Oswal Pumps IPO Open: ओसवाल पंप्स का आईपीओ शुक्रवार (13 जून) को अप्लाई करने के लिए खुल गया। कंपनी ने 13 जून से खुल गए अपने पब्लिक इश्यू के लिए प्राइस बैंड 584 से 614 रुपये प्रति इक्विटी शेयर तय किया है। आईपीओ शुक्रवार (13 जून) को खुलकर अगले हफ्ते मंगलवार (17 जून) को बंद होगा। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के आंकड़ों के अनुसार, आईपीओ की शुरुआत धीमी रही। पहले दिन सुबह 11 बजे तक केवल 6 प्रतिशत ही सब्सक्रिप्शन मिला।
रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (RHP) के अनुसार, कंपनी ने कुल नेट ऑफर का 50% हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) के लिए रिजर्व रखा है। जबकि नॉन-इंस्टीट्यूशनल बायर्स (NIIs) के लिए 15% और रिटेल निवेशकों के लिए 35% हिस्सा रिजर्व रखा गया है।
ओसवाल पंप्स के आईपीओ का साइज 890 करोड़ रुपये है। इसमें 1.45 करोड़ नए शेयरों का फ्रेश इश्यू और प्रमोटर विवेक गुप्ता के 81 लाख शेयरों की बिक्री (OFS) शामिल हैं। विवेक गुप्ता के पास फिलहाल कंपनी में 25.17% हिस्सेदारी है। शेयरों के अलॉटमेंट का प्रोसेस 18 जून 2025 तक पूरी होने की उम्मीद है। जबकि ओसवाल पंप्स के शेयरों को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बीएसई (BSE) पर 20 जून 2025 को लिस्ट किया जाएगा।
विवरण | जानकारी |
---|---|
प्राइस बैंड (₹) | ₹584 – ₹614 |
इश्यू साइज | ₹1,387.34 करोड़ |
लॉट साइज | 24 शेयर |
ओपनिंग डेट | 13 जून 2025 |
क्लोजिंग डेट | 17 जून 2025 |
लीड मैनेजर्स | IIFL Capital, Axis Capital, CLSA India, JM Financials, Nuvama Wealth |
रजिस्ट्रार | MUFG Intime India Private Limited |
लिस्टिंग डेट | 20 जून 2025 |
लिस्टिंग प्लेटफॉर्म | BSE और NSE |
ओसवाल पंप्स आईपीओ का ग्रे मार्केट प्रीमियम शुक्रवार (13 जून) 65 रुपये पर चल रहा है। इसका मतलब है कि ओसवाल पंप्स आईपीओ के शेयर 679 रुपये पर लिस्ट हो सकते हैं। यह आईपीओ प्राइस बैंड के अपर एंड 614 रुपये की तुलना में 10.59% ज्यादा है।
-बजाज ब्रोकिंग: लॉन्ग टर्म के लिए करें अप्लाई
बजाज ब्रोकिंग ने कहा कि सोलर पंप सेगमेंट में अग्रणी कंपनियों में से एक है। कंपनी ने अपने राजस्व (टॉप लाइन) और शुद्ध लाभ (बॉटम लाइन) दोनों में वृद्धि दर्ज की है। वित्त वर्ष 2023-24 (FY24) से शुद्ध लाभ में आई तेजी का मुख्य कारण इसका सोलर पंप सेगमेंट की ओर बढ़ना है। आईपीओ के बाद कंपनी पूरी तरह कर्जमुक्त हो जाएगी और इसके द्वारा की जा रही विस्तार योजनाएं भविष्य में आय में और इजाफा करेंगी। हालांकि, हालिया वित्तीय आंकड़ों के आधार पर देखा जाए तो यह इश्यू आक्रामक रूप से ओवर वैल्यूड लगता है। साथ ही, इस सेगमेंट में कई कॉरपोरेट्स की एंट्री के चलते प्रतिस्पर्धा भी बढ़ रही है। ऐसे में, अच्छी जानकारी रखने वाले निवेशक मध्यम से लंबी अवधि के लिए इसमें निवेश पर विचार कर सकते हैं।