसकी वित्त वर्ष 2022 की पहली छमाही की एम्बेडेड वैल्यू (ईवी) और वित्त वर्ष 2022 की उद्यम वैल्यू पर करीब 2-3.6 गुना के सूचीबद्ध प्रतिस्पर्धी मूल्यांकन मल्टीपल को देखते हुए कमजोर एवं सामान्य है।
एमके का कहना है कि एलआईसी की ईवी में उसका वृद्धि परिदृश्य और उतार-चढ़ाव शामिल हैं जिससे अनि​श्चिताएं पैदा हुई हैं।

परिचालन चुनौती
एमके का मानना है कि 65 साल की परंपरा और करीब 45 साल के एका​धिकार के साथ एलआईसी के भव्य आकार के साथ कई मौजूदा औरआगामी चुनौतियां छिप जाने की संभावना है। इनमें एक है एलआईसी का कमीशन और लागत ढांचा, जो काफी बढ़ा हुआ है।  इसके अलावा, यह सिंगल-प्रीमियम बिजनेस की बड़ी भागीदारी से भी जुड़ी हुई है और यूनिट-लिंक्ड तथा रिटेल प्रोटेक्शन व्यवसाय काफी कम है।

उत्पाद मिश्रण चुनौतीपूर्ण
हालांकि एलआईसी ने अपनी बाजार भागीदारी में आई कमजोरी दूर करने के लिए आगामी वर्षों में अपने उत्पाद मिश्रण में बड़ा बदलाव लाने और नए व्यवसाय का मार्जिन सुधारने की योजना बनाई है।

First Published - June 3, 2022 | 1:06 AM IST

संबंधित पोस्ट